Ujesha Times may internet | Page 51

 मई-2019 49 ljksdkj ये समझना बेहद ज़ री है िक धरती क नीचे मौजूद पानी उस टथपे ट की तरह है िजसे िजतनी तेजी से बाहर िनकाला जा सकता है उतनी ही तेजी से अंदर नह डाला जा सकता है. www.ujeshatimes.com वॉटर फटि ं ट 22,500 लीटर ित िकलो ाम ह.ै पािक तान म यह औसत 9,800 लीटर ह ै और यएसए म करीब 8,100 लीटर. दरअसल ये बात इसिलए भी गभीर हो जाती ह ै य िक िनयात क िलए खाने और कपड़े के वॉटर फटि ं ट उन 400 करोड़ लोग के िलए बहत मायने रखते ह जो भौितक तौर पर पानी क कमी झल ते ह. पानी क िलए इन लोग का उन उ ोग से आमना सामना ह जो उस सामान को महय ै ा करवाते ह िजसे यके ू म खऱीदा जाता ह.ै भारत म 100 करोड़, 90 करोड़ चीन म और 14 करोड़ लोग बा ं लादश म परे ू साल या कछ व के िलए भौितक पानी का अभाव झल ते ह. उसके बावजद ू भारत म 2000 और 2010 के बीच म भिमगत जल का दोहन 23 ितशत तक बढ़ा ह.ै और भारत भिमगत जल का तीसरा सबसे बड़ा िनयातक ह ै यही नह भारत म भिमगत जल का उपयोग सबसे यादा मा ा म िकया जाता ह ै जो दिनया 24 ितशत भर का कल ह.ै भौितक पानी का अभाव बदतर होता जा रहा ह एक अनमान 2050 तक दिनयाभर म के मतािबक पानी के अभाव वाले इलाको म रहने वाल क स ं या बढ़कर 500 करोड़ तक पहच ं सकती ह.ै य समझना बेहद ज़ री ह ै िक धरती के नीच े मौजद ू पानी उस टथप ट क तरह ह ै िजसे िजतनी तेजी स बाहर िनकाला जा सकता ह ै उतनी ही तेजी से अदर नह डाला जा सकता ह.ै तो िजस तरह से हम सोच समझकर पे ट क बोतल पर दबाव डालते ह िजससे उतना ही पे ट िनकले िजतना हमारे दातो क िलए ज़ री ह ै तो पे ट चलता भी बहत ह ै और हमारी सेहत और म ु कान दोन बनी रहती ह.ै हम धरती के पानी के इ तेमाल पर भी वैसा ही यान दनेा होगा. दश का कानन ू बोलता ह ै िक आपक िनजी ज ीन पर भी दो फ ट नीच े तक ही आपका अिधकार होता ह ै उसके बाद सारी सपि रा क ह.ै लेिकन ये बात पानी ख चने वाल पर लाग ू नह होती ह.ै ऐसे म स त रवैया अपनाना बेहद ज़ री हो जाती ह ै . और अगर तरत ं भाव से ऐसा नह िकया तो पहले तो पानी के अभाव म रोटी स त होगी और िफर धीरे धीरे वो गायब हो जाएगी य िक धरती बहत दरे तक आपक रोटी क क मत नह चका सकती ह.ै < करके हम िकस तरह धरती के ऊपर और नीच े क जल को चस ू चके ु ह. खास बात ये ह ै िक इस काम म शािमल सप ं न रा बड़ी ही चालाक से अपन यहा ं के ोत को बचाते हए दसर से हर दश सामान आयान करने लगे ह यािन उनके शरीर म चढ़े हए कपड़ से लेकर उनके पेट म जाने वाल अनाज तक सब कछ से आ रहा ह.ै दसर दश सप ं न रा के ित यि ित िदन पानी क भौितक और आभासी जल के इ तेमाल को दख तो यएसए म 7,800 लीटर ितिदन ित यि पानी इ तेमाल होता ह ै िजसम से 20 फ सद पानी वो बाहर से िनयात करते ह, वह 3900 लीटर ितिदन, ित यि इ तेमाल करने वाले जमन ी म 69 फ सद पानी बाहर से आता ह,ै जापान म य ितशत 77 ह ै तो यके ू अपना महज 25 फ सद पानी ही इ तेमाल म लाता ह.ै जो दश इसे िनयात कर रह े ह उ ह लग रहा ह ै िक आिथक सप ं नता ही सबसे बड़ी सप ं नता ह ै वो ाकितक सप ं नता को लगभग भला चके ु ह उसका ही प रणाम ह ै िक उनक िह से क ज़मीन सख रही ह ै और लोग के ह ठ यासे होते जा रह े ह. दरअसल इछावर जैसी जगह जो पानी क भीषण कमी को झल रह े ह वहा ं पर गह के उ पादन क बात ये दशाती ह ै िक हम अभी भी पानी क कमी को लेकर िकतने सचते ह.ै आज इस गाव ं क म ु य फसल गह और चना ह.ै पहले गाव ं म मोटे अनाज क खतेी का चलन था, वार, बाजरा जैसे कम पानी म होने वाली खतेी हआ करती थी. लेिकन िफर बाज़ार म गह क माग ं और गह क खपत क चलते 20 साल पहले से मोटे अनाज का उ पादन परी ू तरह से ख म हो गया, अब ले द े कर चना ही ह िजसे उगाया जाता ह.ै गाव ं के लोग जानते ह िक गह म पानी यादा लगता ह.ै लेिकन अब वो गह पर इस कदर िनभर हो गए ह िक वो मोटा अनाज खान तक क क पना नह कर पाते ह. सबह गाव ं के हर बािशद ं े क थाली म जो गेह क रोटी होती ह ै िजस खाकर ब चा कल और मद अपने काम पर जात ह. इसी रोटी को खाकर ही औरत खते म काम करती ह.ै दोपहर के और रात के खाने म भी यही रोटी होती ह.ै यही गह दश क नामी िगरामी कपनी खरीदती ह ै और इसका आटा बनाकर आकषक लाि टक के बैग म े पैक करके दिनया को िखलाती ह.ै हाल ही वचअ ल वॉटर पर आई वॉटरएड क रपोट बताती ह ै िक भारत म उगाई जाने वाली म ु य फसल पर जो पानी हम लगा रह े ह वो भारत को िकस कदर भािवत कर रहा ह.ै गह — करीब 22 फ सदी भिमगत जल क कमी इसके खाते म जाती ह.ै इसका वैि क औसत वॉटर फटि ं ट 1,827 लीटर ित िकलो ाम ह ै धान- परी ू वैि क िसचाई का 40 फ सद इसके खाते म आता ह ै और 17 ितशत वैि क भिमगत जल इसम लग जाता ह,ै िजसका औसत वॉटर फटि ं ट 2,500 लीटर ित िकलो ाम ह.ै वह अगर कपास जैसी फसल पर लगने वाला पानी को दख तो ि थित और बदतर हो जाती ह.ै दरअसल, कपास भी बहत पानी पीने वाली फसल ह ै िजसम भारी मा ा म े ल ू िसिचत जल लगता ह(ैिकसी भी चीज़ का वॉटर फटि ं ट तीन अलग-अलग कार क पानी से बनता ह.ै इस सदभ म ीन वॉटर का मतलब िम ी क नमी ह.ै ल ू वॉटर वो जो िसचाई म उपयोग िकया जाता ह ै और तालाब, नदी और भिमगत जल ोत से िलया जाता ह.ै और े वॉटर वो दिषत पानी ह ै जो तमाम तरह के उ पाद और सेवाओ ं के बनाए जाने से सबिधत ं ह.ै) जो सख वातावरण म लबे ं समय तक नकसान पहचा सकता ह.ै कज़ािक तान और उ बेिक़ तान म फै ला हआ अरल समदर, कपास क खतेी के िलए बड़े तर पर होने वाली िसचाई क वजह से 1960 से अब तक 80 फ सद तक िसकड़ चका ह.ै भारत म उगाय और उ पादन िकये जाने वाले कॉटन के कपड़े का