Ujesha Times may internet | Page 46

 मई-2019 44 vk/kh&vkcknh                                राजनीित म आने से लेकर ऊपर क पद पर पहुंचने तक, औरत को लगातार मु कल का सामना करना पड़ता है. इसकी शु आत िनचले पायदान से हो जाती है. माशा कट बटवार म मिहलाए िकनारे लगा दी जाती ह. ससद म पहचना िदवा व न बन जाता ह.ै पॉिलिटकल क रयर िसफ बेगारी म गजर जाता ह.ै कभी मच ं पर चहेरा चमका िदया, कभी भीड़ जटा दी. इसके बाद चिड़या ं पहनकर च ू हा चौका करो. यही काम त ु हारा ह.ै मिहला नेताओ ं को राजनीित म ढेर पापड़ बेलने पड़ते ह. कभी तीख,े कभी चरपरे . राजनीित ताकत का काम ह,ै और यह औरत पर नह सहाता. इसी से औरत से ताकत वाले काम करवाना मद को जमता नह . इस िसलिसले म एक सव ण शात ं दश , दि ण को रया और िफलीप स म िकया गया था, लेिकन लाग ू दसर çÅU दश पर भी होता ह.ै सव ण म यह पता चला था िक मिहला नेताओ को प ु ष नेताओ ं के मकाबल यादा नकसान उठाना पड़ता ह.ै जॉिजया िव िव ालय क पॉिलिटकल एनािल टस क एक टीम ने कहा था िक टॉप क पोजीशन पर पहचन के बावजद ू अ सर मिहलाओ ं को सेि सए ट सोच का िशकार होना पड़ता ह.ै उ ह बरी ु तरह जज िकया जाता ह.ै िकसी भी असफलता के िलए प ु ष नेताओ ं के मकाबल , यादा िज मदेार ठहराया जाता ह.ै उनसे यादा हायर टडड क उ मीद क जाती ह.ै ाचार के आरोप लगने पर उनक साथ अिधक बरा ु बताव िकया जाता ह.ै अपने यहा ं भी कछ ऐसा ही ह.ै ममता बनज को अपने तीख े तेवर क यादा आलोचना सहनी पड़ती ह.ै सोिनया गाधी ी तार क के िवदश बिधया जब-तब उधड़ेी जाती ह.ै वसधरा ंु राजे को झगड़ाल ू वभाव क बताया जाता ह.ै मित ईरानी क वािलिफके शन पर लगातार सवाल खड़े िकए जाते ह. सि ु या सल पर उनके िपता क छ छाया से कईय को ऐतराज होता ह.ै औरत म भी तो िपत ृ स ा ने गहरी सध लगाई ह.ै उनका िदमाग भी इस फे र से बाहर िनकल नह पाता. कल िमलाकर, राजनीित म आने से लेकर ऊपर के पद पर पहचन तक, औरत को लगातार मि ु कल का सामना करना पड़ता ह.ै इसक श ु आत िनचले पायदान से हो जाती ह.ै 1993 म सिवधान सशोधन के साथ पचायत म औरत क िलए 33 परसट सीट रजव क गई थ . तब इस बात क बार-बार आलोचना क गई थी िक रजवशन से डमी नेता तैयार िकए जाएगे ं . रजव सीट पर आदमी अपनी बीवी, बहन, मा ं को www.ujeshatimes.com