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दलित कल्ाण और कांग्ेस का मुस्लिम-ईसाई तंत्र
डा . राकेश कुमार आर्य
दलितों की राजनीति करने वाले बहुत से दल देश में हैं । इनमें से देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पाटटी कांग्ेस ने दलितों के नाम पर राजनीति तो की , पर उनके लिए सामाजिक सुरक्ा उपलबि नहीं कराई , जो एक देश के नागरिकों को उपलबि होनी चिाहिए । कांग्ेस के शासनकाल में देश के दलित समाज के साथ वही कुछ होता रहा जो आजादी से पहले होता रहा था । बसपा जैसी पाटटी तो केवल दलितों की राजनीति के नाम पर ही सत्ा का सवाद लेने के उद्े््य से ही सामने आई । ्यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि दलितों के लिए राजनीति करने वालों ने भी उनके कल्याण की ्योजनाओं को बनाने का काम नहीं लक्या ।
बसपा के शासनकाल में दूसरी जालत्यों के लोगों के साथ कई प्कार के अत्याचिार हुए और दलित समाज के लोगों ने गलत ढंग से प्ा्लमकी दर्ज करा कराकर सममालनत लोगों को अपमानित करने की प्लक्या को तेजी से चिला्या । जिस पर बसपा की नेता मा्यावती का भी खुला समर्थन उन्हें मिलता रहा । प्लतशोध की इस भावना से समाज में लोगों में जातिगत दूरि्यां बढ़ीं और
32 flracj 2024