Mummatiya by Dharmendra Rajmangal Mummatiya by Dharmendra Rajmangal | Page 8

8 था लेककन सौतेली िााँ को थोड़ी बहुत बदनािी तो मिलती ही है . चाहे वो ककतनी अच्छी क्यों न हो? टदन ग ज र रहे थे कक तभी एक टदन गााँव िें एक एम्बेसडर कार आकर रुकी. श्जसके पीतल के पटहये थे . गााँव िें पहली बार कोई इस तरह की गाडी आई थी. गााँव िें उस गाड़ी के आसपास भीड़ लग गयी. गाडी िें से एक आदिी ननकला जो ककसी बड़े सेि की तरह टदख रहा था. उसने उतरते ही लोगों से पूींछा, “भैय्या ये रणवीरमसींह का घर कौन सा है ?” लोगों ने िीक सािने बने घर की तरफ इशारा कर टदया. लेककन लोगों को उस सेि से इस गााँव िें आने का कारण जानना था. गााँव के एक बुजुगच ने पूींछा, “भैया आप को रणवीर से क्या काि था? क्या कोई बात हो गयी है ?” सेि ने गम्भीर हो बताया, “जी चचा उनके बड़े भाई भीकम्बर की िौत हो गयी है . श्जन्हें िैं इस गाड़ी िें लेकर आया हूाँ . ” सेि का इतना कहना था कक लोग उस गाड़ी पर चढ़ बैिे . एक दो आदिी रणवीर के घर जा इस बात की खबर दे आया. रणवीर ने जैसे ही अपने भाई की िौत की खबर सुनी तो उन्हीीं पाींव दौड़े चले आये . किला ने घर िें ही रोना शुरू कर टदया. औरतें घर िें पहुींच किला को सम्हालने लगी. रणवीर अपने भाई मभक्कू को ि त दे ख दहाड़े िार िार रोते थे . गााँव के लोगों ने मभक्कू को गाड़ी से उतार उनके घर िें पहुींचा टदया. सेि ने मभक्कू के िरने का कारण प्राक्रनतक बताया था. कहता था कक सुबह सुबह मभक्कू अपने किरे िें िरे हुए पाए गये थे . लोगों ने सेि की बात पर यकीन कर मलया. बश्ल्क उसे धन्यबाद भी टदया. क्योंकक वो मभक्कू को घर तक गाड़ी से पहुाँचने आया था. गााँव के सीधे साधे लोग न जान सके कक ऐसे िौके पर उन्हें क्या कदि उिाना था. मभक्कू का अींनति सींस्त्कार कर टदया गया. रणवीर के घर की िामसक आिदनी मभक्कू के िरने से बींद हो गयी थी. अब मसफच खेती ही एक ऐसा साधन था श्जससे रणवीर का घर चलना था. ऊपर से इन्हीीं टदनों रणवीर ने जिापूींजी से अपनी सबसे बड़ी लडकी लीला की शादी कर दी. उन्हीीं टदनों किला के घर एक लडकी ने जन्ि ले मलया. इस लडकी का नाि नन्ही रखा गया. घर िें बच्च बढ़ गये थे और आिदनी कि हो गयी थी. रणवीर खेती से श्जतना किाते थे उतना चार पाींच बच्चों की परवररश के मलए काफी नही होता था और साल भर के अींदर एक लड़का और हो गया. घर िें घोर तींगी और ऊपर से छिा बच्चा. रणवीर के घर की तींगी दे ख पींडडत इस नवजात का नािकरण तक करने नही आये . उन्हें पता था कक उन्हें इस बार दक्षिणा भी िीक से नही मिलेगी. बार बार बुलावा भेजने पर अपने छोिे भाई को भेज टदया जो ये सब करना ही नही जानता था. ऊपर से उसका हकलाना और अिक कर बोलना. बच्चे जब उसके हकलाने पर हाँसे तो उिकर चला गया. किला इस बात से बहुत द ख ी हुई लेककन उसी सिय दरवाजे पर एक मभखारी आ पहुींचा. किला दे वी न