Mummatiya by Dharmendra Rajmangal Mummatiya by Dharmendra Rajmangal | Page 7

7 का न होने अखर रहा था. मभक्कू टदल्ली से घर आये और इस बारे िें गााँव के पींडडत से बात की. पींडडत जी ने परा दे खी और बोले , “दे खो मभक्कू तुम्हारे घर िें कुछ ब र ु े ग्रह हैं . पहले तो त ि घर िें हवन पूजा करवा लो. उसके बाद जो भी लड़का पैदा हो उसको एकाध टदन के मलए गााँव की िेहतरानी(हररजन िटहला) को दे दे ना. साथ ही भीख िाींगकर पैसे इकट्ठा कर उसके कान िें सोने की बाली डाल दे ना. ध्यान रहे कान की बाली िें भीख का पैसा जरुर लगा होना चाटहए. बाकी का त ि अपने पास से भी डाल सकत हो.” मभक्कू अपने खानदान के धचराग को पाने के मलए कुछ भी करने को तैयार थे . उन्होंने घर िें पींडडत जी से हवन कराया. उन्हें खूब सी दक्षिणा भी दी. किला इस वक्त गभचवती थीीं . पूरे घर िें ख़ुशी की लहर दौड़ गयी और इस बार किला ने एक लडके को जन्ि टदया. मभक्कू और रणवीर तो ख़ श ी से पागल हो उिे थे . मभक्कू ने गााँव िें लडूडू बिवा डाले . जो उस सिय बहुत बड़ी बात हुआ करती थी. पींडडत जी के बताये अन स ार सब काि ककया जाने लगा. पैदा हुए नन्हे लडके को गााँव िें साफ सफाई का काि करने वाली और लोगों के द्वारा अछूत कही जाने वाली िहतरानी को दे टदया गया. उस िहतरानी ने उस लडके को अपना द ध तक वपलाया. जबकक उसका छुआ लोग अपने हाथों से नही पकड़ते थे. कुछ टदन बाद नन्हा लड़का कफर से अपने घर अपनी िााँ के पास आ गया. अब िहतरानी मसफच उसे हाथ लगाने आती थी. श्जससे कोई बुरी ग्रह उस नन्हे बच्चे को कोई हानन न पहुींचा सके . शायद ग्रह और बुरी आत्िाएीं भी उस िहतरानी को अछूत िानती होंगी. लडके का नाि करण भी हो गया. उसका नाि पींडडत जी ने जीतू रखा. अब मभक्कू को इस जीतू के मलए भीख िाींगकर कान की बाली बनवानी थी. हालाींकक मभक्कू चाहते तो इस बच्चे के मलए दस बामलयााँ लाकर पहना दे ते लेककन कफर पींडडत जी का बताया उपाय न हो सकता था. मभक्कू ने गााँव के दो चार लोगों स भीख िाींगी. कुछ पैसा अपने पास से डाला और जीतू के मलए कान की बाली बनवा दी. पता नही इन सब उपायों का पररणाि था या कुछ और रणवीर का नन्हा लड़का जीतू िीक िाक रहा. अब घर िें चार बच्चे थे . दो किला दे वी के और दो रणवीर की पहली बीबी की लडककयााँ. सीिा और लीला उम्र िें बड़ी थीीं . लीला की उम्र बारह तेरह साल के आसपास थी और सीिा दस साल की थी. दोनों लडककयााँ किला दे वी के बच्चों से जलती थीीं . रणवीर के खानदान वालों ने इन दोनों लडककयों के कान भर टदए थे . उन्होंने इन दोनों से कहा कक अब किला के बच्चे उस घर पर राज करें गे और तुि भिकी डोलोगी. लेककन किला के िन िें इस तरह का कुछ भी नही था. वो इन दोनों लड़ककयों को उसी तरह रखती थीीं श्जस तरह अपनी लडकी को रखती थी. हालााँकक जीतू और टदशा इन दोनों लडककयों से बहुत छोिे थे तो किला का इन बच्चों के प्रनत अधधक प्यार होना स्त्वभाववक