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डा. आंबेडकर जयंती

वर्तमान आ्योग के प्र्यासों पर संक्ेप में प्रकाश डाला । उन्होंने बता्या कि भारती्य संविधान के अनुचछेद-338 के तहत सौंपी गई प्रमुख
जिममेदारर्यों के तहत एनसीएससी एससी समुदा्यों तक पहुंचिने के लिए मवमभन् कदम उठा रहा है । का्यताकम के दौरान डा. वीरेंद् कुमार ने एनसीएससी की नई वेबसाइट का उदघाटन मक्या । का्यताकम में डा. आंबेडकर के जीवन पर आधारित क्लिपों की सकीमनंग और गणमात््य व्यन्कत्यों का अभिनंदन भी मक्या ग्या । इस अवसर पर भारत के संविधान की वासतमवक प्रति के साथ-साथ बाबासाहब आंबेडकर पर
लिखी गई प्रमुख पुसतकों का डिजिटल प्रदर्शन भी मक्या ग्या ।
न्याय त्वभाग ने मनाई डा. आंबेडकर की 135्वीं जयंती
बाबासाहब डा. भीम राव आंबेडकर की 135वीं ज्यंती के अवसर पर त््या्य विभाग द्ारा एक विशेष का्यताकम का आ्योजन मक्या ग्या । का्यताकम की अध्यक्ता केंद्रीय विधि एवं त््या्य राज्य मंरिी( सवतंरि प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल ने की । का्यताकम में समचिव( त््या्य), वरर्ठ अधिकारी और त््या्य विभाग के अधिकारी एवं कमताचिारी उपस्थित रहे ।

पटना में जय भीम पदयात्ा का आयोजन

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द्रीय ्युवा मामले एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंरिी डा. मनसुख मांडमव्या ने गत 13 अप्रैल को बिहार की राजधानी पटना में ऐतिहासिक ज्य भीम पद्यारिा का नेतृतव मक्या । पद्यारिा को बिहार विधानसभा के अध्यक् नंद किशोर ्यादव ने हरी झंडी दिखाई । पद्यारिा में छह हजार से अधिक माईभारत ्युवा स्वयंसेवकों ने भाग मल्या । ्यह पद्यारिा बाबासाहब के जीवन और विरासत के प्रति एक जीवंत श्रद्धांजलि थी, जिसमें ्युवाओं की भागीदारी और संविधान के स्थायी मदूल्यों पर जोर मद्या ग्या ।
पद्यारिा के दौरान केंद्रीय मंरिी डा. मांडमव्या ने भारत के ्युवाओं की ताकत पर जोर मद्या और उनसे नए भारत के निर्माण के लिए डा. आंबेडकर की विरासत के पथप्रदर्शक बनने का आह्ान मक्या । उन्होंने कहा कि पटना में उगते सदूरज ने न केवल एक प्रतिमा को बल्कि एक भावना को भी प्रकाशित मक्या, बल्कि डा.
आंबेडकर के आदशषों के प्रति नई प्रतिबद्धता और एक विकसित भारत को उसकी सबसे शक्तिशाली शक्ति, उसके ्युवाओं के नेतृतव में आगे बढ़ाया ।
उन्होंने ्युवाओं से आग्ह मक्या कि वह विकसित भारत की ओर भारत की ्यारिा में
बाबासाहब आंबेडकर और अत््य महान नेताओं की ददूरदर्शिता, विरासत और अनुकरणी्य कार्यों से प्रेरणा लें । उन्होंने 1947 की शुरुआत में महिलाओं के लिए समान अधिकार सुमनन््चित करने में बाबासाहब के अग्णी ्योगदान पर प्रकाश डाला, वह सम्य जब दुमन्या के कई
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