March 2025_DA | Page 46

विशव सामाजिक न्याय दिवस

सर्ानता और सर्ावेशन के प्रति भारत की प्रतिबद्ता

सं जाने वाला हव्व

यु्त राषट्र द्ारा प्हतवर्ष 20 फरवरी को मनाया
सामाजिक नयाय दिवस , समाज के ्भीतर और उनके बीच एकजुटता , सद्ाव और अवसर की समानता को बढावा देते हुए गरीबी , बहिषकार और बेरोजगारी को ्दूर करने की कार्रवाई के लिए एक वैश्वक आह्ान के रूप में कार्य करता है । हव्व सामाजिक नयाय दिवस की ्भावना के अनुरूप , ्भारत के सामाजिक नयाय और अधिकारिता मंरिालय ( एमओएसजेई ) ने विधायी सुधारों , जमीनी सतर पर सशक्तकरण और वैश्वक साझेदारी के माधयर से सामाजिक- आर्थिक अंतर को पाटने के प्यासों को तेज कर दिया है ।
संयु्त राषट्र महास्भा ( यदूएनजीए ) द्ारा 26 नवंबर 2007 को 62 वें सरि के दौरान स्ाहरत , हव्व सामाजिक नयाय
दिवस-2009 में 63वें सरि के बाद से हर साल 20 फरवरी को मनाया जाता है । इस दिवस की शुरुआत इस विचार से हुई है कि राषट्र में और उनके बीच शांति और सुरक्ा प्ापत करने और बनाए रखने के लिए सामाजिक विकास और सामाजिक नयाय अपरिहार्य हैं । यह दिन इस बात पर ्भी बल देता है कि शांति , सुरक्ा और स्भी मानवाधिकारों और मौलिक सवतंरिताओं के समरान के बिना सामाजिक नयाय प्ापत नहीं किया जा सकता है ।
हवतिीय संकट , असुरक्ा और असमानता जैसी वैश्वक चुनौतियों के सामने , यह दिन सामाजिक नयाय पहल की निरंतर आव्यकता की याद दिलाता है । यह वयारार , निवेश , तकनीकी प्गति और आर्थिक विकास के माधयर से अवसर पैदा करने के महतव पर जोर देता है , साथ ही खासकर विकासशील देशों में ,
46 ekpZ 2025