उजागर हो जाती है । ऐसी ही कुछ बिहार में गत 5 फरवरी को हुआ , जहां राहुल गांधी दलित नेता जगलाल चौधरी की जयंती के काय्मरिर में शामिल तो हुए , पर उनकी उरकस्हत में जगलाल चौधरी के वृद् बेटे ्भदू्ेव चौधरी को ही मंच से ्दूर कर दिया गया । उनिें मंच पर बै्ठने की जगह नहीं दी गई ।
पटना में आयोजित काय्मरिर में सवतंरिता सेनानी और दलित नेता जगलाल चौधरी की जयंती काय्मरिर में राहुल गांधी की उरकस्त में हुई घटना को लेकर दलितों में रोष पैदा हो गया । बिहार में कांग्ेस की सरकार में कैबिनेट मंरिी रहे सवगजीय जगलाल चौधरी की जयंती का काय्मरिर गत 5 फरवरी को पटना के एक हाल में आयोजित किया गया था । जयंती समारोह में हिससा लेने वाले राहुल गांधी ने जगलाल चौधरी
को याद करते हुए संघ और बीजेपी के विचारधारा के विरुद् लड़ने का ऐलान किया । लग्भग डेढ घंटे तक राहुल गांधी मंच पर रहे । लेकिन इस काय्मरिर में राजय कांग्ेस के नेताओं से लेकर राहुल गांधी तक ने सवगजीय जगलाल चौधरी के बेटे को काय्मरिर में नहीं बुलाया । इसके बाद ्भी उनके बेटे ्भदू्ेव चौधरी अपने पिता की जयंती समारोह में शामिल होने के लिए वहां पहुंच गए । बाद में जब उनिोंने मंच पर जाने की कोशिश की तो उनिें मंच में नहीं जाने दिया गया । जिस समय यह सब हो रहा था , राहुल गांधी मंच पर उरकस्त थे और घटनारिर को देख रहे थे ।
राहुल गांधी के पटना से रवाना होने के बाद ्भदू्ेव चौधरी ने मीडिया को बताया कि वह काय्मरिर में इसलिए शामिल होने गए थे ्योंकि उनके पिता की 130वीं जयंती समारोह का
पटना में आयोजित काय्गरिम में स्वतंत्ता सेनानी और दलित नेता जगलाल चौधरी की जयंती काय्गरिम में राहुल गांधी की उपस्थित में हुई घटना को लेकर दलितों में रोष पैदा हो गया । बिहार में कांग्रेस की सरकार में कैबिनेट मंत्ी रहे स्वरगीय जगलाल चौधरी की जयंती का काय्गरिम गत 5 फरवरी को पटना के एक हाल में आयोजित किया गया था । जयंती समारोह में हिस्सा लेने वाले राहुल गांधी ने जगलाल चौधरी को याद करते हुए संघ और बीजेपी के विचारधारा के विरुद् िड़ने का ऐलान किया ।
आयोजन किया जा रहा था . इस दौरान जब वह राहुल गांधी से मिलना चाहते थे , लेकिन उनिें मिलने से रोक दिया गया । बुजुर्ग होने के कारण वह सीहढयां नहीं चढ सकते थे , लेकिन उनिोंने मंच पर जाने की कोशिश की और फिर उनिें मंच पर जाने से ्भी रोक दिया गया । बाद में घटना को लेकर काय्मरिर में आए लोगों ने हंगामा किया तो कांग्ेस ने मामले को शांत करने की कोशिश की । मीडिया रिपोरस्म के अनुसार बिहार कांग्ेस के प्रभारी मोहन प्काश और अनय नेताओं ने ्भदू्ेव चौधरी और उनकी पत्ी को समराहनत कर कस्हत को सं्भालने का प्यत् तो किया । लेकिन घटना को लेकर राजय में दलित एवं वंचित वर्ग में असंतोष और रिोध की लहर दौड़ रही है ।
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