केंद्रीय बजट
दलित , पिछड़े एवं आदिवासी वर्ग के सर्ग्र विकास पर जोर
केंएवं आदिवासी वर्ग के विकास में एक
द्र सरकार द्ारा प्सतुत बजट 2025 अनुसदूहचत जाति , अनुसदूहचत जनजाति
बड़ा बदलाव लाने में सहायक हसद् होगा । बजट में शिक्ा , सवासरय सेवा , कौशल विकास और आर्थिक सश्तीकरण पर जोर दिया गया है । हवह्भन्न मंरिालयों में लहक्त हसतक्ेरों को एकीककृत करके , सरकार समावेशी विकास को बढावा दे रही है और एक ऐसे विकसित ्भारत का मार्ग प्शसत कर रही है , जहां अनुसदूहचत जाति , अनुसदूहचत जनजाति एवं आदिवासी वर्ग न केवल ला्भा्जी हैं , बल्क राषट्र की प्गति में सहरिय योगदानकर्ता ्भी हैं ।
केंद्र सरकार द्ारा 2025-26 के लिए जारी बजट में दलित , पिछड़े एवं आदिवासी वर्ग के लिए 13 , 611 करोड़ रुपए का प्ावधान किया गया हैं , जबकि दिवयांग क्याण के लिए अबकी बार 1,275 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है । केंद्रीय बजट में सामाजिक नयाय एवं अधिकारिता हव्भाग को 13,611 करोड़ रुपए देने का प्सताव है , जबकि यह 2024-25 में सामाजिक नयाय एवं अधिकारिता हव्भाग के
लिए संशोधित अनुमान 10,026.40 करोड़ रुपए से 35.75 प्हतशत अधिक है । केंद्रीय बजट 2025-26 में दिवयांगजन सश्तीकरण हव्भाग के लिए आवंटन चालदू हवति वर्ष के संशोधित अनुमान 1167.27 करोड़ रुपए से 9.22 प्हतशत अधिक है ।
अबकी बार बजट में केंद्र सरकार ने अनुसदूहचत जातियों के लिए ‘ यंग अचीवर्स ’ योजना ( श्रेयस ) के लिए उच्च शिक्ा के लिए छारिवृहति के अंतर्गत 472 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं , जिसमें अनुसदूहचत जातियों के लिए राषट्रीय फेलोशिप ( 212 करोड़ रुपए ), अनुसदूहचत जातियों और पिछड़े वगषों के लिए मुफत कोचिंग ( 20 करोड़ रुपए ), अनुसदूहचत जातियों के लिए उच्च श्रेणी की शिक्ा ( 110 करोड़ रुपए ) और अनुसदूहचत जातियों के लिए राषट्रीय विदेशी छारिवृहति ( 130 करोड़ रुपए ) जैसे काय्मरिर शामिल हैं ।
ओबीसी और आर्थिक रूप से पिछड़े वगषों ( ईबीसी ) के लिए श्रेयस योजना के वासते 250.13 करोड़ रुपए का अलग से आवंटन किया गया है , जिसमें ओबीसी के लिए राषट्रीय
फेलोशिप के लिए 190.13 करोड़ रुपए और विदेशी अधययनों पर बयाज सकबसडी के लिए 60 करोड़ रुपए शामिल हैं । ओबीसी , ईबीसी और अधिसदूचना से बाहर की गईं जनजातियों के लिए ‘ वाइब्रेंट इंडिया ’ ( पीएम यशसवी ) योजना के तहत ‘ पीएम यंग अचीवर्स ’ छारिवृहति पुरसकार योजना के लिए 2,190 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं । कौशल विकास पर केंद्रित प्धानमंरिी ्क्ता और कुशलता संपन्न हितग्ािी ( पीएम ्क् ) योजना में 130 करोड़ रुपए का आवंटन बरकरार रखा गया है ।
हालांकि , अनुसदूहचत जातियों और अनय पिछड़े वगषों के लिए उद्र रदूंजी कोष , जिसका उद्े्य हाशिए पर रड़े उद्हरयों को सहायता देना है , में ्भारी कटौती की गई है , जो पिछले वर्ष के 30 करोड़ रुपए से घटकर मारि 0.02 करोड़ रुपए रह गया है । आजीविका और उद्र के लिए हाशिए पर रड़े वयक्तयों के लिए सहायता ( सराइल ) योजना , जिसमें ट्रांसजेंडर वयक्तयों और ्भीख मांगने वाले लोगों के लिए पुनर्वास काय्मरिर शामिल हैं , को 106.87 करोड़ रुपए मिले हैं ।
14 ekpZ 2025