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अन्य पिछड़ा वर्ग का मतदाता भी भाजपा की ओर ns
श में अन् पिछड़ा वर्ग ( ओबीसी ) एक बड़ा मतदाता वर्ग है । उत्र प्रदेश , बिहार जैसे राज्ों सहित कई राज्ों में ओबीसी मतदाता को कोई भी राजनीतिक दल अनदेखा नहीं कर सकता है । अबकी बार आम चुनाव में 96.8 करोड़ मतदाता हैं , जिसमें सबसे ज्ादा ओबीसी वर्ग का हैं । केंद् की ओबीसी सूची में 2,479 जातियां हैं , जबकि विभिन्न राज्ों की सूची अलग-अलग है , और कई राज्ों में दस प्रतिशत से लेकर
पचास प्रतिशत ओबीसी मतदाता है । ओबीसी जातियों का मतदान समबनधी रुझान भी अलग- अलग राज्ों में अलग-अलग देखा जाता रहा है ।
सत्ा शीर्ष पर भाजपा नेता नरेनद् मोदी को शीर्ष तक पहुंचाने में ओबीसी मतदाओं की बड़ी भूमिका को सपष्र रूप से देखा जा सकता है । अखिलेश यादव , लालू प्रसाद यादव , नीतीश कुमार जैसे नेताओं की राजनीति ओबीसी मतदाताओं पर टिकी हुई है । कई राज्ों में
राजनीतिक दलों का भविष्य ओबीसी मतदाताओं पर निर्भर है । चुनाव आयोग के पास ऐसा कोई आंकड़ा नहीं रहता है , जो बता सके कि किस वर्ग ने किस राजनीतिक दल को अपना मत दिया है । किंतु कई सववेक्णों के आधार पर राजनीतिक विशिेरक यह बताते हैं कि 2009 से कांग्ेस की पकड़ ओबीसी वर्ग पर कमजोर होती जा रही है , जबकि भाजपा ने अपने प्रभाव को मजबूत किया है । 2009 में भाजपा को मात् 22 प्रतिशत ओबीसी मत मिला था , जो
12 ekpZ 2024