Mai aur Tum मैं और तुम | Page 11

अच्छी ब त नही दे खो कहातनयाूँ कहना सुनना अच्छी बात ह पर कहानी में खुद को खोजना अच्छी बात नही दे खो ये दोस्ती-यारी सब ठीक हैं इनकार नही मुझ , े पर यार ये ददल का लगाना अच्छी बात नही। मैं तुम्हारे साथ रह ं गा हर पल में ये कोसशस रहे गी मेरी , पर वादा करके मुकर जाना अच्छी बात नही। मैं कौन ह ूँ जब प छे कोई तुमसे तो दोस्त बता दे ना , ऐस झ ठ उल्फ़े उड़ाना अच्छी बात नही.. मुझे तेरा हाथ पकड़कर चलने में कोई ऐतराज नहीं , पर बेवजह द त ु नयाूँ के नजरो में चढ़ जाना अच्छी बात नही। मैं तो लडका ह ूँ न सुन के रह ल ंगा द त ु नयादारी की बातें , पर बेवजह अपने दामन पे छीटे लगाना अच्छी बात नही। दे खो यारी में थोड़ा-मोड झगड़ा सबमे होता है यार , पर य ूँ बात-बात पर डीपी हटाना अच्छी बात नही।