Mai aur Tum मैं और तुम | Page 10

तुम अपन ख़्य ि रखन ददल मे क्य ूँ खामखाूँ इतना मलाल रखना , यारी में क्य ूँ अपना ऐसा हाल रखना । सबको पता है कक इसका कोई जवाब नहीं , तो किर बेकार में क्य ूँ ऐसा सवाल रखना । मुझे आूँखे पढ़ना आता नही इक जरा भी , होठों से जादहर करो क्य ं आूँखे लाल रखना । मैं मानता ह ं नाराज़गी भी वाजज़ब है तुम्हारी , पर अच्छा नही महीनों तक ब्लॉक में डाल रखना। भले मेरे सारे तस्वीर समटा दे ना अपने फ़ोन से , पर मेरे आखख़री तोहिे को त म संभाल रखना । क्या सच मे अब पसन्द नही तुम्हे मेरा ये चेहरा , ठीक है चलता ह ूँ , अच्छा स न ो त म अपना ख़्याल रखना ।