LOK JANWAD (Trial Version) Oct, 2014 | 页面 2

उन दन क कहानी, जब शकागो क हे-माकट े वायर म 1886 क मई मह ने े क पहल तार ख एक लाख से अ धक हड़ताल मज़दूर ने जुलस नकाला था, ू फर 3-4 मई क घटनाय, फरता मई क शां तपूण समावेश म बम फका जाना, े गोल कांड आ द से लेकर अग त क उस दन तक जब चार साथी – पस स, े फशर, पाइस व एंजेल - फाँसी क त ते पर चढ़ाये गये थे… यह सब क छ े ु कताब म व णत है। आज कल तो इ टरनेट का जमाना है, तो इ टरनेट पर भी, व क प डया म, हे-माकट क घटनाओं से स बि धत आकाइ स म एवं और कई जगह सार ासं गक साम याँ उपल ध ह। 4 मई 1886 क समावेश क लये जार पो टर े े उ ह साम य म तलाश करते करते मेरे मन म जानने क इ छा जगी क आज उस ऐ तहा सक हे-माकट क या ि थ त है। उसी म म क छ जो रोचक त य मले उ हे म आपक साथ बाँटना चाहता हू ँ। वे त य रोचक इस माने म ह क उनक मा यम से संयु त रा य अमर का क ु े े े अ दर जार , पछले सवा सौ वष क वग य अ त वरोध क एक झाँक मलेगी। े पहला त य तो यह है क 11 नव बर 1887 को फाँसी क बाद, पस स, फशर, पाईस एवं एंजेल तथा एक साथी लं ग (िजसने, कहा े जाता है क फाँसी क दन अपने मू ँह म डायनामाईट का ि टक सुलगा कर आ मह या कर लया था) शकागो क कर ब इ लनॉइस ि थत फॉरे ट े े पाक म जमन वा डहाईम क तान म दफनाये गये। कल सात सा थय को मौत क सजा सु नाई गई थी िजसम से दो साथी, फ डेन एवं वाब क ु सजा एक दन पहले आजीवन कारावास म त द ल कर द गई थी। इनम से एक साथी वाब एवं एक साथी नीबे जो पहले से ह कद क सजाया ता ै े थे, दोन नधन क बाद उसी जगह पर दफनाये गये एवं इस तरह मृ यु क बाद शह द फर से एक हो गये! पर यह खास बात नह ं है। खास बात यह े े भी नह ं है क उस वा डहाईम क तान म, िजसे बाद म फॉरे ट होम क तान का अंगीभू त कर लया गया, उन सा थय क याद म एक मृ त- तंभ बनाया गया 1893 म, या न घटनाओं क 6-7 वष क बाद। मृ त- तंभ बनाने वाले थे अलबट वीनट। े े फॉरे ट होम क तान का मृ त तंभ नीचे उकर हु ई े पाईस क पंि त