कवर स्टोरी
नागरिक-केंद्रित नीतियों पर धयान केंद्रित करके, मोदी सरकार यह सुवनकशचत करती है कि प्रतयेक भारतीय के पास अवसरों और आवशयक सेवाओं तक पहुंच हो जिससे सभी के लिए एक उज्वल और सथायी भविषय को बढ़ावा मिले ।
मजबूत हो रही है भारत की वैसशिक पहचान
भारत पिछले 11 वरषों में एक मजबूत वैकशवक नेतृतव के रूप में उभरा है । पिछले 11 वरषों में भारत की यात्रा एक आतमविशवास से भरी वैकशवक शक्त के रूप में इसके परिवर्तन को दर्शाती है । जी-20 अधयक्षता से लेकर अंतरा्मषट्रीय सौर गठबंधन तक, रणनीतिक पहलों के माधयम से, भारत ने उद्ेशय और वयावहारिकता के साथ नेतृतव किया है । मानवीय सहायता, क्षेत्रीय साझेदारी और आतंक-रोधी प्रयासों के प्रति इसकी प्रतिबद्धता एक ऐसे राषट्र को दर्शाती है जो वैकशवक कसथरता में योगदान करते हुए अपने देशवासियों को सबसे आगे रखता है । रक्षा उतपािन से लेकर तकनीकी नवाचार तक, आतमवनभ्मरता पर धयान केंद्रित करके, भारत ने अपनी संप्रभुता और वैकशवक प्रतिषठा को मजबूत किया है । साहसिक नेतृतव और समावेशी ककूटनीति का यह युग भारत को एक संतुलित, समृद्ध विशव वयवसथा को आकार देने में एक महतवपूर्ण शक्त के रूप में सथावपत करता है । भारत ने जलवायु समाधानों का समर्थन करने से लेकर एआई गवननेंस का नेतृतव करने तक, अपने राषट्रीय हितों को सववोपरि रखते हुए अंतरा्मषट्रीय चर्चा को आकार दिया है । प्रधानमंत्री नरेनद्र मोदी के नेतृतव ने इन प्रयासों को जिममेिारी और समावेशिता के साथ सथावपत किया है, जिससे भारत की आवाज को वैकशवक मंचों पर दृढ़ता से रखना सुवनकशचत हो सका ।
भारत ने पिछले 11 वरषों में, प्रभावशाली पहलों के माधयम से वैकशवक नेतृतव के रूप में कदम रखा है, जो परिकलपना को कार्यानवयन के साथ जोडता है । चाहे वह जलवायु परिवर्तन हो, ऊर्जा परिवर्तन हो, सार्वजनिक सवासथय हो या कृत्रिम बुद्धिमत्ा हो, भारत ने प्रतयेक क्षेत्र में
बातचीत को आगे बढ़ाया है और ऐसे गठबंधन तैयार किए हैं, जिनहोंने राषट्र की प्राथमिकताओं को वैकशवक चर्चा के केंद्र में रखा है । प्रधानमंत्री मोदी के नेतृतव में, भारत का दृकषटकोण दायितवपूर्ण और समावेश पर आधारित रहा है, जिसने सदैव राषट्रीय हित को वयापक मानवीय ढांचे के भीतर रखा है । इन पहलों ने भारत को अपनी संप्रभुता की रक्षा करते हुए और अपनी महतवपूर्ण आवाज को बुलंद करते हुए एक नई वैकशवक वयवसथा को आकार देने में सहायता की है ।
भारत ने कोविड-19 संकट के दौरान अपनी मानव-केंद्रित ककूटनीति के प्रमाण के रूप में वै्सीन मैत्री पहल शुरू की । जनवरी 2021 से, भारत ने 99 देशों और दो संयु्त राषट्र निकायों को 30.12 करोड़ से अधिक वै्सीन खुराक की आपूर्ति की है । इसमें 50 से अधिक देशों को उपहार में दी गई 1.51 करोड़ खुराकें और कोवै्स वयवसथा के माधयम से 5.2 करोड़
खुराकें शामिल हैं । भारत की तवरित और बड़े पैमाने पर सहायता ने वैकशवक सवासथय के लिए एक विशवसनीय भागीदार और गलोबल साउथ के एक सहानुभूतिपूर्ण देश के रूप में इसकी छवि को मजबूत किया ।
भारत ने गत पांच वरषों में 150 से अधिक देशों को मानवीय सहायता और आपदा राहत प्रदान की है । इसने महामारी से लेकर प्राकृतिक आपदाओं तक के संकटों से निपटने के लिए चिकितसा दल, राहत सामग्ी और विशेषज्ञ जनशक्त तैनात की है । यह प्रयास न केवल भारत की क्षमताओं को दर्शाते हैं बकलक एक दायितवपूर्ण शक्त के रूप में उसके कर्तवय की भावना को भी प्रदर्शित करते हैं ।
पिछले 11 वरषों में भारत की विदेश नीति ने सिद्धांत, वयावहारिकता और राषट्रीय हित के बीच सावधानीपूर्वक संतुलन को दर्शाया है । प्रधानमंत्री नरेनद्र मोदी के नेतृतव में सरकार ने भारत को वैकशवक मंच पर मजबूती से सथावपत किया है,
22 tqykbZ 2025