Jankriti International Magazine/ जनकृसत अंतरराष्ट्रीय पसिका
समकालीन कथाकार चंद्रकांता एवं नीरजा
ISSN: 2454-2725
मनीर्षा
कुलश्रेष्ठ
क
कहानी-संग्रह
माधव के उपन्यासों में संस्कृ मतगत वैचाररक ‘कठप त ु मलयाँ’ में मचमत्रत यथाथा: मप्रयंका
च न ु ौमतयाँ: प्रो. मृद ल
ा श क् ु ला चाहर
उदयप्रकाश की महाकाव्यात्मक कहानी
‘पीली छतरी वाली लड़की’ में मनमहत म ल
संव द े ना: संतोर्ष कुमार
श्री लाल श क् ु ल के उपन्यासों का
मनोवैज्ञामनक मवश्ले र्षि: डॉ. लक्ष्मी ग प्त ु ा
स द ु ामा पाण्डेय ‘ध म ू मल’ के काव्य सृजन की
साहमसकता: मवशाल कुमार मस ह ं
उदय प्रकाश की रचना सृमसे का राजनीमतक
आयाम: मवनय कुमार ममश्र
लीलाधर म ड ं लोई का पररवेश-बोध और
काव्य ्टमसे: मवकाश कुमार यादव
आध म ु नकताबोध और के दारनाथ मस ह ं : डॉ.
मवमलेश मत्रपाठी
उत्तरमध्यकालीन प्रम ख
मनग ि ा ु सन्त
कबीर: कल और आज- स म ु मत कुमार
चौधरी
मशवप्रसाद मसंह की कहामनयों में ग्रामीि
जीवन और सामामजक पररप्रेक्ष्य- कंचन
लता यादव
मत्रलोचन शास्त्री के सामहत्य में मानवीयता
की तलाश- - डॉ. स भ ु ार्ष चन्द्र पाण्डेय
मध्यकालीन साम त ं ी प्रमतरोध और नागमती
का चररत्र- छाया चौब
ह स ं राज रहबर के सामहमत्यक कृ मतयों म
राष्ट्रवाद और माक्सावाद का द्व द ं : प क
ज
कुमार
समकालीन महन्दी कहानी में सामामजक
आमथाक लोकतन्त्र: डॉ. धनंजय कुमार साव
सम्प्रदाय: सामान्य पररचय- डॉ॰ अन र ु ाधा
शमा
मकतने पामकस्तानः मानवता का दस्तावेज-
भगवती देवी
िाक्षायकार/ Interview
राधा मकन्नर से साक्षात्कार: पावाती कुमारी
म ब ं ु ई मवश्वमवद्यालय के मह द ं ी मवभाग क
प्राध्यापक, प्रमसद्ध
Vol. 3 , issue 27-29, July-September 2017.
सामहत्यकार व
वर्ष 3, अंक 27-29 जुलाई-सितंबर 2017