Jankriti International Magazine/ जनकृसत अंतरराष्ट्रीय पसिका
ISSN: 2454-2725
आलोचक डॉ. करुिाश क
र उपाध्याय स
डॉ. प्रमोद पाण्डेय की बातचीत
अन ि ु ाद/ Translation
सामहमत्यक
अन व ु ाद
:
ज्ञान
का
लोकतंत्रीकरि एवं अन व ु ादक की स्वायत्ता
का प्रश्न- श्वेता राज
अप्रकामशत अन म ू दत रूसी कहानी: मारे य
नाम का मकसान- म ल
कथाकार : फ़्योदोर
दोस्तोयेव्स्की: अन व ु ादक- स श
ांत स म ु प्रय
प्रिािी िासहयय/ Diaspora Literature
मिटेन के पररप्रेक्ष्य में प्रवासी सामहत्यकार
एवं लेखक: एक पररचयात्मक अध्ययन-
डॉ. उममाला पोरवाल सेमठया
मगरमममटया मजद र ू ों की पीड़ा का दस्तावेज़:
गा ध ं ी जी बोले थे- राजपाल
Vol. 3 , issue 27-29, July-September 2017.
वर्ष 3, अंक 27-29 जुलाई-सितंबर 2017