Jan 2024_DA | Page 27

राजयों ्के चुनाव में अगर ्कांग्ेस ने ग्बिंधन धर्म निभाया होता तो इतनी शर्मना्क पराजय नहीं मिलती । ्कांग्ेस से नाराजगी ्के बिावजदूि विपक्ी दलों ्के पास िदूसरा ्कोई रासता नहीं बिचा है । यही ्कारण है द्क आईएनडीआईए ग्बिंधन ्के घट्क दल आपसी ए्कजुटता ्का प्रदर्शन सार्वजदन्क रूप से ्कर रहे हैं ।
इस्के बिावजदूि सच यह भी है द्क आईएनडीआईए ग्बिंधन में ्कोई समन्य नहीं है , जबिद्क समन्य समिति ्कई माह पहले ही बिनाई जा है । तृणमदूल सुप्रीमो एवं पषशचम बिंगाल ्की मुखयमंत्ी ममता बिनजवी भी अपनी राजनीति खेल रही हैं और आप , शिवसेना ( उद्् ठा्करे )
जैसे दल ममता ्का समर्थन भी ्करते नजर आते हैं । मल्लिकार्जुन खरगे ्को प्रधानमंत्ी ्का चेहरा बिनाने ्का सुझाव भी इसी ्कड़ी ्का ए्क हिससा ्कहा जा स्कता है । उधर दबिहार में भी जेडीयदू और राजद ्के बिीच अघोषित युद् जारी है । लालदू प्रसाद लगातार यह ्कोशिश ्का रहे हैं द्क द्कसी भी तरह से उन्के पुत् ्को राजय ्की सत्ता मिल जाए । इस्के लिए नितीश ्कुमार और लालदू यादव ्के मधय शह-मात ्की प्रदकया जोरों पर है , लेद्कन दोनों ही नेता सार्वजदन्क रूप से ए्क- िदूसरे ्का हाथ थाम ्कर मुस्कुराते हुए यही ्कह रहे हैं द्क दबिहार में सबि ्कुछ अचछा है ।
आईएनडीआईए ग्बिंधन ्के विभिन्न दल सीट समझौते से ले्कर आपसी समन्य और न्यूनतम साझा ्कायमाकम पर सहमति ्के दावे तो ्कर रहे हैं , लेद्कन सच यह भी है द्क सहमति
्का यह भाव द्कसी ्को भी दिखाई नहीं दे रहा है । राजस्ान , मधय प्रदेश और छत्तीसगढ़ ्के परिणामों से यह भी दर्शा दिया है द्क लो्कसभा चुनाव में भाजपा ्को हराने ्के लिए आईएनडीआईए ग्बिंधन ्का साझा उ्मीि्ार जीत ्की ्कोई गारंटी नहीं है और न ही आईएनडीआईए ग्बिंधन ्का साझा उ्मीि्ार भाजपा और मोदी ्को चुनौती देने ्की षस्त में है । ऐसा ्कहा जा स्कता है द्क िदक्णी राजयों में भाजपा ्कमजोर है , पर ्कांग्ेस ्की षस्दत भी ्कोई बिेहतर वाली नहीं है । ्कांग्ेस और उस्का ग्बिंधन िदक्णी राजयों में ्कोई बिड़ा उलटफेर ्करने में सफल होगा , ऐसी उ्मीि द्कसी ्को
भी नहीं है । उधर भाजपा भी िदक्णी राजयों में तेजी ्के साथ जिस तरह सदकय हुई है , उससे लगता है द्क आगामी लो्कसभा चुनाव में भाजपा ्को िदक्णी राजयों में बिड़ी सफलता हासिल होगी और ऐसे में प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी ्को तीसरी बिार रो्कने ्की ्कलपना ्करना भी मुश्किल है ।
्कई राजयों में आईएनडीआईए ग्बिंधन ्के घट्क दलों में स्ामादध्क अंतर्विरोध और दलगत हितों ्का ट्कराव भी है । इस्के साथ ही विपक् ्के ्कई दल आईएनडीआईए ग्बिंधन में शामिल नहीं हैं , जिनमें बिहुजन समाज पाटवी ( बिसपा ) भी शामिल है । उत्तर प्रदेश में बिसपा ्का आईएनडीआईए ग्बिंधन में शामिल नहीं होना भी विपक्ी ए्कता ्के लिए बिड़ी चुनौती ्के रूप में देखा जा स्कता है । वैसे भी पांच राजयों ्के चुनाव में ्कांग्ेस ने बिसपा ्को जिस तरफ से ्कोई
महत्् नहीं दिया , अबि बिसपा भी ्कांग्ेस नीत आईएनडीआईए ग्बिंधन ्को दरद्कनार ्कर्के अपनी राजनीदत्क दबिसात दबिछाने में जुटी हुई है । ऐसे में ्कहा जा स्कता है द्क ए्क-िदूसरे ्को निपटाने वाली विपक्ी दलों ्की राजनीति अंततः आईएनडीआईए ग्बिंधन ्को भी निपटा देगी । यहां पर यह भी सप्ट है द्क संयुकत लक्य ्को निजी राजनीदत्क हितों पर वरीयता दिए दबिना संयोज्क , न्यूनतम साझा ्कायमाकम और सीट समझौते पर सहमति संभव नहीं होगी । लेद्कन यह ्कार्य भी ए्क दनषशचत समय पर भी ्करना होगा , लेद्कन आईएनडीआईए ग्बिंधन ्के घात्क दलों ्की षस्दत ्को देखते हुए ऐसा लग नहीं है । अतीत ्की विपक्ी ए्कताओं और दबिखरावों से उस्की विश्सनीयता लगभग रसातल में जा चु्की है । यह धारणा लगातार मजबिदूत होती गई है द्क विपक् ्के नेता अपने सत्ता स्ा्षों ्के लिए ही ए्कजुट होते हैं , उन्के पास देश और समाज ्के लिए ्कोई विजन या अजेंडा नहीं है ।
आईएनडीआईए ग्बिंधन ्के बिीच जारी उठापट्क ्के बिीच भाजपा और प्रधानमंत्ी मोदी लगातार अपनी चुनावी तैयारियों में वयसत हैं । प्रधानमंत्ी नरेनद्र मोदी ्के नेतृत् में विश् में भारत ्की प्रतिष्ा लगातार बिढ़ रही है । भारत आतमदनभमार हो गया है । रा्ट्र ्का आतमद्श्ास बिढ़ा है । इतिहास लेखन ्का पक्पात सप्ट हो गया है । श्रीराम और श्री्ककृ्ण ्को ्काव्यकलपना बिताने वाले ्कद्त दलबिरल सेकयुलर इतिहास्कार लज्जित हैं । उतसाह से ओतप्रोत भाजपा लगातार अपने लक्य ्को हासिल ्करने ्की तरफ बिढ़ती जा रही है । भाजपा ्के लिए ए्क स्कारात्मक तरय यह भी है द्क प्रधानमंत्ी मोदी ्की नीतियों और ्कायषों से गरीबि , दलित , पिछड़े और वनवासी वर्ग ्की जीवन षस्दतयों में जो बििलाव आया है , उस्के ्कारण इन सभी ्गषों में भाजपा ्की पैठ बिढ़ती जा रही है । द््कास योजनाओं से लाभाषन्त वर्ग प्रधानमंत्ी मोदी ्के नए वोट बिैं्क ्के रूप में देखा जा स्कता है और यही वोट बिैं्क ए्क बिार फिर से प्रधानमंत्ी मोदी ्की जीत सुदनषशचत ्करेगा , इसमें ्कोई संदेह नहीं है । �
tuojh 2024 27