Jan 2024_DA | Page 26

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मोदी सरकार की नीतियों से दलित-गरीब की जीवन में आया बड़ा बदलाव

विपक्षी दलों के नीति-नियत पर उठ रहे हैं सवाल

माह संपन्न हुए पांच राजयों ्के विधानसभा चुनाव ्के परिणाम ने पिछले

2024 में होने जा रहे लो्कसभा चुनाव ्की गणित ्को सप्ट ्कर दिया है । इन परिणामों ने यह भी सप्ट ्कर दिया है द्क आगामी लो्कसभा चुनाव में विपक् विशेष रूप से ्कांग्ेस ्कुछ विशेष ्कर्के दिखाने ्की षस्दत में नहीं है । मोदी सर्कार ्की नीतियों से गरीबि , दलित , पिछड़े और वनवासी समाज ्की षस्दतयों में पिछले दस ्रषों से जो बििलाव आया है , उस्की ्कलपना द्कसी ने भी ्रषों से नहीं ्की थी । यही ्कारण है द्क इन ्गषों ्का पदूणमा समर्थन प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी और उन्की सर्कार ्को जिस तरह से मिल रहा है , उससे ्कांग्ेस सहित अनय विपक्ी दल स्कते में हैं । पिछले ्कई माह से ्कांग्ेस लगातार यह ्कोशिश ्कर रही है द्क आगामी लो्कसभा चुनाव में भाजपा ्को पराजित ्करने ्के लिए सभी विपक्ी दल ए्कजुट हो्कर चुनाव मैदान में उतरें , लेद्कन ्कांग्ेस ्की यह ्कोशिश भी स्यं ्कांग्ेस ्की नीतियों ्के ्कारण असफल होती जा रही है ।
इसी माह अयोधया षस्त भवय मंदिर में होने वाले भगवान श्रीराम ्के प्राण प्रतिष्ा समारोह ्को ले्कर भी ्कांग्ेस सहित अनय सभी विपक्ी दल ' राजनीदत्क समारोह ' ्का हवाला दे्कर प्राण प्रतिष्ा समारोह ्का बिदह््कार ्कर रहे है , वह भी विपक्ी राजनीति ्के लिए ्कोई अचछा सं्केत
नहीं है । भारत ही नहीं , वरन विश् भर में भगवान श्रीराम ्के मंदिर ्को ले्कर जो उतसाह ्का माहौल है , ्कांग्ेस सहित अनय विपक्ी दल उसे समझने ्की शायद षस्दत में नहीं है या फिर विपक्ी दल ्को अपने उस वोट बिैं्क ्की जयािा चिंता है , जो वोट बिैं्क हिन्दू विरोध ्के नाम पर देश में पैदा द्कया गया हैI सप्ट रूप से ्कहा जाए तो हिन्दू विरोध ्के नाम पर देश में सिर्फ तुष्टिकरण और सा्प्रदादय्कता ्को ही पैदा द्कया गया , जिस्का लक्य सत्ता हासिल ्करने ्के लिए वर्ग विशेष ्के वोट हासिल ्करने से जयािा और ्कुछ नहीं है । इसी वर्ग विशेष ्के वोट ्के लिए ्कांग्ेस और विपक्ी ्के अनय दलों ्के मधय खींचतान जारी है । आईएनडीआईए नाम से बिनाए गए विपक्ी ग्बिंधन से जो उ्मीि लगाई भी जा रही थी , वह उ्मीि भी पांच राजयों ्के आए परिणामों से
टूट चु्की है और अबि आईएनडीआईए ग्बिंधन में शामिल दल ्कांग्ेस ्के साथ सीटों ्के बिंटवारे ्को ले्कर ए्क-िदूसरे ्की तंग खींचने में लग गए हैं । हालत यह है द्क तमिलनाडु में सत्तारूढ़ दल डीएम्के नेताओं ्की ओर से आईएनडीआईए ग्बिंधन ्को चुनौती देने वाले बियान लगातार आ रहे हैं तो उत्तर भारत ्के राजयों में ग्बिंधन ्के सहयोगियों ्की नाराजगी ्को िदूर ्करने में ्कांग्ेस नेताओं ्को पसीना छूट रहा हैं । सपा , आप , राजद , जेडीयदू सहित वामपंथी दल ्कांग्ेस ्के लिए सहयोगी दल सादबित होने ्के स्ान पर ्कांग्ेस ्के लिए जिस तरह से मुसीबित बिन रहे हैं , उससे आगामी लो्कसभा चुनाव ्के परिणाम अभी से ही सप्ट होता जा रहा है ।
आप , सपा , जेडीयदू सहित अनय विपक्ी दल अबि यह ्कहते हुए नहीं ््क रहे हैं द्क पांच
26 tuojh 2024