मां सुरक�डा मंिदर
सभी फोटो : मनीष क�मार लोधी
सबसे ऊ�चा �थान मां सुरक�डा का पावन धाम
हम से कई लोग जब गम� की छ�ि�य� म� घूमना �लान करते ह� तब िदमाग म� पहाड़ और बफ� से ढकी उनकी चोिटयां ही रहती ह� । हम पहाड़ क� सुंदर नजार� म� इतना खो जाते ह� िक कई मह�वपूण� �थल खो से जाते ह� । सुरक�डा देवी का मंिदर ऐसा ही मनोरम �थान है जहां की सुंदरता का अहसास वहां जाने क� बाद ही हो पाता है । तो आइये चल� मां क� पिव� मंिदर म� ।
मां सती का शीश िगरा था यहां
उ�राखंड म� वैसे तो एक से बढ़कर एक मंिदर ह� लेिकन मां सुरक�डा देवी क� मंिदर की बात ही अलग है । मां सुरक�डा देवीका पावन धाम जनपद िटहरी म� ��थत ह� । यहां क� बारे म� मा�यता है की जब माता सती , द� �जापित क� य� म� अपने �ाण� की आहुित दे देती ह� और भगवान िशव उनकी पािथ�व देह को उठा कर �हमांड म� घूमते ह� , तो भगवान िव�णु अपने सुदश�न क� �ारा माता सती क� 51 अंश कर देते ह� , ये अंश हमारे आया�वत� म� जहां-जहां पर िगरे वंही पर श��त पीठ की �थापना भगवान िशव ने की थी . यंहा पर माता का शीश िगरा था । इस कारण इसका नाम सुरक�डा पड़ । हर श��त पीठ म� माँ श��त क� साथ साथ , भगवान िशव क� अवतार भैरव भी �थािपत ह� । इस श��तपीठ म� भी ऐसा ही है । चंबा �खंड का जड़धारगांव देवी का मायका माना जाता है । यहां क� लोग िविभ� अवसर� पर देवी की आराधना करते ह� । मंिदर
आपको बताते चल� िक यह इस इलाक� का सबसे ऊ�चा �थान है और इसकी ऊ�चाई 9995 फ�ट है । मां का मंिदर ठीक पहाड़ की चोटी पर है । इस जगह की दुल�भता इसिलए भी है िक उ�र-पूव� की ओर यहां िहमालय की �ृंखलाएं िबखरी पड़ी ह� ।
की सम�त �यव�था वही करते ह� । पूजा-अच�ना का काम पुजा�डी गांव क� लेखवार जाित क� लोग करते ह� । िस�पीठ� म� मां सुरक�डा का मह�व सबसे अलग है । देवी सुरक�डा सभी क�ट� व दुख� को हरने वाली ह� । कहा जाता है िक नवरा� व गंगा दशहरे क� अवसर पर देवी क� दश�न� से मनोकामना पूण� होती है । यही कारण है िक सुरक�डा मंिदर म� �ितवष� गंगा दशहरे क� मौक� पर िवशाल मेला लगता है ।
मंिदर से िदखते ह� मनोहारी नजारे
यह �थान धनौ�टी से और च�बा से बाईस िकलोमीटर पड़ता है । माता का धाम इस �थान की सबसे ऊ�ची चोटी पर ��थत है । यह �थान चार� ओर से देवदार क� जंगलो से िघरा हुआ है । अगर मौसम ने आपका साथ िदया तो आप इस मंिदर से ह�र�ार , देहरादून , मसूरी , और बफ� से ढकी िहमालय की चोिटयां साफ़ साफ देख सकते ह� ।
आपको बताते चल� िक यह इस इलाक� का सबसे ऊ�चा �थान है और इसकी ऊ�चाई 9995 फ�ट है । मां का मंिदर ठीक पहाड़ की चोटी पर है । इस जगह की दुल�भता इसिलए भी है िक उ�र-पूव� की ओर यहां िहमालय की �ृंखलाएं िबखरी पड़ी ह� । चूंिक बीच म� कोई और �यवधान नह� है इसिलए बा� तरफ िहमाचल �देश की पहािड़य� से लेकर सबसे दािहनी तरफ नंदा देवी तक की पूरी �ृंखला यहां िदखाई देती है । सामने ब�ीनाथ , क�दारनाथ , गंगो�ी , यमुनो�ी यानी चार� धाम� की पहािड़यां नजर आती ह� । यह एक ऐसा नजारा है तो वाकई दुल�भ है । गढ़वाल क� िकसी इलाक� से इतना
April-May , 2018 g
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