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के लिए समररंत संत रविदास की प्रतिमा का अनावरण

वयिस्था शञावमि है । प्रधञानमंत्ी ने संत रविदञास की नई प्रतिमञा की चचञा्य की और संत रविदञास संग्हञािय की आधञारवशिञा रखी ।
प्रधञानमंत्ी मोदी ने कहञा कि आज महञान संत और समञाज सुधञारक गञाडगे बञाबञा की भी जयंती है I बञाबञा सञाहेब आंबेडकर गञाडगे बञाबञा के कञाम के बहुत बड़े प्रशंसक थे और गञाडगे बञाबञा भी बञाबञा सञाहेब से प्रभञावित थे । प्रधञानमंत्ी ने गञाडगे बञाबञा की जयंती पर उनहें भी नमन कियञा । प्रधञानमंत्ी मोदी ने कहञा कि संत रविदञास की शिक्षाओं ने हमेशञा उनकञा
मञाग्यदर्शन कियञा । वह संत रविदञास के आदशषों के अनुरूप सेिञा करने कञाअवसर मिलने के लिए आभञारी हैं । उनहोंने हञाि ही में मधय प्रदेश में संत रविदञास स्मारक के वशिञान्यास कञा वजरि कियञा ।
प्रधञानमंत्ी मोदी ने भषकत आंदोलन में संत रविदञास की भूमिकञा को रेखञांकित करते हुए कहञा कि यह भञारत कञा इतिहञास है कि संत , ऋषि यञा महञान वयषकतति के रूप में एक उद्धञारकतञा्य जरूरत के समय सञामने आतञा है । संत रविदञास ने विभञावजत और खंडित भञारत
को फिर से ऊजञा्यिञान बनञायञा है । उनहोंने समञाज में सितंत्तञा को अर्थ दियञा और सञामञावजक विभञाजन को भी पञाट दियञा । असपृ्यतञा , िग्यिञाद और भेदभञाि के वखिञाफ आिञाज बुलंद की । संत रविदञास को मत और धर्म की विचञारधञारञाओं में नहीं बञांधञा जञा सकतञा कयोंकि रविदञास जी सबके हैं और सभी रविदञास जी के हैं I जगतगुरु रञामञानंद के वश्य के रूप में वै्णि समुदञाय भी संत रविदञास को अपनञा गुरु मञानतञा है और सिख समुदञाय उनहें बहुत आदर की दृष्ट से देखतञा है । प्रधञानमंत्ी मोदी ने रेखञांकित कियञा
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