eMag_Sept2021_DA | Page 29

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कूरता तो हमारे यहायं पर ही है । पहले रामराज था लेकिन अब सब बदलकर कामराज है । जितनी एके-47 उनके पास नहीं होंगी , उतनी तो हिनदुसतान में माफियाओं के पास हैं । तालिबानी तो हथियार छीनकर और मायंगकर लाते हैं लेकिन हमारे यहायं माफिया खरीदते हैं । राना का कहना है कि उत्तर प्रदेश में भी थोड़़े बहुत तालिबानी हैं , यहायं सिर्फ मुसलमान ही नहीं बषलक लहयंदू तालिबानी भी होते हैं ।
महर्षि वाल्ीनक से कर दी तालिबानियों की तुलना
अफगानिसतान पर तालिबानियों के कबजे को लेकर एक निजी टीवी चैनल के साथ विसतृत बातचीत में मुनववर राणा ने दुदाांत तालिबानी आतयंलक्ों की तुलना महर्षि वालमीलक के साथ करने से भी गुरेज नहीं किया । राना ने सवालिया लहजे में कहा कि वालमीलक जी पहले क्ा थे , और बाद में क्ा हो गए ? तालिबानी भी पहले से बदल चुके हैं । अब पहले जैसा माहौल नहीं
है । मुनववर राना ने बामियान में तालिबानियों द्ारा भगवान बुद्ध की मूर्तियों को न्ट किये जाने को गलत बताने या अपनी कोई सीधी प्रलतलक्ा देने के बजाय कहा कि भारत में तो राम मयंलदर बनाने के लिए मषसजद तोड़ दिया , आप उसे क्ा कहिएगा ? क्ा यह पलवरि कार्य था ? मुनववर राना ने कहा कि अगर वालमीलक रामायण लिख देते हैं तो देवता हो जाते हैं , उससे पहले वह डाकू होते हैं । आप उनहें भगवान कह रहे हैं । हिनदू धर्म में किसी को भी भगवान कह दिया जाता है । वालमीलक एक लेखक थे । उनका जो किरदार था , उसे अदा किया । उनहोंने रामायण लिखकर बड़ा काम किया । लेकिन इयंसान का किरदार और इयंसान का कैरेकटर बदलता रहता है । हमें आज अफगानी अच्छे लगते हैं , दस साल बाद वह वालमीलक होंगे । राना के मुताबिक तालिबान को आतयंकवादी नहीं कह सकते , उनहें अग्रेसिव ( उग्र ) कहा जा सकता है ।
आस्् पर हुआ आघात तो मच गया तूफान
हिनदुसतालन्ों की आसथाओं का अपमान करते हुए कट्रवादी मुसलमान के तौर पर दुदाांत तालिबानी आतयंलक्ों का गुणगान करने की पहले करके मुनववर राना चौतरफा निशाने पर आ गए हैं और हर तरफ उनकी थूकका — फजीहत हो रही है । खास तौर से महर्षि वालमीलक को भगवान की तरह मानने और पूजनेवालों की आसथाएयं आहत होने से पूरे देश में राना के खिलाफ भारी असयंतोष का माहौल है । कई राज्ों में लोगों ने इस पूरे मामले को लेकर विभिन्न सतरों पर शिकायतें दर्ज कराई हैं । इसी कम में राना के गृह — राज् उत्तर प्रदेश में उनके ही शहर लखनऊ में लहयंदू आसथा व दलित समाज के प्रति अपमान जनक टिपपरी करने को लेकर अखिल भारतीय षिलरिय महासभा युवा और लहयंदू महासभा सहित सामाजिक सरोकार फाउंि़ेशन ने भी हजरतगयंज कोतवाली में तहरीर दी जिस पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस मामले की जायंच कर रही है । हजरतगयंज के एसीपी राघवेंद्र मिश्ा के मुताबिक प्रापत तहरीर
को आधार बनाकर मुनववर राना के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने , सार्वजनिक शायंलत के विरूदघ अपराध करने व एससीएसटी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है । राना के खिलाफ जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है उसमें एससी / एसटी एकट के अलावा 153ए , 295ए और 505 — 1बी भी शामिल है ।
कार्रवाई की नौबत आई तो बदल गए सुर
एफआईआर दर्ज होने और सोशल मीडिया पर लोगों के भारी विरोध के बाद मुनववर राना के सुर बदल गए हैं । कार्रवाई की नौबत आने के बाद अपने बयानों से पलटते हुए राना कह रहे हैं कि उनहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इ्क है और उत्तर प्रदेश के मुख्मंत्री योगी आदित्नाथ के भी वह मुरीद हैं । अपने बयानों पर सफाई देते हुए राना कहा है कि मेरे बयानों को गयंभीरता से न लिया जाए । ये बयान शायराना अयंदाज में दिए थे । कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए अपनी बातों से पलटते हुए मुनववर राना ने कहा कि तालिबान एक जयंगली कौम है और लहयंदुसतान एक मुलक । लहयंदुसतान तो जन्नत है । जन्नत न होता तो हमारा तो पूरा खानदान बयंटवारे के समय पाकिसतान चला गया । हम तो नहीं गए लहयंदुसतान से । मुझे शायर बनाया लहयंदुसतान की मिट्ी ने , मुझे इयंसानियत सिखाई लहयंदुसतान की मिट्ी ने , मुझे अजान देना सिखाया लहयंदुसतान की मिट्ी ने । अब लोग कह रहे हैं कि मैं मुलक छोड़कर पाकिसतान , बायंगिादेश या अफगानिसतान चला जाऊं । लहयंदुसतान से मुहबबत का जो रर्ता है वो इसलिए भी है कि हम इसे मादर-ए-वतन कहते हैं । ये मेरी मायं का मुलक है । तालिबान से ज्ादा एक-47 हथियार तो लहयंदुसतान के माफियाओं के पास होने के बयान को भी गयंभीरता से नहीं लेने की उनहोंने बात कही है । उनहोंने कहा कि मैं मोदी जी को पसयंद करता हूयं । मेरी कमजोरी है कि मैं तो मोदी जी से इ्क करता हू । यं अब राना ने अपने बचाव में पूरे विवाद का ठीकरा मीडिया के सिर पर फोड़ते हुए कह रहे हैं कि मेरे बयान को तोड़- मरोड़कर पेश किया गया । �
flracj 2021 दलित आं दोलन पत्रिका 29