eMag_Oct 2021-DA | Page 24

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कल्ाण मार्ग के पथिक - कल्ाण सिंह

विनोद बंसल
इस बात सरे जुड़े एक-एक बिंदु

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का ्पषटीकरण दरेनरे के लिए तैयार
हूँ कि मैंनरे अथवा मरेररे साथियों , सहयोगियों या मरेरी सरकार नरे कहीं किसी प्कार सरे कंटेमपट ऑफ़ कोर्ट नहीं किया है । ्या मैं गोली चला दरेता ? NIC की मीलट़ंग में मैंनरे ्पषट किया कि गोली नहीं चलाऊँगा , गोली नहीं चलाऊँगा , गोली नहीं चलाऊँगा ।''
उनहोंनरे एक बार यह भी बरेबाक बोला था कि " 6 दिसमबर को लगभग 1 बजरे जब केंद्र सरकार के गपृह मंत्ी चवहाण जी का मरेररे पास फ़ोन आया , उनहोंनरे कहा कि मरेररे पास यह सूचना है कि कार सरेवक गुमबद पर चढ़ गए हैं , आपके पास ्या सूचना है ? मैंनरे कहा , मरेररे पास एक कदम आगरे की सूचना है कि उनहोंनरे गुमबद को तोड़ना भी शुरू कर दिया है । िरेलकन यरे बात लिखकर िरे लो चवहाण साहब , मैं कार-सरेवकों पर गोली नहीं चलाऊँगा । िरेलकन हाँ , गोली चलानरे के अलावा जो भी काम हालात को नियंत्ण में लानरे के लिए किया जा सकता है वो हम कर रहरे हैं ।” कलयाण सिंह जी के यरे शबद आज भी मरेररे कानों में गूंज रहरे हैं ।
उनकी हिममत को भी दाद दरेनी पड़ेगी । एक सार्वजनिक भाषण में उनहोंनरे कहा था कि " कोर्ट में केस करना है तो मरेररे खिलाफ करो । जाँच आयोग बिठाना है तो मरेररे खिलाफ बिठाओ । किसी को सजा दरेनी है तो मुझरे दो ।" जैसरे ही उस बाबरी ढाँचरे की ईंटें गिरीं , लदिरेरी के साथ , यूपी के ततकािीन मुखयमंत्ी बाबू कलयाण सिंह जी नरे अपनरे पद सरे तयागपत् सौंप दिया । इसके बाद वो मीडिया के सामनरे आए और कहा , " मुझरे इसका कोई अफसोस नहीं है । कोई दुख नहीं है । कोई प्छतावा नहीं है । यरे सरकार राम मंदिर
के नाम पर बनी थी और उसका मकसद पूरा हुआ । ऐसरे में सरकार राम मंदिर के नाम पर कुर्बान । राम मंदिर के लिए एक ्या सैकड़ों सतिा को ठोकर मार सकता हूँ । केंद्र सरकार कभी भी मुझरे गिरफतार करवा सकती है । ्योंकि मैं ही हूँ , जिसनरे अपनी पाटटी के बड़े उद्देशय को पूरा किया है ।"
बाबू कलयाण सिंह जी को इतिहास पुरुष बतातरे हुए अपनरे श्द्धासुमन में विशव हिनदू परिषद ( विहिप ) उपाधयक्ष तथा श्ीराम जनमभूमि तीर्थ क्षेत्र नयास के महा सचिव श्ी चंपत राय नरे 21 अग्त को कहा कि ‘ बाबू जी का दरेहावसान यद्लप भारतीय समाज के लिए अपूरणीय क्षति है तथापि , भावी काल में वरे इतिहास पुरुष कहलायरे जाएँगरे । निहत्थे राम भ्तों पर गोली नहीं चलाई जायरेगी तथा ६ दिसमबर को या उसके पूर्व अयोधया में अधिकारियों नरे जो कु्छ किया , मरेररे आदरेि सरे किया , इसकी समपूणदा ज़िम्मेदारी मरेरी है । ऐसी घोषणा करनरे का आसतमक साहस रखनरे वािरे वरे थरे । उनका राजनीतिक जीवन अनुकरणीय है । मैं भावपूर्ण श्द्धांजलि समर्पित करता हूँ । परम पिता परमातमा उनहें अपनरे श्ीचरणों में ्थान प्दान करें , यह कामना है ।“
श्ी राम मंदिर की नीव की ईंट की संज्ा दरेतरे हुए विहिप कार्याधयक्ष व वरिषठ अधिव्ता श्ी आलोक कुमार नरे कहा कि “ हिंदुतव के पुरोधा आदरणीय कलयाण सिंह जी के निधन की दुखद सूचना मिली । वरे अयोधया के श्ीराम मंदिर की नींव में है और उसके शिखर पर भी हमरेिा रहेंगरे । उनको विनम्र श्द्धांजलि । ॐ शांति ।“
अपनरे एक संदरेि में विहिप के ही सँयु्त महामंत्ी डॉ सुरेंद्र कुमार जैन नरे @ VHPDigital के माधयम सरे किए टवीट में कहा कि “ बाबरी
ढांचा विधवंस की सम्त जिम्मेदारी अपनरे ऊपर िरेनरे वािरे उतिर प्दरेि के पूर्व मुखयमंत्ी व प्खर रामभ्त श्ी कलयाण सिंह जी के निधन पर विशव हिंदू परिषद शोक वय्त करता है । ॐ शांति : शांति : शांति :।“
प्धान मंत्ी श्ी नरेंद्र मोदी नरे कहा कि “ कलयाण सिंह के माता-पिता नरे उनहें कलयाण नाम दिया था । उनहोंनरे पूररे जीवन अपनरे नाम को सार्थक किया । वो कलयाण सिंह थरे और उनहोंनरे जनकलयाण ही अपना मंत् बनाया । उनहोंनरे भारतीय जनता पाटटी , जनसंघ और पूररे परिवार को अपना जीवन समर्पित किया । कलयाण सिंह भारत के कोनरे-कोनरे में एक विशवास का नाम बन गए थरे । एक प्लतबद्ध निर्णय कर्ता का नाम बन गए थरे और जीवन के अधिकतम समय वो जनकलयाण के लिए हमरेिा प्यत्नरत रहरे ।'
एक अनय संदरेि में उनहोंनरे यह भी कहा कि “ हमनरे एक सामथयदावान नरेता खोया है । मैं भगवान प्भु श्ी राम के चरणों में प्ाथदाना करता हू ं कि प्भु राम कलयाण सिंह जी को अपनरे चरणों में ्थान
24 दलित आं दोलन पत्रिका vDVwcj 2021