eMag_Oct 2021-DA | Page 23

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सभी को पयार ।' िरेलकन इस माफीनामरे के बावजूद युविका चौधरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है । एफआईआर अनुसूचित जाति व जनजाति अतयाचार अधिनियम की धारा 3 ( 1 ) ( यू ) के तहत दर्ज की गई है जो कि गैर जमानती है । इस मामिरे में युविका चौधरी नरे अगर जांच में पूरा सहयोग नहीं किया अथवा अदालत में आरोपों की पुसषट हो गई तो उनका गिरफतार होकर जरेि जाना तय ही है ।
बिगबॉस फे म टिकटॉक स्टार सोनािरी फोगाट को
नोटिस प्लसद्ध टीवी शो बिग बॉस सरे चर्चा में आई
पूर्व टिकटॉक ्टार सोनाली फोगाट भी
कानूनी नोटिस भरेजा और सार्वजनिक रूप सरे माफी मांगनरे की बात कही । दरअसल लप्छिरे दिनों सोनाली फोगाट आदमपुरा के बालसमंद क्षेत्र में एक मीलट़ंग में शामिल होनरे पहुंची थी । इस दौरान किसानों नरे मीलट़ंग का विरोध भी कर दिया था । इसी बीच सोनाली फोगाट फेसबुक पर लाइव आई थीं । आरोप है कि इसी वीडियो में सोनाली फोगाट नरे अनुसूचित जाति सरे संबंधित एक शबद का इस्तेमाल किया जो केंद्र व राजय सरकार नरे प्लतबंधित किया हुआ है और सवणोच् अदालत नरे भी इसरे प्लतबंधित किए जानरे लायक शबद माना हुआ है । सोनाली फोगाट के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स हैं । उन सभी नरे इस वीडियो को दरेखा । आरोप है कि इस वीडियो के माधयम सरे सोनाली फोगाट
रही हैं उनमें सबसरे पहली तो यही है कि दलित समाज को िरेकर समाज के आइकॉन मानरे जानरेवािरे चर्चित लोग भी पूवादाग्हों सरे बुरी तरह ग््त हैं । यही वजह है कि उपमा और उदाहरण दरेनरे के कम में बरेसाखता उनकी जुबान सरे दलित समाज को अपमानित करनरे और उनहें नीचा दिखानरे वािरे शबद निकल जातरे हैं । लनसशचत तौर पर यह बरेहद दुखद , दुर्भागयपूर्ण और शर्मनाक स्थलत है जिसरे कतई हलके में नहीं लिया जा सकता है । इस पर ऐसी कार्रवाई होनी ही चाहिए जो दूसरों के लिए नजीर बनरे । इन मामलों में यह एकरूपता भी दिखती है कि विवादों में घिरनरे के बाद यह कहकर खुद को लनदणोष साबित करनरे की कोशिश की जाती है कि उनहोंनरे जान — बूझकर ऐसा — वैसा नहीं
गपृहमंत्ािय सरे िरेकर सवोच् नयायालय तक के द्ारा प्लतबंधित जाति सूचक शबद का इस्तेमाल करनरे के मामिरे सरे उपजरे विवादों में घिरी हुई हैं । फेसबुक लाइव के दौरान अनुसूचित जाति सरे संबंधित प्लतबंधित शबद का इस्तेमाल करनरे पर एक्टलव्ट रजत कलसन नरे उनहें
नरे पूररे अनुसूचित जाति वर्ग को अपमानित करनरे का काम किया है ।
पूर्वाग्रहों से बुररी तरह ग्रस् हैं चर्चित लोग भरी इन सभी मामलों में जो बातें कॉमन दिख
कहा अथवा समाज के किसी वर्ग को आहत करनरे की उनकी मंशा नहीं थी । यह दलील बचकानी ही मानी जाएगी ्योंकि मानसिकता में अगर दुर्भावना नहीं रहरेगी तो किसी को आहत करनरेवाली बातें जुबान या कलम सरे निकल ही नहीं सकती है । �
vDVwcj 2021 दलित आं दोलन पत्रिका 23