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भारत की पहलरी दलित अध्ाकपका सावित्रीबाई
सत्री
दशषिा षिेत् में सावित्री बाई िकूले के अविसमरणरी्य ्योगदान को कभरी नहीं भुला्या जा सक्ता । ज्योद्तराव िकूले ने समाज में जागरूक्ता लाने के उद्ेश्य से जनवररी 1948 में पुणे में प्रथम बालिका
विद्याल्य करी सथापना करी । विद्याल्य का संचालन पुणे के ्तात्या साहब दभड़े के बड़े मकान में हो्ता था । सावित्री बाई िकूले को इस विद्याल्य करी प्रथम अध्यापिका बना्या ग्या और बाद में प्रधानाध्यापिका बना्या ग्या ।
इस विद्याल्य को चलाने में सावित्री बाई को कठिन श्म करना पड़ा । विद्याल्य में उच्च वर्ग करी बालिकाओं करी संख्या अधिक थरी । उच्च वर्ग के अनुसार िकूले दंपत्ति का ्यह का्यमा धर्म विरोधरी था । सावित्री बाई जब स्कूल जा्तरी ्तो लोग उनके
24 uoacj 2023