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एक ऐसरी व्यवसथा भार्त में हरी नहीं , वरन पूरे विष्य में फ़ैल चुकरी है , जो सिर्फ मुससलम दह्तों को पूद्तमा करने का उद्ेश्य पूररी कर्तरी है । मुससलम देशों से लेकर मुससलम समाज में उनहीं वस्तुओं करी खररीद करी जा रहरी है , जिनहें एक प्रमाणपत् के माध्यम से हलाल घोदष्त दक्या ग्या है । हलाल प्रमाणपत् करी अनिवा्यमा्ता के कारण गैर मुससलम व्यापारर्यों को भरी हलाल प्रमाणपत् लेने के लिए बाध्य दक्या जा्ता है ।
भार्त में अपने िकूड आइटम पर हलाल मार्क लगाने का दबाव इ्तना बढ़ता जा रहा है कि इस सम्य 1400 कंपदन्यों के 3200 उतपादों को हलाल प्रमाणपत् लेना पड़ा है । खुद बाबा रामदेव के उतपादों के बारे में मुससलम समाज ने जब ्यह भ्रम फैलाना शुरु दक्या कि उनके उतपादों में गौमूत् मिला हुआ है ्तो उनहोंने भरी कई उतपादों पर 2020 में हलाल प्रमाणपत् ले दल्या । हालांकि बाबा रामदेव ्यह सफाई देकर बचने करी कोशिश कर्ते हैं कि अरब देशों में दन्यामा्त के लिए ्ये प्रमाणपत् लेना जरूररी है लेकिन सच्चाई ्यह है कि अब भार्त में मुसलमानों के बरीच कोई भरी उतपाद बेचने के लिए कंपदन्यां हलाल प्रमाणपत् लेने लगरी हैं । बाजार में बिकनेवाले सामानों पर ्यह बंटवारा देश करी एक्ता और अखंड्ता के लिए निश्चित रूप से घा्तक है । अगर कल को बहुसंख्यक हिनदू ्यह दनणमा्य ले लें कि जिस पर हलाल सर्टिफिकेट होगा वह सामान वो नहीं खररीदेंगे ्तो क्या कंपदन्यां हिनदुओं के लिए अलग और मुसलमानों के लिए अलग सामान बनाएंगरी ? क्या है हलयाल प्रमयाणपत्र
कट्टरपंथरी मुससलम संगठनों द्ारा जाररी किए जाने वाले हलाल प्रमाणपत् के लिए मोिरी रकम वसूलने के साथ हरी श्तमा रखरी जा्तरी है कि उतपादनक्तामा को कच्चा माल करी आपूद्तमा किसरी मुससलम से करनरी होगरी । साथ हरी रोजगार में भरी सिर्फ मुससलमों को प्राथमिक्ता दरी जाएगरी । मुससलम देशों को इन शर्तों में कोई छूट नहीं है , लेकिन भार्त में जैसे देशों में शर्तों में ढरील दरी गई है । भार्त में हलाल प्रमाणपत् देने का काम मुख्य रूप से हलाल इंदड्या प्राइवेट लिमिटेड ,
हलाल सर्टिफिकेशन सर्विसेस इंदड्या प्राइवेट लिमिटेड , जमरी्य्त उलमा-ए-महाराष्ट्र , जमरी्य्त उलमा-ए-हिनद हलाल ट्रसि आदि के माध्यम से दक्या जा रहा है । हलाल प्रमाणपत् देने के लिए एक शरर्या बोर्ड का गठन दक्या ग्या है , जो अपनरी संस्तुद्त के बाद हरी प्रमाणपत् जाररी कर्ता है । भार्त में खाद्य सामग्री के साथ हरी चिकितसा , होटल , प्यमािन , प्रदशषिण और वे्यर हॉउस षिेत्ों में हलाल प्रमाणपत् अनिवा्यमा है । हलाल प्रमाणपत् न होने करी स्थिति में मुससलम उपभोक्ता गैर मुससलम उतपादों का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर्ता है ।
आज दुदन्याभर में 7.5 लाख करोड़ से ऊपर का हलाल बाजार है । इसमें खाने-पाने का सामान
्तथा सौंद्यमा प्रसाधन का बाजार शामिल है । भार्त करी बा्त करें ्तो अनुमान है कि 80 हजार करोड़ का हलाल बाजार है । इसमें सबसे बड़ी हिससेदाररी उत्तर प्रदेश करी हरी ब्ताई जा्तरी है अथामा्त लगभग 30 हजार करोड़ करी । इसका कारण ्यह है कि उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक मुससलम जनसंख्या निवास कर्तरी है । प्रदेश करी कुल जनसंख्या का 19.25 प्रद्तश्त ्यानरी लगभग 3.8 करोड़ । उत्तर प्रदेश में लगभग 1400 होटलों और रेसिोरेनि के पास हलाल प्रमाणपत् है । हलाल का दबाव इ्तना अधिक बढ़ता जा रहा है फाइव सिार होटल भरी हलाल सर्टिफिकेट लेने के लिए लाइन में लग गए हैं । मरीि के कारोबार से आगे निकल्ते हुए अब ्यह हर प्रकार के एफएमसरीजरी उतपादों
12 uoacj 2023