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कांग्ेस की दलित के न्द्रित रणऩीति
चुना्वी रणनीतिकार प्शांत किशोर सरे अपनरे पुनरूत्थान का बिू लप्ंट बन्वानरे के बाद कांग्रेस में वयापक पैमानरे पर जो सांगठनिक फेरबदल हो रहरे हैं उसमें खास तौर सरे जमीनी ्व प्ादरेलशक सतर पर दलितों को अधिकतम भागीदारी दरेनरे की राह अपनाई गई है । मिसाल के तौर पर होडल के पू्व्ष ल्विायक उदयभान को हरियाणा का प्दरेशाधयक् बनाकर कांग्रेस नरे ना के्वि प्दरेश के समूचरे दलित समाज को लुभानरे की कोशिश की है , बल्क पाटथी में हर सतर पर नए नरेतृत्व को उभारनरे की प्लक्या में दलितों को अधिकतम स्थान ्व सममान दरेनरे का संकेत भी दिया है । इसी क्म में यूपी में भी नए प्दरेश अधयक् के चयन को िरेकर जो ल्वचार ल्वमर्श चल रहा है उसमें इस बात पर आम राय बनती दिख रही है कि सूबरे में किसी दलित चरेहररे को
ही नरेतृत्व की कमान सौंपी जाए । कांग्रेस का मानना है कि माया्वती की बसपा सरे दलित मतदाताओं के मोहभंग के बाद अब यूपी में दलितों को अपनरे साथि दोबारा जोडनरे के लिए यही सही मौका है । ऐसरे में अगर पाटथी की कमान किसी दलित चरेहररे को सौंपी जाए तो दलितों को अपनरे पक् में एकजुट करना काफी आसान हो सकता है ।
गुजरात में भ़ी दलित एजेंडा
इस साल के अंत में गुजरात में भी ल्विान सभा का चुना्व होना है । इसके लिए अंतिम चरण की रणनीतियों को अंजाम दरेनरे में सभी पार्टियां जोर — शोर सरे जुटी हुई हैं । हालांकि गुजरात में भाजपा की सत्ा को चुनौती दरेनरे के लिए न सिर्फ उत्र भारत की आम आदमी पाटथी बल्क पूरब की तृणमूल कांग्रेस सरे िरेकर दलक्र की एआईएमआईएम सरीखी पार्टियां भी सलक्य होती दिख रही हैं िरेलकन मुखय मुकाबला भाजपा
और कांग्रेस के बीच होनरे के ही आसार हैं । ऐसरे में जिस तरह सरे कांग्रेस नरे जिग्नेश मरे्वाणी को आगरे रखकर गुजरात में दलितों के ध्रुवीकरण की कोशिशें तरेज कर दी हैं उससरे साफ है कि ्वहां के ल्विान सभा चुना्व के केन्द्र में भी दलित एजेंडा ही रहनरे ्वाला है । कांग्रेस नरे औपचारिक तौर पर ऐलान कर दिया है कि ' अगर दलित की आ्वाज बनना , उसके लिए न्याय मांगना अपराध है , तो हम सब जिग्नेश मरे्वाणी के साथि यरे अपराध बार-बार करेंगरे । यही भारत मां की कसौटी भी है , यही बाबासाहरेब के संल्विान की मांग भी है , यही बापू और पट़ेि के गुजरात की परिपाटी भी है ।' ्वैसरे भी जिस तरह सरे कांग्रेस पर हार्दिक पट़ेि नरे अपनी अनदरेखी करनरे का आरोप लगाया है , हार्दिक को चुना्वी चरेहरा बनानरे को िरेकर कांग्रेस में हिचक दिख रही है और जिग्नेश के प्लत कांग्रेस का स्नेह उछाल मार रहा है उससरे यह संकेत भी साफ है कि इस बार ्वहां कांग्रेस की मंशा जिग्नेश को आगरे
8 ebZ 2022