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भी मिल चुका है । साल 2015 में विक्रम अ्वॉर्ड मिलनरे के बाद उन्हें उत्कृष्ट खिलाडी घोषित किया गया । सुलप्या को खरेि कोट़े सरे सरकारी नौकरी मिली है । ्वो मधयप्दरेश कराट़े एकेडमी एसोसिएट़ेड मेंबर भी हैं । उनके माता-पिता अहमदाबाद में रहतरे हैं । जबकि उनकी रोजाना प्ैसकटस भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम में होती है । ्वहीं , पर उनके खानरे-पीनरे का भी अरेंजमेंट रहता है । सुलप्या भल्वष्य में कोच बनना चाहती
हैं । कराट़े के अला्वा ्वरे सपोरस्ष मॉडलिंग भी करती हैं ।
बाबा साहब को मानत़ी हैं आदर्श
बाबा साहब को अपना आदर्श माननरे ्वाली सुलप्या जाट्व नरे दो साल पहिरे एक बातचीत में बताया थिा कि कैसरे उन्हें सपोरस्ष में जातिगत समसया सरे जूझतरे हुए बरेहतर परफॉम्ष करना
पडता है । सुलप्या के पिता अमर सिंह 2011 में ह्विदार के पद सरे रिटायर्ड हुए हैं । उनके लिए सुलप्या बरेटा है । कहतरे है कि बरेटी के सपनरे को साकार करनरे के लिए उन्होंनरे अ्वसर मुहैया कराए तो बरेटी नरे निराश नहीं किया । कदम दर कदम सफलता पाकर परर्वार का मान बढ़ाया है । उन्होंनरे मीना के साथि ओलंपिक में सोना जीतनरे के लिए मन्त मांगी है ।
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