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हाथों से सीवर की सफाई .?? दुहाई है दुहाई
व्यवस्ा से संवेदना की अपेषिा की हो रही उपेषिा नहीं थम रहा सफाईकर्मियों की मौतों का सिलसिला
रवि शंकर दुबे
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द्र और राजयों की तमाम सत्ािारी पार्टियां ल्वकास के तमाम दा्वरे कर लें , आधुनिकता की तमाम मिसािरे दरे लें , िरेलकन मैला साफ करनरे के लिए आज भी मज़दूर अपनी जान को दां्व पर लगाकर सी्वर में उतरतरे हैं । बिना किसी सुरक्ा के ... या ज़रूरी उपकरण के ।
नहीं थम रहा मौतों का क्सिक्सिा
मैनुअल स्कैवेज़िंग एकट 2013 के तहत दरेश में सी्वर सफाई के लिए किसी भी शखस को उतारना पूरी तरह सरे गैर कानूनी है । िरेलकन दरेश
की ल्वडंबना है कि यरे कानून महज़ कागजों में ही लिखरे हुए हैं । इनका ्वास्तविकता में कोई औचितय नहीं है । आंकड़े बतातरे हैं कि पिछिरे 10 सालों में पूररे दरेश में 635 कर्मचारियों नरे सी्वर में सफाई के ्वकत दम तोड दिया । एक रिपोर्ट के अनुसार ... बीतरे तीन सालों में 54 सफाईकर्मियों नरे उत्र प्दरेश के मरेनहॉल में सफाई करतरे ्वकत दम तोड दिया है । यानी हर साल औसतन 18 सफाई कर्मियों नरे अकेिरे यूपी में अपनी जान गं्वाई है । इतनरे बड़े आंकडों के बा्वजूद सी्वर की सफाई सरकारी हो या फिर प्ाइ्वरेट , कर्मियों को बिना किसी सुरक्ा , बिना किसी कानून का पालन किए िड्िरे सरे मौत के मुंह में धकेला जा रहा है ।
यूप़ी सरकार का सराहऩीय प्रयास
आपको बता दें कि उत्र प्दरेश की सरकार नरे प्दरेश के सभी निकायों और पालिकाओं को मैनुअल सी्वर सफाई करानरे पर ततकाि रोक के आदरेश दिए हैं । प्दरेश के सभी डीएम , नगर आयुकतों , एमडी जल निगम को लनदसेश दिए गए हैं कि मैनुअली हो रही सी्वर सफाई को ततकाि रोका जाए । मीडिया रिपोरस्ष के मुताबिक अपर मुखय सलच्व रजनीश दुबरे नरे सभी निकायों को िरेटर जारी किए हैं । अब जरूरत है इस आदरेश को पूरी ईमानदारी के साथि जमीन पर लक्यासन््वत करनरे की । कयोंकि सी्वर सफाई के मामिरे में प्दरेश के शहरों का हाल फिलहाल पहिरे की
38 ebZ 2022