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पंजाब में धर्मान्तरण का बाजार , दलित-वंचित चर्च के निशाने पर आरषिण के लिए अपनी नई पहचान छिपा रहे हैं धर्मान्तरित हिन्ू
‘ पेर्ी ... पेर्ी ... पेर्ी ... गिद्ा तां सजदा , जदों नच्े इशु दास दी बेर्ी ।’’
्यह नजारा है देश के आक्खरी कसबे अ्टारी के गांव दोसतपुर का , जो करं्टीली तार के साथ स्टा है । क्दसंबर 2012 में ्यहां के एक स्कूल में ‘ सरहद को प्रणाम ’ रंगारंग का ्यरिम चिल रहा था । देश के क्वक्भन्न क्हससों से आए ्युवाओं के साथ मुझे सीमावतजी क्जलों अमृतसर व गुरदासपुर के गांवों में घूमने का अवसर क्मला । परंपरागत क्हंदू-क्सख पहनावे वाली बक्च््यों के इस आत्मीयता के साथ ईसा का नाम लेने से सबको हैरानी हुई । ्यही नहीं , सैत््य अक्धकारर्यों के नेतृतव में जब राषट्रीय एकता प्रदक्श्यत करने वाली मानव शंखला बनाई गई तो क्कशोर व ्युवा ‘ भारत माता की ज्य ’, ‘ वंदे मातरम् ’ के साथ ‘ हेक्ललुइ्या-हेक्ललुइ्या ’ के नारे भी लगाने लगे । पगड़ी , प्टकाधारी क्सख व क्हंदू ्युवाओं के मुंह से ‘ सत् श्रीअकाल ’ की जगह ‘ हेक्ललुइ्या ’ सुनकर जैसे पैरों तले जमीन ही सरक गई थी । इसी के साथ मन में आशंकाओं के बादल घुमड़ने लगे थे । पर गांवों में घूमने के दौरान जगह-जगह कुकुरमुत्े की तरह उग आए क्गरजाघर देखने के बाद सब समझ में आ ग्या ।
राज्य में ईसाई आबादी 10 प्रतिशत ..!
प्राचिीन काल में सप्तसिंधु नाम से क्वख्यात पंजाब में 5 नक्द्यां बहती हैं । आजकल छठा दरर्या नशाखोरी का और सातवां ईसाइ्यत का भी बह रहा है । हालांक्क इन दोनों ही खतरों को गंभीरता से नहीं क्ल्या ग्या है । 2017 के क्वधानसभा चिुनाव से पहले पंजाब के ईसाई नेता एवं पास्टर इमैनुअल रहमत मसीह ने राजनीक्तक दलों से अपने समाज के क्लए प्या्यपत प्रक्तक्नक्धतव की मांग करते हुए ्यह दावा क्क्या था क्क राज्य में ईसाइ्यों की आबादी 7 से 10 प्रक्तशत हो चिुकी है और उन्हें इसी अनुपात में प्रक्तक्नक्धतव क्मलना चिाक्हए । 2011 की जनगणना के अनुसार , राज्य में ईसाइ्यों की आबादी मारि 1.26 प्रक्तशत है । राज्य में ईसाई गक्तक्वक्ध्यां 2008 से शुरू हुई । जालंधर के पास खांबड़ा गांव में मौजूद चिचि्य के पास्टर अंकुर नरूला ने जब ईसाइ्यत का प्रचिार शुरू क्क्या , तब मुठ्ी भर लोग ही आते थे । अंकुर नरूला ने भी माना है क्क 2018 तक अनु्याक््य्यों की संख्या बढ़कर 1.20 लाख हो गई । अनुमान है क्क वर्तमान में ्यह संख्या ड़ेढ़ लाख और ्यहां
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