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खेला होबे के बाद खून-खराबा
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की चिुनावी जीत क्कतनी क्घनौनी हो सकती है , इसका शर्मनाक और
क्कसी
खौफनाक उदाहरण है बंगाल में तृणमूल कांग्ेस की जीत के बाद ममता बनजजी के का ्यकर्ताओं की ओर से मचिा्या जा रहा भीषण उतपात । तृणमूल के नेता और का ्यकर्ता चिुनाव नतीजे आते ही राजनीक्तक क्वरोक्ध्यों पर क्जस तरह ्टू्ट पड़़े हैं , उसकी क्मसाल क्मलना मुश्कल है । भाजपा , कांग्ेस और वामपंथी दलों के का ्यकर्ताओं पर चिुन-चिुनकर हमले हो रहे हैं । उनके दुकान-मकान लू्ट़े जा रहे , उनमें आगजनी की जा रही है । मक्हलाओं , बच्ों और वृद्धों तक को नहीं छोड़ा जा रहा है । स्थिति ्यह है क्क प्रत्याक्श्यों तक को क्नशाना बना्या जा
रहा है और पुक्लस ्या तो उनकी मदद करना नहीं चिाहती ्या क्िर ऐसा करने में असहा्य है । चिूंक्क ऐसी कई घ्टनाएं पुक्लस की उपस्थिति में हुई हैं इसक्लए इसमें संदेह नहीं क्क ्यह क्हंसा प्रा्योक्जत है । इसकी आशंका पहले से थी , क्योंक्क बंगाल राजनीक्तक क्हंसा के क्लए अससे से कुख्यात है । वहां चिुनाव प्रक्रि्या शुरू होने से पहले ही राजनीक्तक क्हंसा शुरू हो गई थी । ्यह क्हंसा चिुनाव के दौरान भी जारी रही और वह भी तब , जब मतदान आठ चिरणों में करा्या ग्या ।
चिुनाव बाद भी बंगाल में राजनीक्तक क्हंसा होने का अंदेशा था । इस अंदेशे को खुद बल क्द्या था ममता बनजजी ने । एक सभा में उन्होंने कहा था , आक्खर क्कतने क्दन रहेंगे केंद्री्य बल ? उनके जाने के बाद हम देख लेंगे । लगता है उन्होंने सचिमुचि देख क्ल्या । क्या उनका आश्य अपने का ्यकर्ताओं की क्हंसा से था ? पता नहीं , लेक्कन ्यह तथ्य है क्क उन्हें ्यह क्हंसा क्दख नहीं रही । उनकी और उनके सह्योक्ग्यों की मानें तो राजनीक्तक क्हंसा की खबरें फेक त््यूज हैं । उनकी
ओर से ्यह तो नहीं कहा जा रहा क्क बंगाल में सब अमन-चिैन है , लेक्कन प्रतीती ऐसी ही कराई जा रही है ।
तृणमूल कांग्ेस के कुछ नेता अपने राजनीक्तक क्वरोक्ध्यों के क्खलाफ जारी भ्यानक क्हंसा को जा्यज भी ठहराने में लगे हुए हैं । उसके सांसद ड़ेरेक ओ ब्रायन कह रहे हैं क्क दरअसल भाजपा के लोग ही आपस में एक-दूसरे को पी्टकर हार की खीझ क्नकाल रहे हैं । ब्रायन की मानें तो भाजपा के लोग अपने ही लोगों को मार रहे हैं । पार्टी की धाकड़ नेता कही जाने वाली सांसद महुआ मोइरिा मक्हलाओं के साथ छ़ेड़छाड़ और मारपी्ट से अक्वचिक्लत हुए बगैर नसीरुद्ीन शाह के एक कक्थत कथन के सहारे पूछ रही हैं ,
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