कोई बड़ा दक्लत नेता पैदा नहीं हो पा्या है । राज्य में कोई बड़ा दक्लत नेता पैदा न होने का एक कारण दक्लत वो्टों में क्बखराव का होना है ।
इसी तरह केरल के चिुनाव परिणाम भी भाजपा के पक् में नहीं रहे । पार्टी ने क्पछले क्वधानसभा चिुनाव में एक सी्ट पर क्वज्य हाक्सल की थी , लेक्कन अबकी बार एक भी सी्ट पर क्वज्य नहीं क्मली । केरल एक ऐसा राज्य है , जहां पूरी राजनीक्त ईसाई और मुशसलम समाज में बं्ट कर रह ग्यी है । राज्य में क्हत्दू मतदाता का अपना कोई सवतत्रि वजूद नहीं बचिा है । ्यूडीएफ और एलडीएफ के खेमे में क्वभकत राज्य की राजनीक्त में भाजपा अपना वजूद स्थापित करने के क्लए लगातार प्र्यास करती आ रही है । दुर्भाग्य ्यह है क्क क्जस क्हत्दू समाज ने राज्य में ईसाई और मुशसलम धर्म को शरण दी थी , उन्हीं दोनों धमषों ने सुक्न्योक्जत रूप से क्हत्दू जनसंख्या को धर्मान्तरित करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी । भ्य , उतपीड़न और लालचि के बल पर क्हत्दुओं के धमाांतरण का क्सलक्सला आज भी जारी है और इसका बड़ा क्शकार दक्लत और वंक्चित वर्ग की जनता ही हो रही है । इसके बावजूद 2021 के क्वधानसभा चिुनाव में भाजपा के जनाधार में
हुई बढ़ोत्री को एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा सकता है । राज्य में भाजपा को 11.30 प्रक्तशत मत क्मला है । 2016 में भाजपा का मतप्रक्तशत 10.60 प्रक्तशत था । राज्य में भाजपा के प्रक्त जनभावना होने के बावजूद आम चिुनाव में क्मल रही असफलता पर क्वचिार करके पार्टी को नई रणनीक्त बनानी होगी ।
भाजपा बना रही है बढ़त
पांचि राज्यों के क्वधानसभा चिुनाव के साथ ही चिार लोकसभा और 13 क्वधानसभा सी्टों के क्लए उपचिुनाव के परिणाम भी भाजपा के क्लए बेहतर क्सद्ध हुए हैं । भाजपा को बेलगांव लोकसभा सी्ट पर क्वज्य क्मली है । राजसथान में क्वधानसभा की तीन सी्टों के क्लए हुए उपचिुनाव में भाजपा को राजसमंद सी्ट पर , उत्राखंड में अलमोड़ा की सल्ट क्वधानसभा सी्ट , महाराषट् में सत्ारूढ़ महा क्वकास आघाड़ी को झ्टका देते हुए पंढरपुर-मंगलवेदा क्वधानसभा सी्ट , कना्य्टक में भाजपा ने बेलगांव लोकसभा सी्ट और बासवकल्याण क्वधानसभा सी्ट , गुजरात के पंचिमहल क्जले की मोरवा हादाफ क्वधानसभा सी्ट आक्द सी्टों पर क्वज्य हाक्सल की है । हालांक्क कई सी्टों पर भाजपा को पराज्य
का सामना भी करना पड़ा है । इसके बावजूद पार्टी के क्लए क्जस तरह से देश के क्वक्भन्न राज्यों में जनता का समर्थन बढ़ता जा रहा है , उसे देखते हुए पार्टी को अपनी रणनीक्त को और धार देने की आवश्यकता हैI
पश्चिम बंगाल में क्मली क्वज्य के बाद क्वपक् आने वाले सम्य में भाजपा और मोदी सरकार पर दबाव बनाने के क्लए हर संभव प्र्यास करेगा । मोदी सरकार की छक्व को क्बगाड़ने के क्लए नए-नए उपा्य और कुचक्र रचिे जाएंगे । क्वपक् एकजु्ट होकर भाजपा के क्वरुद्ध सड़क पर उतरने की तै्यारी कर रहा है । मोदी सरकार के क्वरुद्ध आरिोश को भड़काने , मोदी सरकार को अशसथर करने और क्कसी भी तरह से सत्ा परिवर्तन के क्लए क्वदेशी शक्तियां भी सक्रि्य हैं । क्वदेशी शक्तियों से क्मल रहे हर तरह के समर्थन को देखते हुए सुरक्ा समबत्धी क्चिंताएं भी बढ़ी हैं । ऐसे में भक्वष्य में सामने आने वाली जक््टल चिुनौक्त्यों से क्नप्टने के क्लए पार्टी और सरकार को गंभीरता से क्वचिार करना होगा । कोरोना संरिमण से पीक्ड़त देश को अशसथर करने के क्लए प्र्यास और तेज होंगे , ्यह भी चिुनाव परिणाम का एक गंभीर संकेत कहा जा सकता है । �
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