doj LVksjh
नए-नए प्रश्न खड़ा कर रहे हैंI असम में जनता ने चिुनाव परिणाम से माध्यम से सपष्ट कर क्द्या क्क उसे एनआरसी और सीएए दोनों पसंद हैं । इस चिुनाव का ्यह सबसे बड़ा संदेश है ।
पुंडुचेरी
2021 में भाजपा के क्लए दक्षिण भारत के राज्यों के क्लए दरवाजे खुल गए हैं । इसकी अनुभूक्त केंद्रशाक्सत प्रदेश पुंडुचिेरी में देखी जा सकती है । पुडुचिेरी में 33 क्वधानसभा सी्टें हैं ,
तमिलनाडु और के रल
तक्मलनाडु और केरल दक्षिण के ्यह दो ऐसे राज्य हैं , जहां भाजपा दीर्घकालीन रणनीक्त के
जाक्त के क्लए और 2 सी्ट अनुसूक्चित जनजाक्त के क्लए आरक्षित हैं । आरक्षित सी्टों के परिणाम भाजपा गठबंधन के क्लए एक झ्टके के कम नहीं कहे जा सकते हैं । इसके बावजूद राज्य में
लेक्कन ्यहां चिुनाव क्सि्फ 30 सी्टों पर होता है और तीन सी्टें केंद्र सरकार द्ारा मनोनीत की जाती है । भाजपा ने अबकी बार क्वधानसभा चिुनाव में एनआर कांग्ेस के साथ गठबंधन क्क्या था , जबक्क कांग्ेस , डीएमके , वीसीके और भाकपा के साथ गठबंधन करके मैदान में उतरी थी । चिुनाव परिणाम के अनुसार इस केंद्र शाक्सत राज्य में भाजपा ने छह और उसके सह्योगी ने दस सी्ट पर क्वज्य हाक्सल करके क्वरोक्ध्यों को पीछ़े छोड़ क्द्या है । राज्य में अनुसूक्चित जाक्त के क्लए पांचि सी्ट आरक्षित हैं । दुर्भाग्य ्यह है क्क चिारों सी्ट पर भाजपा को पराज्य क्मली है । इसके बावजूद पार्टी को क्मली राज्य में क्मली बढ़त भक्वष्य के क्लए शुभ संकेत माना जा सकता है ।
आधार पर का ्य कर रही हैI 2021 के चिुनाव परिणाम पार्टी के क्लए संतोषजनक कहे जा सकते हैं । तक्मलनाडु में पार्टी ने चिार सी्टों पर क्वज्य हाक्सल करके नई राह का क्नमा्यण क्क्या है । 2016 के चिुनाव में पार्टी को राज्य चिुनाव में एक भी सी्ट हाक्सल नहीं हुई थी , लेक्कन पार्टी ने राज्य चिुनाव में 2.86 प्रक्तशत मत हाक्सल क्क्या था । अबकी बार पार्टी ने चिार सी्ट और उसके सह्योगी अन्नाद्रमुक को 66 सी्ट पर क्वज्य हाक्सल की है । हालांक्क पार्टी गठबंधन को चिुनाव में सफलता नहीं क्मली है और उसे क्वपक् में बैठने का जनदेश क्मला है , इसके बावजूद राज्य में भाजपा का जनधार लगातार बढ़ रहा है । राज्य में दक्लत वर्ग की जनसंख्या लगभग 21 प्रक्तशत है और 44 सी्ट अनुसूक्चित
पार्टी अपने कद को मजबूत करने में सफल रही हैं ।
जाती्य क्हंसा के क्लए कुख्यात राज्य में द्रक्वड़ राजनीक्त ने दक्लत वर्ग के क्हतों को बुरी तरह प्रभाक्वत क्क्या है । राज्य में अत््य क्पछड़ा वर्ग और दक्लतों के बीचि पैदा हुई गहरी खाई भी इसी द्रक्वड़ राजनीक्त का नकारातमक परिणाम है । चिचि्य से जुडी शक्तियां वरषों से राज्य में क्हत्दू क्हतों को प्रभाक्वत करने में जु्टी हुई हैं और अब इसमें मजहबी शक्तियां भी सम्मिलित हो चिुकी हैंI इन सबके बीचि भाजपा अपना जनाधार खड़ा करने के क्लए प्र्यास कर रही है । 2014 में केंद्र में मोदी सरकार का गठन होने के बाद तक्मलनाडु में भाजपा का जनाधार बढ़ा है । मोदी सरकार की क्वकासवादी राजनीक्त और का ्यरिमों ने जनता के बीचि भाजपा को बढ़त बनाने में सफलता क्मली है और ्यह 2016 के क्वधानसभा चिुनाव में भाजपा को क्मले कुल प्रक्तशत में 2019 के लोकसभा चिुनाव में क्मले मत प्रक्तशत में सपष्ट रूप से देखा जा सकता है । डीएमके और एआईडीएमके के बीचि बं्टी राज्य की राजनीक्त में कांग्ेस लगातार क्सकुड़ रही हैं । वैसे भी राज्य में कांग्ेस का अपना सवतत्रि वजूद कभी नहीं रहा , परन्तु भाजपा लगातार जनता के बीचि अपना क्वसतार कर रही है । राज्य के दोनों राजनीक्तक दल डीएमके और एआईडीएमके क्पछड़े वर्ग का प्रक्तक्नक्धतव करती है , लेक्कन वहां पर अभी तक
14 Qd » f ° f AfaQû » f ³ f ´ fdÂfIYf ebZ 2021