eqn ~ nk
रंग ला पाएगी दलित-मुस्लिम पॉलिटिक्स ?
भीम-मीम के गठजोड़ पर खुद डॉ . आं बेडकर की ' भविष्यवाणी ' जान लीजिए
नवीन कुमार पाण्डेय
^t
य भीम , जय मीम ' का नारा तो दशकों से बुलंद है , लेकिन गठजोड़ कयों नहीं हो पा रहा ? खुद बाबा साहब डॉ . भीमराव आंबेडकर ने अपनी पुसतक पाकिसतान अथवा भारत का विभाजन में विसतार से बता दिया था । उनहोंने भारत पर इसलामी आकमणों और उसके पीछे की सोच का पर्दाफाश करते हुए कहा कि हिंदू-
मुसलमानों के बीच अविशवास शायद ही कभी खतम हो सके ।
देश में ' जय भीम , जय मीम ' के खूब नारे लगते हैं , लेकिन दलित-मुससल पॉललल्टकस सिरे नहीं चढ़ पा रहा है
भीमराव आंबेडकर ने अपनी पुसतक में कहा था कि मुससलम आकांताओं के अतयाचार को भुलाना आसान नहीं
भारत के मुसलमान आकांताओं के अतयाचार
पर नाज करते हैं जबकि हिंदु उसे याद करके शलमिंदा होता है
देश में नव बौद्ध आंदोलन की सुगबुगाह्ट हो रही है । एक वर्ग खुद को जाति वयवसिा के विरोधी और संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ . भीमराव आंबेडकर ( Dr . Bhimrao Ambedkar ) को अपना मार्गदर्शक होने का दावा कर रहा है । इस वर्ग की दलीलों से प्रभावित होने वाले लोग धमािंतरण करके बौद्ध बन रहे
24 ekpZ 2023