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से उ्ि रूट पर कभरी रामनवमरी जुलूस नहीं निकलने दिया गया । सांप्रदायिक माहौल को दुरु्ि रखने के लिए ऐसा किया जाता रहा । इस बार भरी उ्ि रूट को जुलूस के लिए प्रतिबंधित किया गया । पर यशवंत सिनहा जैसे वरिष्ठ नेता ने ्थानरीर नेताओं और समर्थकों को लेकर यहां जुलूस निकालने करी कोशिश करी । इसलिए उन सबको हिरासत में लिया गया । वैसे भरी उ्ि इलाके में धारा 144 लागू थरी । प्रशासन के लिए परेशानरी पैदा करते हुए सिनहा अपने समर्थकों के साथ वहीं धरना पर बैठ गये । उनके समर्थकों करी तरफ से पतथरबाजरी भरी हुई । पुलिस को आंसू गैस के गोले छोडने पड़े । उस मामले में सिनहा को उनके ततकालरीन सहकर्मियों के साथ तब हिरासत में लिया गया ।( इंडियन ए्सप्रेस में 5 अप्रैल , 2017 को छपरी ‘ रामनवमरी इन हजाररीबाग-बरीजेपरी लरीडर्स लिडिंग प्रोसेसन डिट़ेनड ’ शरीि्यक रिपोर्ट पर आधारित )।
कभी नहीं रही जननेता की छवि
यशवंत सिनहा अगर जनता के सामाजिक- आर्थिक-राजनरीतिक मसलों पर किसरी आंदोलन या अभियान के दौरान हिरासत में लिये गये होते तो उनकरी उ्ि गतिविधि पर औचितर का सवाल उठाना सहरी नहीं होता । पर वह सांप्रदायिक माहौल बिगाडने करी एक नितांत निनदनरीर गतिविधि को अंजाम देते हुए हिरासत में लिये गये थे । इसलिए वह घटना उनके राजनरीतिक करियर पर काले धबबे करी तरह है । खासतौर पर आज जब ्िरं सिनहा और उनहें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने वाले राजनरीतिक दल उनहें लिबरल और से्रुलर राजनरीतिज् के रूप में पेश करने करी हा्रा्पद कोशिश कर रहे हैं । हजाररीबाग के ऐसे अनर मामलों में भरी उनकरी संलिपििा बताई जािरी रहरी । पर वे मामले बडकागांव कांड करी तरह चर्चित नहीं हुए । यशवंत सिनहा करी जो छवि बरीिे कुछ सालों में मरीतडरा या सोशल मरीतडरा में उनके समर्थकों , खासकर अन्ना अभियान और आम आदमरी पाटटी से पूर्व में जुड़े रहे कुछ सोशल एक्टति्ट , वकरील और कुछ पत्रकारों ने बनाई , वह अब
मोदरी-शाह करी भाजपा से उनकरी निराशा के मौजूदा दौर में काम आ रहरी है । श्री सिनहा जिन दिनों केंद् में वरिष्ठ मंत्ररी थे , इन पंक्िरों का लेखक देश के एक प्रमुख हिन्दी अखबार के लिए संसद करी गतिविधियों को ‘ कवर ’ करता था । उन दिनों पत्रकारों के बड़े तह्से में उनकरी छवि बेहद एरोगेंट मंत्ररी करी थरी । संभवतः निर्वाचित जन प्रतिनिधि और सरकार के वरिष्ठ मंत्ररी के उनके वरक्िति पर नौकरशाहरी में बड़े पद पर उनके लंबे कार्यकाल करी अिरीि-छाया भरी मंडरािरी रहिरी थरी ।
भाजपा नहीं बदली , बदल गए यशवंत
धरान देने करी बात है कि य़शवंत जरी ने भाजपा से सन् 2018 में अपने को अलग किया । सन् 2014 में मोदरी-शाह करी भाजपा का सत्ारोहण हो चुका था । यहरी नहीं , जिन दिनों उनहोंने भारिरीर जनता पाटटी करी सद्रिा लरी थरी , अयोधरा करी बाबररी मस्जद धि्ि करी जा चुकरी थरी । अटल बिहाररी वाजपेररी और लालकृष्ण आडवाणरी करी अगुवाई के दौर में
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