eMag_July 2023_DA | Page 21

प्िानमंत्ी आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत देश भर से अब तक लगभग 29 हजार अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्रामों का को चयन किया गया है । यह सभी ऐसे गांव है , अनुसूचित जाति की जनसंख्ा पचास प्मतशत या उससे अधिक है ।
प्िानमंत्ी आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत देश भर से अब तक लगभग 29 हजार अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्रामों का को चयन किया गया है । यह सभी ऐसे गांव है , अनुसूचित जाति की जनसंख्ा पचास प्मतशत या उससे अधिक है ।
अनुसूचित जाति बाहुलय ग्ामों को को छोड़ दिया जाए तो अब तक योजना में शामिल 75 फीसद से अधिक ग्ाम आदर्श ग्ाम में परिवर्तित हो चुके हैं । इस ग्ामों में अब वह सभी सुविधाएं मौजूद हैं , जिनकी आव्यकता हर आदमी को होती हैI इनमें सड़क , बिजली , पानी , स्कूल , पेंशन आदि जैसे मानक शामिल है ।
प्रधानमंत्ी आदर्श ग्ाम योजना के अंतर्गत देश भर से अब तक लगभग 29 हजार अनुसूचित जाति बाहुलय ग्ामों का को चयन किया गया है । यह सभी ऐसे गांव है , अनुसूचित जाति की जनसंखया पचास प्रतिशत या उससे अधिक है । सामाजिक नयाय एवं अधिकारिता मंत्ालय के अगुवाई में देश भर के अनुसूचित जाति बाहुलय
ग्ामों को को चमकाने के लिए प्रारमभ की गई प्रधानमंत्ी आदर्श ग्ाम योजना के अंतर्गत लगभग पांच हजार अनुसूचित जाति बाहुलय ग्ामों को आदर्श ग्ाम घोषित भी किया जा चुका है , जबकि लगभग दस हजार ऐसे गांव है , जिनहोंने इस मानक को पूरा कर लिया है और यह सभी आदर्श ग्ाम के रूप में घोषित होने की प्रलरिया में है ।
योजना के अंतर्गत किसी भी ग्ाम को आदर्श ग्ाम के रूप में उस शसथत में घोषित किया जाता है , जब ग्ाम सभा और सथानीय प्रशासन उन ग्ामों में तय मानकों के तहत सारी सुविधाएं जु्टाने का दावा करती है । इसके बाद ग्ाम का एक निजी एजेंसी से सवदेक्ण कराया जाता है । सवदेक्ण रिपो्टटि आने के बाद ही ग्ामों को आदर्श ग्ाम घोषित किया जाता है ।
मंत्ालय से जुड़ी रिपो्टटि के मुताबिक , वित्तीय वर्ष 2021-22 तक इस योजना के तहत देश भर के करीब 18 हजार एससी बाहुल गांवों को चुना गया है । इनमें से मौजूदा समय में करीब 15 हजार गांवों के आदर्श गांव के रूप में विकसित होने का दावा किया गया है , जिसमें से करीब पांच हजार गांवों को आदर्श गांव घोषित भी किया जा चुका है ।
मंत्ालय के अनुसार जिन ग्ामों को योजना में शामिल किया गया है , उन सभी को अगले वर्ष तक आदर्श ग्ाम के रूप में विकसित करने का लक्य रखा गया है । इन ग्ामों के युवाओं को कौशल से जुड़ा प्रलशक्ण देने की मुहिम चल रही है । इसके साथ ही उत्तर प्रदेश , महाराषट् , आंध्र प्रदेश सहित करीब आधा दर्जन राजयों में विशेष रूप से धयान दिया जा रहा है ।
योजना के तहत किसी भी ग्ाम को आदर्श ग्ाम के रूप में तब घोषित किया जाता है , जब वह पेयजल , शौचालय , शिक्ा , सवासथय , सामाजिक सुरक्ा , घर और सड़क , वित्तीय सुविधा , कौशल विकास आदि क्ेत्ों से जुड़े करीब पचास मानकों को पूरा करते है । इन मानकों में से यदि किसी गांव में सात फीसद से जयादा की सुविधाएं जु्टा ली जाती है , उनहें आदर्श ग्ाम के रूप में विकसित करने का प्रसताव भेजा जाता है । �
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