eMag_Jan2022_DA | Page 41

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समुदाय के होते हैं । डोकरा लश्प प़ीतल , कांसा , मोम और मिटट़ी से बनाये जाते हैं । लश्पकार हाथ़ी , घोडा , बर्तन , दरवाजे का हैंडल सहित महिलाओं के श्ृंगार के सामान बनाते हैं । लश्कार का्पलनक सौंदर्य से परिपूण होते हैं , इनक़ी कला क़ी मांग पूऱी दुनिया में है । डिजायनर बताते हैं कि लश्पकारों को प्रलशक्ि के दौरान बताया जाता है कि वर्तमान समय के अनुसार उनहें कैसे उतपाद बनाने हैं , जिनक़ी मांग विशि में है । लश्पकारों का प्रलशक्ि िसत् मंत्ािय , भारत सरकार क़ी ओर से दिया जाता है ।
पुश्ैनी पेशे की मार्के टिंग है समस्या
डोकरा के लश्पकार मियांलाल जादोपटिया , सुखचंद जादोपटिया , रत्पी ब़ीब़ी , रजिया जादो पटिया , कुरैसा जादोपटिया , खातुन , ह़ीरामन , शुभू जादोपटिया , जयगुण जादोपटिया सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि यह उनका पेशा पुसतैऩी है । वे बताते हैं कि माककेटिंग क़ी समसया है , वे अपने उतपाद बंगाल के शांतिनिकेतन में
ले जाकर बेचते है । मासटर ट्रेनर हरेज जादुपटिया बताते हैं कि उनक़ी काऱीगऱी का दाम नहीं मिलता , कुछ परिवार अब इसे बनाने से हिचक रहे हैं । वे दिहाड़ी मजदूऱी करना बेहतर मानते हैं वनिसपत काऱीगऱी से । लश्पकारों क़ी रोज़ी रोट़ी इससे नहीं चल पा रह़ी है । अधिकतर काऱीगर गऱीब़ी में किस़ी तरह अपऩी जिंदग़ी ज़ी रहे हैं । काऱीगरों का सियं सहायता समूह बना है , वे आपस में लेनदेन करके अपना ज़ीिन बसर कर रहे हैं । सरकार क़ी ओर से आर्थिक सहायता नहीं मिल रह़ी है । भारत सरकार लश्पकारों के लिये ई-कामर्स और जेम पोर्टल के माधयम से उनको मदद करने में लग़ी है । हसतलश्प से संबंधित आज़ीलिका संवर्धन के लिये प्रयास किये जा रहे हैं । िसत् मंत्ािय , भारत सरकार के सहायक निदेशक भुवन भासकर बताते हैं कि डोकरा लश्प का भवि्य काऱी सुनहरा है , इसक़ी मांग पूऱी दुनियां में है । झारखंड सरकार क़ी ओर से भ़ी प्रमोशन किया जा रहा है । दिल्ली में संपन् इंसिेसटर म़ीट में मुखयमंत्री हेमंत सोरेन ने हसतलश्प को प्रमोट किया । लश्पकारों को
बाहर भेजने के लिए सरकार क़ी ओर से प्रयास किया जा रहा है । सरकार क़ी ओर से आर्टिजन कार्ड भ़ी दिया गया है , जिसमें उनके परिवार का सिासथय ब़ीमा भ़ी कराया गया है । अखिल भारत़ीय हसतलश्प सपताह दिसंबर में मनाया जाता है , बच्ों के ब़ीि हसतलश्प प्रतियोगिता का आयोजन भ़ी किया जाता है । केनरि सरकार क़ी ओर से हसतलश्प के काऱीगरों के उतपाद को विपणन क़ी सुविधा मुहैया कराया जा रहा है । लश्पकारों के साथ समय समय पर परिचर्चा आयोजित किया जाता है । सरकार का प्रयास है कि जनभाग़ीदाऱी बढ़ाया जाये ।
भवारत की शवान झवारखंड कवा सिल्क
झारखंड का लस्क पूरे भारत क़ी शान है । ि़ीन के बाद भारत ह़ी वह दूसरा देश है जो सर्वाधिक लस्क का उतपादन करता है । परियोजना पदाधिकाऱी सुि़ीर कुमार सिंह बताते हैं कि मयुराक्षी एक ब्ांड है जिसे पूर्व गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रमोट किया था । इसके हसतलश्प को बढ़ावा देने के लिए झारक्राफट काम कर रहा है । राजय के हसतलश्प में वै्यू एड़ीशन से रोजगार सृजन का प्रयास किया जा रहा है । लश्पकारों क़ी आय दोगुऩी करने पर सरकार क़ी ओर से प्रयास किये जा रहे है । राजय में रेशम दूत और हसतलश्प से जुडे 70 हजार परिवार को रोजगार मिल रहा है । राजय में काकून और तसर ब़ीज का उतपादन बड़ी मात्ा में होता है । झारखंड में हसतलश्प के लगभग 70 हजार लश्पकार परिवार का भरण पोषण इससे हो रहा है । लश्पकारों को एमएसएमई से जोडा जा रहा है । उम्मीद क़ी जा रह़ी है कि सिरोजगार क़ी दिशा में सरकार के प्रयास का लाभ कुछ िषषें में दिखने लगेगा । सियं सहायता समूह से जुडकर लश्पकार क़ी प्रगति हो रह़ी है , वे को-ऑपरेटिव सोसायट़ी से भ़ी जुड रहे हैं । तसर लस्क में काऱीगऱी हो जाने से विदेश में काऱी डिमांड है । लस्क के कपडे में काथा लसटि का वर्क हो जाने से उसक़ी खूबसूरत़ी बढ़ जात़ी है । पूरे देश का
tuojh 2022 दलित आं दोलन पत्रिका 41