eMag_Jan2022_DA | Page 23

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बहुत कम है और अगर कहीं वह दिख भ़ी जाए तो अकसर उस पर ताला लटका हुआ दिखाई पडता है । किसमत से अगर ताला खुला भ़ी हो तो शौचालय का इसतेमाल करने वाि़ी महिला के लिए सुरक्ा का सवाल उठ खडा होता है । इस सबके बाद भ़ी अगर शौच क़ी त़ीव्रता को रोक पाने में असमर्थ होने के कारण सार्वजनिक शौचालय का इसतेमाल करने के लिए कोई महिला विवश भ़ी हो जाए तो वहां क़ी गंदग़ी के कारण नाना प्रकार क़ी ब़ीमारियों के इंफेकशन का खतरा होना सिाभाविक ह़ी है । यह लसथलत सिर्फ एक महानगर या शहर क़ी नहीं है बल्क कमोबेश हर शहर व महानगर में महिलाओं को शौचालय क़ी समसया का सामना करना ह़ी पडता है । यह बात अलग है कि शर्म — हया के कारण महिलाएं खुलकर इस पर बात नहीं करने से बचत़ी हैं जिसके कारण इस मामले से खुि़ी चर्चा नहीं हो पात़ी है ।
नवाकवाफी हैं इंतजवाम , नीतियों में सुधवार जरूरी
हालांकि सिरे से यह नहीं कहा जा सकता है कि सरकार क़ी तरफ से इस विषय क़ी पूऱी तरह अनदेख़ी क़ी गई है । अलबत्ा भारत सरकार सिचछ भारत मिशन को सफल बताते हुए दावा

ररॉयलेट लोके टर कवा करें इस्ेमवाि

सार्वजनिक शौचालयों को गूगल मैपस पर भ़ी ढूंढा जा सकता है कि आस-पास पलबिक टॉयलेट या सार्वजनिक शौचालय कहां है । Google मैपस सार्वजनिक शौचालय लोकेटर आपके नजद़ीक़ी सार्वजनिक शौचालय या सुलभ शौचालय को खोजने में आपक़ी सहायता करता है । एंड्ॉयड निर्माता ने वर्ष 2016 में पलबिक टॉयलेट लोकेटर क़ी सुविधा शुरू क़ी थ़ी । सबसे पहले दिल्ली व एनस़ीआर जैसे कुछ शहरों तक ह़ी यह सुविधा स़ीलमत थ़ी लेकिन वर्ष 2021 तक गाजियाबाद , गुरुग्ाम , नोएडा , फऱीदाबाद , भोपाल और इंदौर सहित कई और शहरों को शामिल करने के लिए इस सुविधा का विसतार किया गया है । यह पहल Google और शहऱी विकास मंत्ािय के ब़ीि सहयोग के रूप में आई है । Google के सार्वजनिक शौचालय लोकेटर ऱीिर का उद्ेशय लोगों को एक सिचछ और साफ-सुथरा टॉयलेट खोजने में मदद करना है , जो कि अतयंत महतिपूर्ण है । Google मैपस सार्वजनिक शौच ' Shauchalay near me ' सर्च करने पर ह़ी गूगल मैपस आपको आस-पास के पलबिक टॉयलेट के बारे में जानकाऱी देगा । सर्च करने पर वो पलबिक टॉयलेट सबसे ऊपर आएगा , जो साफ-सुधरा है । जिसके रिवयूज खराब हैं , वो पलबिक टॉयलेट ऩीिे नजर आएगा । गूगल मैपस पर ' Shauchalay near me ' ऐसे खोजें — सटेप 1 : अपने फोन या फिर किस़ी डिवाइस पर गूगल मैपस ओपन करें । सटेप 2 : अपने आस-पास एक सार्वजनिक शौचालय खोजें । सटेप 3 : आपको उनके पते और खुलने का समय के साथ आस-पास के सथानों क़ी एक
सूि़ी मिल जाएग़ी ।
आप टॉयलेट क़ी रेटिंग भ़ी देख सकते हैं , जिसके बाद आप तय कर सकते हैं कि कहां जाना है । Google मैपस पर सार्वजनिक शौचालय लोकेटर केवल सरकाऱी सार्वजनिक शौचालय तक स़ीलमत नहीं है बल्क इसमें मेट्रो सटेशनों , मॉल , पेट्रोल पंप , असपतालों , पुलिस सटेशनों आदि में पाए जाने वाले अनय शौचालय भ़ी शामिल हैं ।
कर रह़ी है कि लक्य का 96.25 फ़ीसद़ी काम पूरा हो चुका है । सरकाऱी आंकडे बताते हैं कि अकटूबर 2014 के पहले केवल 38.7 फ़ीसद़ी घरों में ह़ी शौचालय थे जबकि अब केवल 3.75 ऱीसद़ी घरों को शौचालय क़ी सुविधा से जोडना ह़ी बाक़ी है । आंकडों से साफ़ है कि भाजपा के शासन में कांग्ेस के शासनकाल से मुकाबले दोगुऩी तेज़ी से शौचालय बने हैं । सरकार का दावा है कि आज क़ी ताऱीख में जितने घरों तक शौचालय क़ी सुविधा पहुंच चुक़ी है उनमें 40 ऱीसद़ी से जयादा घरों में मोद़ी सरकार के कार्यकाल में शौचालय बनवाया गया है । लेकिन विचारि़ीय है कि कया लोगों के घरों में शौचालय क़ी उपलबिता सुलनलशित करा देना ह़ी पर्यापत है ? वह भ़ी तब जबकि देश क़ी आि़ी आबाद़ी कह़ी जानेवाि़ी महिलाओं में घर से बाहर निकल
tuojh 2022 दलित आं दोलन पत्रिका 23