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एससी-एसटी का नया सुरक्ा कर्च : टोल-फ्री नंबर ‘ 14566 ’
मोदी सरकार का तोहफा है नेशनल हेल्पलाइन अगेंस्ट एट्ोसिटी ( एनएचएए ) दलित — आदिवासी समाज के हितों करी रक्ा है सववोच्च प्ाथमिकता
दलित आंदोलन पलरिका ब्यूरो
सदियों से समाज के दमित , शोषित व प़ीलडत वर्ग को मुखयिारा में आगे आने के लिए क़ी गई बराबऱी का अधिकार व सममान दिलाने क़ी तमाम कोशिशों के बावजूद आज भ़ी दलित व आदिवास़ी समाज के लोगों के साथ दोयम दजजे के वयिहार क़ी शिकायतें सामने आने का सिलसिला लगातार जाऱी है । ऐसे में जातिगत आधार पर होनेवाले भेदभाव व अतयािार से दलित व आदिवास़ी समाज के लोगों को बचाने और उनक़ी समसयाओं व शिकायतों का निवारण करने के मकसद से केनरि सरकार ने एक अनूठ़ी पहल के तहत नेशनल हे्पिाइन अगेंसट एट्रोसिट़ी ( एनएचएए ) का टोल-फ्री नंबर ‘ 14566 ’ जाऱी किया है ।
24 / 7 कवाम करेगवा हेल्पिवाइन
अब दलित व आदिवास़ी समाज के लोग इस हे्पिाइन नंबर पर हर दिन चौब़ीसों घंटे कभ़ी भ़ी और हिन्दी व अंग्ेज़ी सहित अपऩी सथाऩीय व क्ेत्रीय भाषा-बोि़ी में भ़ी अपऩी शिकायत दर्ज करा सकते हैं । केनरि़ीय सामाजिक नयाय और अधिकारिता मंत्री डॉ . ि़ीरेनरि कुमार ने आज राजधाऩी लसथत डॉ . आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में नेशनल हे्पिाइन अगेंसट एट्रोसिट़ी ( एनएचएए ) का टोल-फ्री हे्पिाइन नंबर और इसका वेब आधारित से्र सर्विस पोर्टल लॉनि किया । समाज में दलित व आदिवास़ी वर्ग के हितों क़ी रक्ा और सुरक्ा के
हेल्पलाइन के बारे में बुनियादी क्र्र्रण :
— टोल-फ्री सेवा । — पूरे देश में किसी भी दूरसंचार ऑपरेटर के मोबाइल या लैंड लाइन नंबर से ‘ 14566 ’ पर वॉयसकॉल / वीओआईपी करके एक् सेस किया जा सकता है । — सेवाओं करी उपलब्धता : दिन-रात । — सेवाएं हिन्दी , अं ग्ेजी तथा राज्यों / के न्द्र शासित प्देशों करी क्ेत्ीय भाषाओं में उपलब्ध होगी । — मोबाइल अप्लीके शन भी उपलब्ध है । — फरीडबैक प्णाली उपलब्ध है । — संपर्क के एकल सूत् करी अवधारणा अपनाई गई है ।
लिए लागू किए गए कानूनों व संवैधानिक प्रावधानों से लेकर आम लोगों के लिए लागू किए गए विधिक वयिसथाओं के बारे में भ़ी इस
tuojh 2022 दलित आं दोलन पत्रिका 15