doj LVksjh
रहता है । इन सफाईकर्मियों के प्रति प्रधानमंत्री मोद़ी क़ी हार्दिक कृतज्ता उनके कृतिति में सप्ट दिखाई पडत़ी है । तभ़ी तो सफाई कर्मियों को फ्ंट लाइन वर्कर का दर्जा देकर उनहें सबसे पहले कोरोना क़ी वैक्सीन लगाने क़ी पहल मोद़ी सरकार ने क़ी । अयोधया में भवय राम मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन का पहला प्रसाद तुलस़ी माला और रामचरितमानस क़ी प्रति के साथ दलित भाई महाि़ीर के पास पहुंचा दिया गया उसके बाद ह़ी उसका सार्वजनिक वितरण आरंभ हुआ । प्रधानमंत्री मोद़ी ने कुंभ के दौरान खुद अपने हाथों से सफाई कर्मियों का पांव धोकर उनहें अब तक का सिगोच् सममान दिया । यहां तक कि काश़ी विशिनाथ कॉरिडोर के उदघाटन में सफाई कर्मियों के साथ वे कुसटी पर नहीं बैठे बल्क कुसटी हटवाकर उनके साथ जम़ीन पर बैठकर तस्वीरें खिंचवाई । इस मौके पर भोजन करने के लिए भ़ी वे उस़ी कतार में बैठे जहां दलित वर्ग के सफाईकमटी भोजन कर रहे थे । यह दिखावा नहीं बल्क समर्पण है मोद़ी का दलितों के प्रति जिसके तहत उनका हर कृतिति दर्शाता है कि समाज के अंतिम वयलकत के साथ वे खुद को किस कदर अलभन् रूप से
जोडे हुए हैं ।
योजनवाओ ंकवा दलितों को सीधवा व पूरवा िवाभ
अगर हम आँकडों से मोद़ी सरकार के दूसरे कार्यकाल को निकाल भ़ी दें तो भ़ी इतऩी योजनाएँ हमारे पास बचत़ी हैं- जो यह बतात़ी हैं कि दलित उतथान के लिए मोद़ी सरकार के प्रयास कैसे 70 सालों क़ी दिखावट़ी कोशिशों पर भाऱी हैं । साल 2014 में चुनाव ज़ीतने के बाद प्रधानमंत्री मोद़ी ने दलितों के उतथान के लिए अपने बजट में क्रांतिकाऱी बदलाव किया । जहाँ पुराऩी सरकाऱी दलितों क़ी आबाद़ी के प्रतिशत के अनुपात में बजट से धन नहीं देत़ी थ़ी , वहीं मोद़ी सरकार ने जाधव समिति क़ी सिफारिशों को लागू कर दिया । साल 2017 में प्रधानमंत्री मोद़ी ने दलित परिवारों के बच्ों को मिलने वाि़ी आर्थिक मदद का दायरा बढाया । अब मैट्रिक से आगे पढाई पूरे करने वाले छात्ों के लिए पुसतक से लेकर पढाई तक का खर्चा केंरि सरकार वहन करत़ी हैं । दलित छात्ों को उच् शिक्ा के लिए 2000 जूनियर फेलोशिप और स़ीलनयर फेलोशिप प्रतिवर्ष यूज़ीस़ी से दिया जाता है ।
इसमें जूनियर के लिए 25 हजार रुपए और स़ीलनयर के लिए 28 हजार रुपए का फेलोशिप निर्धारित है । मोद़ी सरकार ने दलितों के अनतरजात़ीय विवाह के लिए पूरे देश में एक समान आर्थिक सहायता 2.5 लाख रुपयों क़ी कर द़ी । प्रधानमंत्री आदर्श ग्ाम योजना के तहत उन गाँवों को आदशमों गाँवों में विकसित किया गया , जहाँ आबाद़ी में 50 प्रतिशत जनसंखया दलितों क़ी है । इन दलित बाहु्य गाँवों में दलित परिवारों के लिए आवास , सडकें , बिजि़ी , रोजगार और सुरक्ा के लिए मोद़ी सरकार ने पूरा धन दिया है । दलित युवाओं को आतमलनभ्थर बनाने के लिए केंरि सरकार क़ी तरफ से कई योजनाएँ प्रथम कार्यकाल के प्रथम वर्ष से ह़ी चलाई जा रह़ी हैं । इनमे केंरि सरकार State Scheduled Castes Development Corporations ( SCDCs ) को धन देत़ी है जो दलित परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए कई योजनाओं के तहत लोन देत़ी है । प्रधानमंत्री मोद़ी ने दलित युवाओं को सटाट्टअप शुरू करने के लिए प्रेरित करते हुए देश में पहि़ी बार वेंचर कैपिटल फंड क़ी शुरुआत क़ी । मुरिा योजना के तहत सबसे अधिक
12 दलित आं दोलन पत्रिका tuojh 2022