eMag_Feb2022_DA | Page 14

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तोडना प्ारमभ कर मद्या , जो सीमाएं देश के समरि विकास में िषषों से बाधा के रूप में खड़ी थी । िषषों से अपने वासतमिक विकास की राह देख रहे गरीब , दलित , पिछड़ा वर्ग के हितों के उद्ेश्य से मोदी सरकार विारा ला्यी ग्यी ्योजनाओं के ईमानदारी से मक्ये गए मक्र्यान्वयन ने आम जनता में सकारातमक बदलाव लाना प्ारमभ मक्या । जाति , उपजाति और वर्ग की सोच में आने वाले बदलाव को सप्ट रूप से 2017 में उत्तर प्देश विधानसभा चुनाव और फिर 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणाम में देखा ग्या ।
2017 में प्देश के चुनाव में आम जनता ने जाति , उपजाति और वर्ग की राजनीति करने वाले नेताओं को करारा जवाब उस सम्य मद्या , जब जातिगत हितों के नाम पर समक्र्य नेताओं को चुनाव में मुँह की खानी पड़ी थी । जाति , उपजाति , अगड़ा ्या पिछड़ा हित के कथित दावों
के सथान पर जनता ने विकास की राजनीति पर अपनी मोहर लगा्यी थी । गत पांच िषषों के दौरान एक मुख्यमंत्ी के रूप में ्योगी आदित्यनाथ ने भी अपने सरकारी दाम्यतिों का निर्वहन जाति , उपजाति ्या वर्ग के दा्यरे में बंध कर नहीं मक्या । इसीलिए पांच वर्ष के दौरान प्देश ने विकास के नए मानक सथामपत मक्ये । भ्यमुकत समाज वाले प्देश में सभी जाति , वर्ग ्या धर्म के हितों के अनुरूप ईमानदारी से मक्ये गए कार्यों को जनता ने जातिगत हित के दा्यरे में बंध कर नहीं देखा । विकास कार्यों और सरकारी ्योजनाओं का लाभ समाज के सभी वर्ग , जाति ्या धर्म के लोगों को समान रूप से मिला ।
वैसे , प्देश में पिछडा वर्ग ( ओबीसी ) मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा 52 फीसदी है । 1990 के बाद से ही पिछड़ा वर्ग का जातिगत राजनीति में वर्चसि रहा है । पिछडा
वर्ग में सबसे ज्यादा 11 % जनता ्यादव समाज की है , जिसका लाभ उठाकर मुला्यम सिंह ्यादव 1989 , 1993 , 2003 में मुख्यमंत्ी बने और फिर 2012 में अखिलेश ्यादव को कुसटी मिली । लेकिन 2014 के बाद पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं के सामने अपने नेताओं का भ्रमजाल टूटने लगा । 2017 के विधानसभा चुनाव में पिछड़ा वर्ग की जनता का एक बड़ा प्मतशत भाजपा से जुड़ ग्या । इसका नतीजा समाजवादी पाटटी को मिली सीटों के रूप में देखा जा सकता है । प्देश में पिछडा वर्ग के अंदर लगभग 79 जाति है और वर्ग भी ्यादव और गैर ्यादव जाति के गुट में बंटा हुआ है । ्यादव 11 प्मतशत और गैर ्यादव 43 प्मतशत हैं । कुमटी , मौ्य्ण , कुशवाहा , लोध , मललाह , निषाद राजभर जैसी जामत्यों वाले गैर ्यादव वर्ग की अधिकांश जनता िषषों से भाजपा के
14 दलित आं दोलन पत्रिका iQjojh 2022