eMag_Dec_2021-DA | Page 29

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कको ही अपना रहनतुमा समझता रहा । लेकिन लेकिन पिछले दको आम चतुना्व तथा पिछले राजय त्विान सभा चतुना्व में अनतुरूचित जाति के ्वकोटरों की भाजपा पहली पसंद बनी है । पिछले त्वर चतुना्व में नैनीताल , गंगकोिीहाट , बागेश्वर , बाजपतुर , रकोमेश्वर , हरिद्ार में झबरेड़ा , ज्वालापतुर , देहरादून की राजपतुर , पौड़ी , चमकोिी में थराली से पाटटी के प्तयाशी जीते जबकि पतुरकोिा से कांग्ेर से जीते राजकुमार भी अब भाजपा में शामिल हको चतुके हैं । पाटटी के समक् प्देश ्व केंद्र सरकार की अनतुरूचित जातियों के कलयाण ्व उतथान की यकोजनाओं के बलबूते फिर से सूबे की एक दर्जन एससी सीटों में से पिछली बार के रिकार्ड कको बराबरी करने की नहीं बपलक उससे कहीं
अधिक सफलता हासिल करने की चतुनौती है ।
उडते पंछियों से कांग्ेस को आस
उत्राखंड में अनतुरूचित जाति की आबादी की बात करें तको बागेश्वर में कुल आबादी में र्वा्सतिक 27 प्तिशत है जबकि पिथौरागढ़ में
24.90 प्तिशत , हरिद्ार में 21.76 प्तिशत , अलमकोड़ा में 24.25 प्तिशत , चम्पावत में 18.25 प्तिशत , नैनीताल में 20.03 प्तिशत , ऊधमसिंह नगर में 14.45 प्तिशत , उत्रकाशी में 24.41 प्तिशत , चमकोिी में 20.25 प्तिशत , रुद्रप्याग में 19.48 प्तिशत , टिहरी में 16.50 प्तिशत , देहरादून में 13.49 प्तिशत , पौड़ी में 17.80 प्तिशत है । हरिद्ार , ऊधमसिंह नगर , देहरादून , नैनीताल में करीब दस लाख एससी ्वकोटर हैं । इन ्वकोटरों कको अपने पाले में खींचने के लिए ही पू्व्स मतुखयमंत्री हरीश रा्वत ने इस कांग्ेर की जीत हकोने पर दलित कको मतुखयमंत्री बनाने का शगूफा छोड़ा था । हालांकि दलित मतदाताओं कको यह बेहतर पता है कि मतुखयमंत्री पद के लिए अपना नाम आगे नहीं किए जाने से नाराज हकोकर पाटटी में मौजूद अपने त्वरकोिी खेमे का पत्ा काटने के लिए ही उनहोंने यह शगूतुरा छोड़ा था । नतीजन मतदाताओं पर तको उनकी इस घकोरणा का ककोई फर्क नहीं पड़ा अलबत्ा भविष्य में बड़े लाभ की उममीद पालते हतुए नैनीताल से संजी्व आर्य ्व बाजपतुर से यशपाल आर्य ने कांग्ेर का दामन थाम लिया । हालांकि इनकी गिनती राजनीति के उड़ते पंछियों में ही हकोती है जको एक डाल पर लंबे समय तक टिककर नहीं रह सकते । ये पहले भी कांग्ेर छोड़कर ही भाजपा में आए थे और एक बार फिर इनहोंने कांग्ेर में ्वापसी कर ली है ।
खुल गया कांग्ेस का खेल
संजी्व आर्य और यशपाल आर्य कको ्वापस अपने पाले में खींचने में कामयाब रहने के बाद कांग्ेर कको उममीद थी कि कुमाऊं क्ेत्र में पूरा दलित समाज जातिगत आधार पर उसके साथ जुड़ जाएगा । इसके अला्वा हरिद्ार की भग्वानपतुर सीट पर कांग्ेर की ममता राकेश त्विायक पहले से ही जीती हतुई हैं । साथ ही भाजपा के कुछ दलित नेताओं पर भी कांग्ेर ने िकोरे डाले । लेकिन इन सबका कांग्ेर कको तको ककोई फायदा नहीं मिल रहा अलबत्ा दलित ्वग्स के मतदाताओं कको अपनी ताकत का एहसास अ्वशय हको गया है । उनहें बेहतर समझ आ रहा
है कि त्वकास के मोर्चे पर भाजपा का मतुकाबला करने में नाकाम रहने के बाद ही कांग्ेर ने जातीय कार्ड खेला है । नतीजन ्वे चौकन्ने और सा्विान हको गए हैं और अपने ्वकोट की कीमत खूब समझ रहे हैं । दलित स्वाभिमान कको जगाने की कांग्ेर ने राजनीतिक लाभ के लिए जको ककोतशश की है उसका भाजपा ने हमेशा ही पूरा धयान रखा है और दलित ्वग्स के त्वकास और सममान का जितना काम केनद्र ्व राजय की भाजपा सरकार ने किया उसकी पहले के किसी भी सरकार से ककोई ततुिना ही नहीं हको सकती है ।
दलित लिखेंगे निर्णायक पटकथा
ऐसे में भाजपा अनतुरूचित मकोचा्स प्देश अधयक् अंबा आर्य का यह दा्वा हकीकत के बेहद करीब महसूस हकोता है कि प्देश में अनतुरूचित समाज पूरी तरह भाजपा के पक् में है । उनके मतुताबिक मकोदी सरकार ्व प्देश सरकार ने अनतुरूचित जातियों के जी्वनसतर कको रतुिारने ्व उनके उतथान के लिए अनेक कदम उठाए हैं । उनहोंने दा्वा किया है कि पाटटी आगामी चतुना्व में नैनीताल समेत प्देश की सभी आरतक्त सीटों पर त्वजय हासिल करेगी । इसके लिए भाजपा ने अपनी ओर से ककोतशशें भी आरंभ कर दी हैं तको पिछले दिनों नैनीताल में हतुई बैठक में तय किया गया कि दलित ्वग्स के मतदाताओं से समर्थन मांगने के लिए पाटटी के नेता ्व कार्यकर्ता उनके घर-घर जाकर दसतक देंगे । हालांकि अभी चतुना्व में थोड़ा समय बाकी है और इस दौरान भाजपा के दलित नेताओं पर िकोरे डालने में त्वरकोिी पक् ककोई कसर नहीं छोड़ेगा । ऐसे में आ्वशयक है कि भाजपा का शीर्ष नेतमृत्व इस बात का खास धयान रखे कि गलती से भी सूबे के दलित नेताओं और मतदाताओं की सं्वेदनाओं और भा्वनाओं कको ठेस ना पहतुंचे । दलित समाज कको भाजपा ने जको सममान दिया है उसे जारी रखा गया तको निर्णायक दलित ्वकोट भाजपा के पक् में ही आने और सत्ा में ्वापसी का इतिहास रचने में भाजपा के कामयाब हकोना तय ही है । �
fnlacj 2021 दलित आं दोलन पत्रिका 29