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के त्वचार ' की रक्ा के लिए हजारों तनदवोर िकोगों और हमारे बहादतुर रतुरक्ाकर्मियों ने अपनी जान गं्वाई है । एक राजनीतिक मरहम लगाने ्वाला राजनेता न के्वि उपचार या शलय चिकितरा के माधयम से इन राजनीतिक अलरर कको ठीक कर सकता है , बपलक समाज के संकटग्सत वर्गों के क्टों कको दूर कर सकता है . आजादी के बाद से भारत में कई राजनीतिक- बीमारियाँ , संकमण और घा्व थे , जको या तको जानबूझकर या राजनीतिक इचछा शक्ति और त्वशेषज्ञता की कमी के कारण दूर न हको सके ।
निजी हित के लिए कु रूक्षेत्र बना कश्ीर
आजादी के बाद के भारत के महत्वपूर्ण मतुद्ों में से एक कशमीर का मतुद्ा था । इसने कशमीर घाटी में आंतरिक कलह और आतंक्वाद कको जनम दिया , जिसमें हजारों तनदवोर िकोग मारे गए । कशमीर का मतुद्ा भारत राजनीतिक शरीर पर एक बड़े अलरर के रूप में उभरा और भारत
और पाकिसतान के बीच 3 यतुदों का कारण बना । इसे मतुद्े कको इस तरह से गलत तरीके से संभाला गया कि यह भारत के लिए एक राजनीतिक घा्व बन गया , जको धीरे-धीरे सथायी रूप से खून बहने ्वाले राजनीतिक-अलरर में बदल गया । समकालीन राजनीतिक-नेताओं ने पसथति कको सँभालने करने के बजाय खतुद कको पसथति से लाभ उठाने की प्तकया कको अपनाया । हमारे पड़ोसी देश ने अपने एजेंडे कको पूरा करने के लिए आतंक्वाद कको प्ायकोतजत करके कशमीर में भारत का खून बहाने के लिए अलरर फैलाया था ।
मोदी के ' हीलिंग-टच ' का जादूई असर
इस मतुद्े कको मकोदी जी ने मासटर-सर्जन की भांति दूर कर दिया . इस निर्णायक निर्णय , दृढ़ इक्छा शक्ति के लिए मकोदी जी कको ककोतटशाः धन्यवाद । कशमीर का मतुद्ा जको देश के धन और संसाधनों कको खतम कर रहा था और कशमीर के िकोगों कको अलग-थलग कर रहा था , अब हल हको गया है । कशमीरी घा्व की सर्जरी सफलतापू्व्सक कर दी गई है । इसके अला्वा , त्वकास के माधयम से बड़े पैमाने पर उपचार किया जा रहा है । किसी भी कशमीरी- पंडित से पूछिए जको 30 साल तक पीतड़त रहा और अपने ही देश में शरणाथटी बना रहा , इलाज का क्या मतलब है ! पूर्वर्ती सरकारों के दयनीय दमृप्टककोण से उपेतक्त और पूरी तरह से अलग- थलग पड़ गए लद्ाख के िकोगों का भी उपचार किया गया । उत्र-पूर्वी राजयों में भी ' हीलिंग- टच ' ने जादू की तरह काम किया ।
भारतीय-संस्कृति का गौरव बहाल
उपरकोक्त के साथ ही त्व्वाद का एक और मतुद्ा जको सांप्दायिक तना्व पैदा कर रहा था , ्वह था राम-मंदिर का मतुद्ा । कौन रकोच सकता था कि भारत की राजनीति के सबसे त्व्वादित मतुद्ों में से एक बिना खून की एक बूंद के भी हल हको जाएगा । भारतीय-संसकृति के गौर्व कको
बहाल किया गया है । राम-मंदिर के निर्माण के साथ , रा्ट्ीय गौर्व के रूप में रा्ट्ीय पतुनरुतथान कको बहाल किया गया है , लाखों भारतीयों कको संततुप्ट मिली है कि उनका सपना पूरा हको गया है और उनके साथ नयाय हतुआ है ।
अं तर्राष्ट्रीय अशांत हॉटस्ॉट पर कार्रवाई
अपेक्षित एक और क्ेत्र जहां भारत का गौर्व बढ़ा
है , ्वह अंतररा्ट्ीय मामलों में भारत की छत्व कको पतुनर्जीवित करने का क्ेत्र है । मकोदी जी के रतकय सिदांत के साथ , भारत उप-क्ेत्रीय , क्ेत्रीय और ्वैश्विक सतर पर एक प्मतुख खिलाड़ी के रूप में उभरा है । कूटनीतिक और सामरिक मामलों में भारत का प्भा्व बढ़ा है । त्वतभन्न निकासी-संचालन , चाहे ्वह अफगानिसतान में हको या ककोई अनय अशांत हरॉटस्पॉट , भारत के िकोगों कको उममीद है कि सरकार कार्स्वाई करेगी और उनहें बचाने के लिए निर्णायक कार्स्वाई करेगी ।
कोरोना काल में भारत बना ग्ोबल हिलर
पूरी मान्वता के लिए सदी का सबसे बड़ा संकट ककोरकोना-्वायरस था । भारत ने जिस तरह से इस ्वायरस जनित आपदा का सामना किया ्वह अनतुकरणीय है । भारत ने अपना टीका त्वकसित किया । भारत ने अब तक अपने 90 करोड़ िकोगों के टीकाकरण से न के्वि अपनी आबादी कको बचाया है , जको दतुतनया में सबसे अधिक है , बपलक भारत कको एक दिन में 2.26 करोड़ टीकाकरण का गौर्व प्ा्त भी हतुआ , जको अपने आप में एक रिकरॉि्ड है . क्योंकि यह एक दिन में ऑसट्ेतिया की आबादी से अधिक टीकाकरण के समान है ! यह टीका के्वि भारत तक ही सीमित नहीं था , बपलक दतुतनया के िकोगों कको टीकाकरण की खतुराक उपहार में दी गई । मकोदी जी के नेतमृत्व में मासटर-हीलर के तहत भारत एक सच्े ‘ ग्लोबल-हिलर ’ के रूप में उभर रहा है । �
fnlacj 2021 दलित आं दोलन पत्रिका 23