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कर उनसे छद्म ्तुद लड़ा जिसके कयारण अंग्रेजों ने इनहें जरया्म पेशया जयालत घोषित कर लद्या । डॉ . शास्त्री ने कहया कि अंग्रेजों की नजर में तो भगत सिंह और चंद्शेखर आजयाद भी अपरयाधी थे । किन्तु क्या वे अपरयाधी थे ? वह तो सवतंत्रतया सेनयानी थे । इसी प्रकयार अंग्रेजों की दृलषट में यह जयालत भी अपरयाधी थी लेकिन वयासतव में यह जयालत भी सवतंत्रतया सेनयानी जयालत थी । इन तथ्ों कया हवयािया देते हतुए डॉ . शास्त्री ने केनद् की मोदी सरकयार से मयांग की कि 1857 की क्रांति में भयारीदयारी करने के कयारण अंग्रेजों द्वयारया अपरयाधी घोषित की गई जयालत्ों को सवतंत्रतया सेनयानी जयालत घोषित लक्या जयाए जिससे इनकया खो्या सम्मान इनहें लौटया्या जया सके और इनहें मतुख्धयारया में शयालमि होकर आगे आने कया मौकया मिल सके ।
मोदी — योगी ही दिलाएंगे अहेरिया — बहेलिया को
सम्ान अपने समबोधन में डॉ . शास्त्री ने बेहद गंभीर
सवयाि उठया्या कि जो जयालत 1936 में अनतुसूचित जयालत थी और 1950 के मई मयाह में जयारी अनतुसूची में भी अनतुसूचित जयालत थी , वह अगसत , 1950 में ही भयारत सरकयार द्वयारया जयारी अनतुसूची में अनतुसूचित जयालत से बयाहर कैसे हो गई ? इस अन्याय को पूरे समयाज के लखियाफ लक्या र्या षड्ंत्र करयार देते हतुए डॉ . शास्त्री ने इसकी जयांच करयाए जयाने की मयांग भी की । उनहोंने कहया कि आज अहेरर्या नया अनतुसूचित जयालत में गिनी जयाती है , नया पिछड़े वर्ग में इसकी गिनती है और नया ही यह विमतुकत जयालत में है । ऐसे में केनद् और उत्तर प्रदेश की सरकयार को यह सपषट करनया ियालहए कि आखिर यह जयालत है कहयां ? डॉ . शास्त्री ने कहया कि गरीबों के लिए बनयाई गई मोदी सरकयार की अनेकयानेक योजनयाओं ने इनहें बहतुत रयाहत दी है किन्तु इनकया अनतुसूचित जयालत कया हक इनहें मिल जयाएरया तो यह समयाज बहतुत तेजी से विकयास की दिशया में अग्रसर होरया । उनहोंने कहया कि अहेरर्या समयाज के लोग मोदी — योगी के नेतृतव में पूरया भरोसया रखते हैं
और इनसे ही इनहें सयात दशक की समस्याओं कया समयाधयान होने कया विश्वास है ।
उ . प्र . अनुसूत्चत जाति आयोग के डॉ . रामबाबू हरित का हुआ
भब्य स्ागत अखिल भयारतीय अहेरर्या , बहेलि्या , करवल
और पलस्या समयाज की ओर से हयाि ही में उत्तर प्रदेश अनतुसूचित जयालत एवं अनतुसूचित जनजयालत ( एससी — एसटी ) आयोग के अध्क् कया पद संभयािनेवयािे डॉ . रयामबयाबू हरित कया म्तुरया के सरसवती कुंड लस्त हनतुमयान वयालटकया में स्वागत और अभिनंदन लक्या र्या । समयारोह में डॉ . हरित कया मयािया पहनयाकर स्वागत लक्या र्या और उनहें समृलत चिनह भेंट किए गए । इस मौके पर अपने संबोधन में डॉ . हरित ने कहया कि केवल भयाजपया में ही अनतुसूचितों कया सम्मान बरकरयार है , वनया्ग हर रयाजनीतिक दल ने हमेशया अनतुसूचितों को केवल अपने ियाभ के लिए ही इसतेमयाि लक्या है । उनहोंने कहया कि 2022 में होने जया रहे उत्तर प्रदेश के विधयानसभया ितुनयाव में एकजतुट होकर अनतुसूचितों को चिकनी — ितुपडी बयातों से भ्रमित कर और झूठ़े वया्दों में फंसयाकर हमेशया से ठगते व धोखया देते आ रहे रयाजनीतिक दलों को पटखनी देनी होगी । ऐसे दलों को अनतुसूचितों की समस्याओं और दतुख — तकलीफों से कभी कोई मतलब नहीं रहया है बल्क वे सिर्फ वोट बैंक की तरह इनकया रयाजनीतिक फया्दे के लिए इसतेमयाि ही करते आए हैं । समयारोह को उत्तर प्रदेश
एसी — एसटी आयोग के सदस् व म्तुरया के पूर्व विधया्क श्याम सिंह अहेरर्या ने भी संबोधित लक्या । उनहोंने विश्वास लदिया्या कि अनतुसूचितों के सम्मान को बरकरयार रखया जयाएरया । सया् ही उनहोंने डॉ . हरित की ही तर्ज पर यह भी कहया कि हर हयाि में अनतुसूचितों को शयासन व प्रशयासन के सतर पर पूरया अधिकयार व सम्मान केवल भयाजपया की सरकयार के कया््गकयाि में ही मिल सकतया है ।
समारोह में गणमान्ों की मौजूदगी
इस कार्यक्रम में भयाजपया के राष्ट्रीय मतुख्यालय में तैनयात पार्टी के वरिषठ कया््गकतया्ग जितेनद् रयावल भी मौजूद थे जिनहोंने समयारोह में मौजूद सवजयातीय लोगों कया स्वागत और अभिवयादन करते हतुए उनहें विश्वास लदिया्या कि मोदी — योगी के रयाज में उनकया हित पूरी तरह सतुरलक्त है । इस अवसर पर जर्मनी में तैनयात रहे पूर्व रयाजदूत रतुरदीप बडवयाि , रयामवीर सिंह , सीतयारयाम रयाणया , रवि अहेरर्या , महेंद् रयावल , ब्जेश रयावल , अरुण रयावल , केशव देव , सोबरन सिंह , टीकयारयाम अहेरर्या , नीरज अहेरर्या , रमेश चंद् अहेरर्या , धर्मपयाि सिंह , दिनेश रयाणया , बयािलकशन प्रधयान , सत्प्रकयाश अहेरर्या , मनोज कुमयार , सतुंदर ियाि सिसौलद्या , मंगल सिंह , हतुकुम सिंह , सतुभयाष , कया्म सिंह , हरिकिशन , प्रेम बयाबू , डॉ . सतुरेश कुमयार , दशरथ , रयाजेंद् , रिंकू अहेरर्या , धमजेंद् अहेरर्या आदि गणमयान् लोग भी मौजूद थे । �
vxLr 2021 दलित आंदोलन पत्रिका 23