शिक्षा देने का दावा करने वाली मिशनरी सकूलों में होने वाले अनयाय को और अधिक बेहतर तरीके उजागर कर सकती थी । ऊषा ने तो अपने दर्द को साझा कर दिया लेकिन अनगिनत ऊषा का अंतहीन दर्द अब भी ताजा है ।
2022 में इसी तरह तमिलनाडु के तंजावुर की रहने वाली 17 िरटीय छात्ा लावण्या को मतातंरण के दबाव के कारण अपने जीवन लीला को समापत करना पड़ा था । 2019 में एक अनय घटना में जबरन मतांतरण का विरोध करने पर वत्पुरा की एक छात्ा को छात्ािास के वार्डन द्ारा बुरी तरह पिटाई की गई थी , जिस कारण 15 िरटीय छात्ा को अपने जान से हाथ धोना पड़ गया था । प्रश्न उठता है आखिर कब तक अपनी परंपरा , संसकृवत और मानयता को मानने वाली ऊषा , लावण्या जैसों को अपने प्राणों की आहुति देनी होगी ?
राष्टीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने पुलिस की कार्रवाई
पर जताया असंतोष 17 िरटीय छात्ा ऊषा कुमारी की आतमहतया
के मामले की जांच के लिए गत 15 जुलाई को राषट्ीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अधयक्ष प्रियंक कानूनगो धनबाद पहुंचे और छात्ा की माता एवं अनय परिवारजनों से जानकारी ली । मृत छात्ा की सहेलियों व सकूल के प्रभारी प्रबंधक से भी उनहोंने बात की । इसके बाद वह
तेतुलमारी थाना पहुंचे , जहां उनहोंने इस मामले में अबतक की कार्रवाई की जानकारी ली । आयोग के अधयक्ष ने घटना को दुर्भागयपूर्ण बताया और वह सियं पुलिस की कार्रवाई से असंतुषट दिखे । उनहोंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई में कई कमियां नजर आ रही है । सकूल के गैर मानयता प्रापत होने के लिए उनहोंने उपायुकत व बलॉक शिक्षा पदाधिकारी को जिममेदार ठहराया । उनहोंने कहा कि मृतका के परिजनों को उचित मुआवजा मिलना चाहिए I
स्कू ल पर कडी से कडी कार्रवाई सुमनलचित करें मुख्यमंत्ी
केंद्रीय जनजातीय मंत्ी अर्जुन मुंडा ने इस मामले पर कहा है कि धनबाद के सेंट जेवियर्स सकूल में पढने वाली छात्ा की आतमहतया की खबर सुनकर मर्माहत हूं । छात्ा के सुसाइड नोट में यह खुलासा हुआ है कि छात्ा बिंदी लगाकर सकूल गई थी I इस कारण एक शिक्षिका ने उसे पीटा और अपमानित किया I इससे आहत छात्ा ने आतमहतया कर ली । इस मामले में मुखयमंत्ी जी सकूल पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुवनलशचत करें I
मिशनरी स्कू लों विद्ालयों को सनातनी प्रतीकों से चिढ़ क्ों ?
झारखंड के प्रथम मुखयमंत्ी सह भाजपा के प्रदेश अधयक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी इस मामले
को लेकर सरकार से कार्रवाई की अपील की है । उनहोंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा ' एक समाचार सुनकर दिल दहल गया है । धनबाद के सेंट जेवियर्स सकूल में पढने वाली छात्ा ने आतमहतया कर ली है I छात्ा ने अपने यूनिफॉर्म में सुसाइड नोट लिखकर रखा था I खुलासा हुआ है कि छात्ा बिंदी लगाकर सकूल गई थी , इसी कारण सकूल की एक शिक्षिका ने उसे पीटा और अपमानित किया । इससे आहत छात्ा ने अपनी जीवन लीला समापत कर ली I पता नहीं ऐसे विद्ालयों को सनातनी प्रतीकों से वचढ कयों है ? राजय के मुखयमंत्ी को इस मामले पर संज्ान लेकर सकूल की मानयता रद् करने हेतु संबंधित विभाग को वनददेश देना चाहिए I
अभाविप ने किया विरोध प्रदर्शन
छात्ा ऊषा को नयाय दिलाने की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्ािटी परिषद ( अभाविप ) ने विरोध प्रदर्शन किया एवं सेंट जेवियर की शिक्षिका व प्राचार्य का पुतला फूंका I अभाविप ने झारखण्ड सरकार से मांग की है कि सरकार अविलंब दोषियों पर कठोर कार्रवाई करे अनयिा परिषद कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में उग् आंदोलन करने के लिए बाधय होंगेI गत 11 जुलाई को अभाविप प्रतिनिधिमंडल ने छात्ा के परिजनों से मुलाकात करके उनहें नयाय दिलाने का हर संभव भरोसा दिया । �
vxLr 2023 15