हैं , जो मोदी की गारं्टी को मिल रहे जनसमथि्मन को दिखाता है । गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद मधयप्रदेश , राजस्थान और छत्तीसगढ़ में आदिवासी बहुल सी्टों पर भाजपा को मिली भारी जीत पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्ेस की नीतियों की वजह से दस करोड़ आदिवासी विकास में पीछे रहे । आदिवासी समाज अब भरोसा जता रहा है कि उनकी आकांक्षाओं को भाजपा सरकार ही पदूरा कर सकती है ।
उनहोंने कहा कि सिर्फ हवा-हवाई वादों से जनता को अब बरगलाया नहीं जा सकता है । उनहें अब ्पष्ट कार्य योजना एवं भरोसा चाहिए और यह सिर्फ भाजपा ही दे रही है । भाजपा ने सेवा और सुशासन की राजनीति का नया माडल देश के सामने रखा है , जिसमें सिर्फ नीतियां नहीं बनाई जाती , बसलक उनहें लाभादथि्मयों तक पहुंचाना सुदनसशरत भी किया जाता है । प्रधानमंत्री ने मोदी ने नकारातमक राजनीतिक करने और जनकलयाण की योजनाओं पर रोड़ा अ्टकाने को लेकर कांग्ेस और विपक्षी दलों को आड़े हाथिों लिया । उनहोंने चुनाव नतीजों को कांग्ेस एवं घमंडिया गठबंधन के लिए सबक बताते हुए कहा कि भ्रष्टाचार , तुष्टीकरण , परिवारवाद को लेकर देश के हर नागरिक के दिल में जीरो ्टॉलरेंस की नीति बन रही है । कुछ परिवारवादियों के एक साथि आने से फो्टो कितना भी अ्छा निकल आए , लेकिन जनता का दिल नहीं जीता जा सकता है ।
चुनाव के दौरान विपक्षी नेताओं द्ारा बोले गए अपशबदों पर द्टप्णी करते हुए उनहोंने कहा कि गाली-गलौज , निराशा , नकारातमक बाते मीडिया की सुर्खियां तो बन सकती हैं , लेकिन जनता के दिल के स्थान नहीं बना सकती है । उनहोंने चेतावनी देते हुए कहा कि सुधर जाइए , वरना जनता चुन-चुनकर साफ कर देगी उनहोंने विपक्षी दलों को देश विरोधी ताकतों को बल देने वाली राजनीति नहीं करने की सलाह ही दी । प्रधानमंत्री मोदी ने तीन राजयों में भाजपा को मिली जीत पर कहा कि इसकी गदूंज सिर्फ छत्तीसगढ़ , मधयप्रदेश और राजस्थान तक सीमित नहीं रहेगी , बसलक पदूरी दुनिया को सुनाई देगी । इससे दुनिया के देशों का भारत के विकास पर भरोसे को और मजबदूत करेगा और निवेशकों को नया भरोसा देगा । उनहोंने इसे विकसित भारत के संकलप को जनता का आशीर्वाद बताया । प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार यह चुनाव परिणाम भारत के परिपकव लोकतंत्र को भी दिखाता है , जहां एक स्थिर सरकार के जनता किस प्रकार सोच-समझकर मतदान करती है ।
क्ा प्रधानमंरिी मोदी के विजयी रर् को रोक पाएं गे
अनंत विजय
राहु ल गधांधी ?
राजयों के विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद आगामी लोकसभा चुनाव
को लेकर चर्चा आरंभ हो गई है । भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के हौसले
बुलंद हैं । उनहोंने लोकसभा चुनाव में हैट्रिक का विमर्श शुरु कर दिया है । उधर कांग्ेस समेत अनय विपक्षी दलों में मायदूसी का वातावरण है । तेलंगाना विधानसभा चुनाव में जीत के बावजदूद कांग्ेस पार्टी अपने कार्यकर्ताओं में उतसाह का संचार नहीं कर पा रही है । कुछ दिनों पदूव्म बने विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए को लेकर कुछ ठोस सामने नहीं आ रहा है । विशेरज् ऐसा होगा तो ऐसा होगा के तकमों के सहारे भाजपा की कठिनाइयों को गिनाने में लगे हैं । चुनावी विशलेरक विधानसभा चुनाव में विपक्षी दलों को मिले वो्टों की संखया के आधार पर लोकसभा चुनाव में भाजपा के सामने चुनौती पेश करने का प्रयास कर रहे हैं ।
fnlacj 2023 29