बांगलादेश
डा. ध्रुबजयोहत भट्टाचार्य
क्हं बढ़ गया है क्क अब बांगलादेश में यूनुस
दू अलपसंखयकनों का संगक्ठत क्विाश और उन्हें क्िशाना बनाना इस सतर तक
के नेतृतव वाली अंतरिम सरकार या राजय प्रायोक्जत मीक्डया द्ारा इसे क्छपाया नहीं जा सकता । इस बीच, जबक्क दुक्िया वैश्विक संघषयों से क्घरी हुई है, आस-पास के एक अलपसंखयक समुदाय को अस्तितव के क्लए एक अनोखे संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है ।
1947 में पूवशी पाक्कसताि के गठन और उसके बाद 1971 में बांगलादेश के उदय के बाद, क्हंदू अलपसंखयक, क्जत्हें उनके शैक्क्षक और सांस्कृक्तक योगदान के क्लए जाना जाता था, खुद को राजनीक्तक अक्धकारियनों के क्लए एक आसान लक्य पाया । इन नेताओं ने अ्सर कट्टरपंथी इसलामी समूहनों को खुश करने या भारत की भूक्मका का क्वरोध करने का लक्य रखा, पूवशी पाक्कसताि और बांगलादेश दोिनों में धाक्म्वक अलपसंखयकनों के क्हतनों का प्रक्तक्िक्धतव करने की उपेक्षा की । केवल अवामी लीग के नेतृतव में ही यह समझ बनी थी क्क सरकार क्हंदू अलपसंखयकनों के सामाक्जक और सांस्कृक्तक क्हतनों, संपत्ति, सममाि और जीवन की रक्षा करने का प्रयास करेगी, क्जसमें उनके पूजा स्ल भी शाक्मल हैं । हालांक्क अगसत 2024 में अवामी लीग सरकार की बर्खासतगी के बाद अलपसंखयकनों की दुर्दशा और भी बदतर हो गई है ।
हाल ही में एक दुर्गा मंक्दर पर हमला तथा एक स्ािीय राजनेता द्ारा एक क्हंदू अलपसंखयक मक्हला के साथ बलातकार की घटना से अलपसंखयक समुदाय में काफी आरिोश फैल गया है ।
ढाका के क्खलखेत इलाके में दुर्गा मंक्दर को
कब तक चुप रहेंगे हिंदू अल्पसंख्यक?
सरकार द्ारा धवसत क्कए जाने से अलपसंखयक समुदाय में आरिोश फैल गया । सरकार ने सपष्ट क्कया क्क बांगलादेश रेलवे ने रेलवे की संपत्ति पर दुर्गा पूजा आयोक्जत करने की अनुमक्त दी थी, लेक्कि तयोहार समापत होने के बाद उस स्ाि पर एक मंक्दर का क्िर्माण कर क्दया गया । 27 जून 2024 को अंतरिम सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माधयम से कहा क्क रेलवे ने पूजा के उतसव तक भूक्म पर एक अस्ायी दुर्गा मंडप का क्िर्माण कराया है । हालांक्क, अस्ायी मंडप को हटाने के बजाय, उस स्ाि पर एक‘ काली मूक्त्व’ स्थापित की गई थी, क्जसे अब धवसत कर क्दया गया है । अलपसंखयक समुदाय ने सरकार पर समुदाय के क्कसी भी सदसय को कोई अक्धसूचना या सूचना जारी क्कए क्बिा जबरन धवसतीकरण का आरोप लगाया ।
बांगलादेश में इस तरह की तोड़फोड़ और अपवित्रता कोई नई बात नहीं है । क्पछले साल अ्टूबर 2024 में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान क्हंदू देवी-देवताओं की 16 मूक्त्वयनों का क्सर काटा गया था और 3 मंक्दरनों को अपवित्र क्कया गया था । ये हमले मुखयतः बांगलादेश के राजशाही क्डवीजन के पबना क्जले में क्कये गये । क्वदेश मंरिी डलॉ. जयशंकर ने बांगलादेश में क्हंदू अलपसंखयकनों पर हमलनों के बारे में एक प्रश् का उत्र देते हुए लोकसभा में उललेख क्कया क्क सरकार ने ढाका के तांतीबाजार में एक पूजा मंडप पर हमले और दुर्गा पूजा 2024 के दौरान सतखीरा में जेशोरेशवरी काली मंक्दर में चोरी के बारे में अपनी गंभीर क्चंताओं से अवगत कराया है ।
एक अन्य प्रेस विज्ञप्ति में क्वदेश मंरिालय ने कहा क्क यह घटनाएं वासतव में क्िंदनीय हैं । यह मंक्दरनों और देवताओं को अपवित्र करने और उन्हें नुकसान पहुंचाने की एक सतत प्रवृत्ति
को दर्शाती हैं, क्जसे हमने क्पछले कई क्दिनों में देखा है । हाल ही में खाक्लदा क्जया के नेतृतव वाली बांगलादेश नेशिक्लसट पाटशी( बीएनपी) के एक सदसय द्ारा मधय बांगलादेश के कुक्मला क्जले में 21 वषशीय क्हंदू मक्हला के साथ क्कए गए क्रूर सामूक्हक बलातकार पर भी आरिोश है । घटना की जानकारी तब सामने आई जब यौन उतपीड़ि का एक वीक्डयो सोशल मीक्डया पर वायरल हुआ । ढाका क्वश्वविद्यालय के छात्रों ने बलातकार के क्वरोध में परिसर में मार्च क्िकाला, जबक्क जगन्ा् हलॉल( अलपसंखयक समुदाय के छात्रों के छारिावास) के क्िवाक्सयनों ने न्याय की मांग करते हुए जुलूस क्िकाला । घटना सामने आने के बाद अब तक स्ािीय बीएनपी नेता सक्हत पांच लोगनों को क्गरफतार क्कया जा चुका है ।
यह धयाि देने वाली बात है क्क क्हंदू अलपसंखयक समुदाय की मक्हलाओं पर इस तरह का क्हंसक यौन हमला कोई नई बात नहीं है । हमले के बाद संपत्ति लूटने की भी खबरें आई हैं । 28 मार्च 2025 को संसद में एक प्रश् का जवाब देते हुए डा. जयशंकर ने बताया क्क 2024 में बांगलादेश में धाक्म्वक अलपसंखयकनों के क्खलाफ 2400 अतयाचारनों के मामले थे और 2025 के मार्च अंत तक यह संखया 72 है ।
मुहममद यूनुस के नेतृतव वाली अंतरिम सरकार तथा बाद की सरकारें, ऐसे उतपीड़ि के प्रक्त क्िष्क्रिय पर्यवेक्षक बने रहना चुन सकती हैं, या कुछ मामलनों में, अपराक्धयनों का समर्थन या बचाव भी कर सकती हैं । यह एक खुला प्रश् बना हुआ है: धाक्म्वक अलपसंखयकनों को कब तक उस क्षेरि में इन अतयाचारनों और उतपीड़ि को सहना पड़ेगा जो अिक्गित पीढ़ियनों से उनका घर रहा है?
( साभार)
22 vxLr 2025