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कानून बनाने की मांग भी रखी थी जो घुसपैक्ठयनों को अचल संपत्ति खरीदने से रोके । उत्हनोंिे सीमावतशी क्जलनों में भारतीयनों को पहचान परि देने की सलाह भी दी थी ताक्क घुसपैक्ठयनों की पहचान हो सके । लेक्कि वही लालू प्रसाद यादव और उनकी पाटशी क्वरोध के क्लए सड़क पर उतर आई है ।
क्िर्वाचन आयोग के पुनरीक्षण अक्भयान का सवा्वक्धक क्वरोध राजय के मुस्लिम क्षेत्रों में क्कया
जा रहा है । राजय की मुस्लिम जनसंखया का एक बाद क्हससा क्पछले कई वषयों से क्वपक्षी महागठबंधन का समर्थन करता रहा है । क्वरोध की आड़ में क्वपक्षी दल महागठबंधन के नाम पर मुस्लिमनों को भड़काकर अपने क्हतनों को साधने की कोक्शश कर रहे हैं । यह अब क्कसी से क्छपा नहीं हैI
कई जिलषों में जनसंखया से अधिक आधार कार्ड
भारत में लगभग 94 प्रक्तशत लोगनों के पास आधार कार्ड है । लेक्कि क्बहार में आधार कार्ड का खेल लंबे समय से जारी है । मीक्डया में आने वाले समाचार बताते हैं क्क क्कशनगंज क्जले में आधार कार्ड की संखया कुल जनसंखया से 105.16 प्रक्तशत, अररिया में 102.23 प्रक्तशत, कक्टहार में 101.92 प्रक्तशत और पूक्ण्वया में 101 प्रक्तशत हैं । क्वपक्ष के नेता यह बता पाने में असमर्थ हैं क्क आक्खर क्कसी क्जले की पारि
जनसंखया से कई प्रक्तशत अक्धक आधार कार्ड कैसे बन गए? सपष्ट है क्क फजशी आधार कार्ड बनाकर देश में आने वाले अवैध घुसपैक्ठयनों को सुक्ियोक्जत रूप से बसाकर उन्हें भारतीय नागरिक क्सद्ध करने का खेल क्बहार में लगातार जारी है ।
मतदाता सूची के क्वशेष सघन पुनरीक्षण अक्भयान के दौरान बड़ी संखया में नेपाल, बांगलादेश और मयांमार के अवैध नागरिकनों के
पाए जाने की जानकारी भी सामने आई है । ऐसे लोगनों की संखया लाखनों में बताई जा रही है । क्बहार के कई क्जले सामरिक दृन्ष्ट से बेहद संवेदनशील माने जाने वाले क्सलीगुड़ी कलॉरिडोर के क्चकेन नेक के क्िकट हैं । जानकारी के अनुसार सीमांचल सक्हत कई क्जलनों से जुड़े क्वधानसभा क्षेत्रों में औसतन दस हजार फजशी मतदाता हैं । जनसंखया से अक्धक आधार कार्ड प्रथमदृष्टया इसे सही क्सद्ध करते हैं । इसक्लए क्वपक्ष क्िर्वाचन आयोग के अक्भयान का क्वरोध कर रहा है ्यनोंक्क उसे डर है क्क फजशी रूप से बनाए गए मतदाता क्िर्वाचन आयोग के अक्भयान के बाद मतदाता सूची से गायब हो जाएंगे, क्जससे उनका कक््त राजनीक्तक आधार बुरी तरह प्रभाक्वत होगा ।
क्वपक्ष को सैद्धांक्तक रूप से यह समझना ही होगा क्क मतदाता सूची के पुनरीक्षण का काम क्िर्वाचन आयोग का होता है । इसक्लए नागरिकता का प्रमाण मांग कर पारदशशी मतदाता सूची तैयार करने का कार्य क्कया जा रहा है । अमेरिका, ब्रिटेन, फांस, जर्मनी, आस्ट्रेलिया और कनाडा से लेकर जापान तक हर देश की मतदाता सूची में शाक्मल होने के क्लए नागरिकता का प्रमाण देना अक्िवार्य है । अवैध घुसपैक्ठयनों की समसया बढ़िे के कारण नागरिकता सतयापन के क्ियम पूरे क्वशव में कड़े होते जा रहे हैं । सवीडन, क्फिलैंड और नीदरलैंडस जैसे छोटे यूरोपीय देशनों में राष्ट्रीय नागरिकता रक्जसटर भी हैं, क्जससे फजशी नाम और घुसपैक्ठए मतदाता सूची में शाक्मल नहीं सकते हैं ।
नागरिकता रक्जसटर और अवैध घुसपैठ क्कसी भी देश में नागरिकता रक्जसटर का उपयोग इसक्लए क्कया जाता है, क्जससे देश में रहने वाले नागरिकनों को सरकार एवं समाज द्ारा क्मलने वाले लाभ वासतव में प्रापत हो सके । मुफत स्कूली क्शक्षा, क्चक्कतसा, सरकार द्ार घोक्षत क्वक्भन् योजनाओं का लाभ, वृद्धावस्ा पेंशन सक्हत अन्य सुक्वधा का लाभ उन्हीं नागरिकनों को क्मलता है, जो वासतव में देश के नागरिक होते हैं और क्जिकी पहचान सत्यापित और सही होती है । भारत के पडोसी देश
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