आवरण कथा
पुनरीक्षण में पंजीकरण के क्लए क्िरर्हता के संबंध में उन संवैधाक्िक और कानूनी प्रावधािनों का पूरी सावधानी से पालन क्कया जाएगा, जो रिमशः भारत के संक्वधान के अनुचछेद-326 और लोक प्रक्तक्िक्धतव अक्धक्ियम-1950 की धारा-16 में सपष्ट रूप से क्िर्धारित क्कए गए हैं । जनाधार बचाने के क्लए क्वरोध क्िर्वाचन आयोग द्ारा मतदाता सूची का क्वशेष गहन पुनरीक्षण क्कए जाने के बाद से ही कांग्ेस, राष्ट्रीय जनता दल, वामपंथी दलनों सक्हत अन्य सभी क्वपक्षी दल क्वरोध सड़कनों पर उतर आए । प्रतयेक दल के नेता ने यह दावा क्कया क्क क्िर्वाचन आयोग मनमानी कर रहा है और बड़ी संखया में उन लोगनों का नाम मतदाता सूची से हटा क्दया जाएगा, जो वासतव में राजय के नागरिक हैं । सड़क से लेकर संसद तक क्वरोध करने वाले क्वपक्षी दल मसले को लेकर उच्चतम न्यायालय तक पहुंच गए और गहन पुनरीक्षण को रोकने के क्लए याक्चका दाक्खल कर दी । लेक्कि क्वपक्ष को झटका तब लगा, जब उच्चतम न्यायालय ने याक्चका के आधार पर मतदाता सूची के क्वशेष गहन पुनरीक्षण पर रोक नहीं लगाई ।
अवैध घदुसपैठियषों के लिए परेशान है विपक् क्बहार में मतदाता सूची क्वशेष गहन पुनरीक्षण
से वही राजनीक्तक दल क्चंक्तत हैं, क्जत्हनोंिे क्बहार
के क्वक्भन् क्जलनों के भारत में आने वाले अवैध घुसपैक्ठयनों को बसाने में अपना प्रतयक्ष-अप्रतयक्ष सहयोग क्कया और क्फर उन्हें वोट बैंक के रूप में इसतेमाल करने लगे । राजय के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में क्पछले कई वषयों से बंगलादेशी घुसपैक्ठयनों के साथ ही बड़ी संखया में रोक्हंगया घुसपैक्ठयनों को फजशी दसतावेज का प्रयोग करके बसाया गया ।
राजय की कुल जनसंखया लगभग 10.4 करोड़ में से लगभग 16.9 प्रक्तशत( लगभग 1.76 करोड़) जनसंखया मुस्लिम समुदाय के हैं । पटना, क्कशनगंज, अररिया, कक्टहार, पूक्ण्वया और भागलपुर जैसे क्जलनों में मुस्लिम जनसंखया का प्रक्तशत 47 तक हो गया है । क्िर्वाचन आयोग को संदेह है क्क राजय के प्रतयेक क्वधानसभा क्षेरि में लगभग दस हजार फजशी वोटर हैं । इसक्लए मतदाता सूची का क्वशेष गहन पुनरीक्षण क्कया जा रहा है । मतदाता के रूप में अवैध घुसपैक्ठयनों द्ारा जनादेश को प्रभाक्वत करना चुनाव प्रक्रिया में क्वदेशी हसतक्षेप जैसा ही है ।
क्जि फजशी मतदाताओं और घुसपैक्ठयनों को मतदाता सूची से क्िकालने के क्लए क्िर्वाचन आयोग ने पुनरीक्षा का काम शुरू क्कया है, उन्हें वोट बैंक बनाकर अब वही दल सबसे कड़ा क्वरोध कर रहे हैं जो इस समसया को लेकर कभी सबसे मुखर रहे । पूर्व मुखयमंरिी लालू प्रसाद यादव ने क्सतंबर-1992 में केंद्र सरकार से कहा था क्क वह बांगलादेश से हो रही घुसपैठ को रोकने के कारगर उपाय करे । उत्हनोंिे ऐसा
14 vxLr 2025