Aug 2024_DA | Page 48

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गरीबी उन्ूिन योजनषा कषा िषाभ एससी-एसटी को

केंद्र सरकार की विभिन्न ग्रामीण ठ्वकास योजनाओं के तहत , अनुसूचित जाति ( एससी ), अनुसूचित जनजाति ( एसटी ) और अलपसंखयक समुदायों , जहां भी लागू हो , को भी लाभ मिल रहा है । मनरेगा के तहत , पिछले पांच वर्षों के दौरान 655.09 लाख एससी और 547.09 लाख एसटी परर्वारों ने रोजगार का लाभ उठाया ।
केंद्रीय ग्रामीण ठ्वकास राजय मंत्ी कमलेश पास्वान ने राजयसभा में एक लिखित उत्र में बताया कि केंद्र सरकार कई लठक्त कार्यक्रम जैसे महातमा गांधी राषटीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ( एमजीएनआरईजीएस ), प्रधानमंत्ी आ्वास योजना-ग्रामीण ( पीएमए्वाई-जी ), प्रधानमंत्ी ग्राम सड़क योजना ( पीएमजीएस्वाई ), दीनदयाल अंतयोदय योजना - राषटीय ग्रामीण आजीठ्वका मिशन ( डीए्वाई एनआरएलएम ), दीनदयाल उपाधयाय ग्रामीण कौशलय योजना ( डीडीयू-जीके्वाई ) और राषटीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम ( एनएसएपी ) और प्रधानमंत्ी कृषि सिंचाई योजना ( डबलयूडीसी- पीएमकेएस्वाई ) का ्वाटरशेड ठ्वकास घटक ( डबलयूडीसी ) लागू कर रही है । ग्रामीण ठ्वकास मंत्ालय ( एमओआरडी ) ने आजीठ्वका के अ्वसर बढ़ाने , ग्रामीण महिलाओं को सशकत बनाने , ग्रामीण यु्वाओं को सामाजिक सुरक्ा प्रदान करने , बुनियादी ढांचे के ठ्वकास पर मुखय धयान देने के आदि अपने कार्यक्रमों के माधयम
के साथ-साथ ग्रामीण क्ेत्ों में लोगों की आर्थिक भलाई में सुधार के लिए बहु-आयामी रणनीतियों को अपनाया है ।
उनहोंने बताया कि डीए्वाई-एनआरएलएम के तहत , शुरुआत से जून , 2024 तक , 1,97,45,021 एससी परर्वार , 1,22,32,174 एसटी परर्वार और 80,04,414 अलपसंखयक परर्वार योजना के दायरे में लाए गए । इसी प्रकार , स्वयं सहायता समूहों ( एसएचजी ) को संगठित करने के संबंध में 17,88,155 एससी , 11,20,624 एसटी और 6,88,057 अलपसंखयक एसएचजी को संगठित किया गया है ।
उनहोंने बताया कि पीएमए्वाई-जी के तहत , अनुसूचित जाति के लिए कुल 68,58,151 घर स्वीकृत किए गए हैं , जिनमें से 59,06,403 घर पूरे हो चुके हैं ; एसटी के लिए 65,89,252 घर मंजूर किए गए हैं , जिनमें से 57,21,852 घर पूरे हो चुके हैं और 35 अलपसंखयकों के लिए 51,510 घर स्वीकृत किए गए हैं , जिनमें से 33,48,652 घर पूरे हो चुके हैं । जानकारी हो कि पीएमजीएस्वाई कोई वयषकत / समुदाय केंद्रित योजना नहीं है । पीएमजीएस्वाई के तहत निर्मित सड़कें समाज के सभी वर्गों की जरूरतों को पूरा करती हैं । फिर भी , एसटी क्ेत्ों को ठ्वरेष छूट देकर योजना में ठ्वरेष धयान दिया गया है ।
उनहोंने बताया कि प्रधानमंत्ी जनजातीय
आठद्वासी नयाय महाअभियान ( पीएम-जनमन ) के तहत अब तक 2,813.11 किलोमीटर की मंजूरी दी जा चुकी है । डीडीयू-जीके्वाई के तहत , 275693 एससी ग्रामीण यु्वाओं को प्रठरठक्त किया गया और 183160 को रोजगार मिला ; ठ्वत्ीय ्वषति 2019-20 से जून , 2024 तक 155168 एसटी ग्रामीण यु्वाओं को प्रठरठक्त किया गया और 106344 को नौकरी दी गई और 145787 अलपसंखयक यु्वाओं को प्रठरठक्त किया गया और 90233 को नौकरी दी गई । आरएसईटीआई के तहत , 481229 एससी ग्रामीण यु्वाओं को प्रठरठक्त किया गया और 355962 को नौकरी दी गई ; ठ्वत्ीय ्वषति 2019- 20 से जून , 2024 तक 272632 एसटी ग्रामीण यु्वाओं को प्रठरठक्त किया गया और 196131 को बसाया गया I
एनएसएपी के तहत , 2021-22 से पहले एसटी लाभार्थियों के लिए कोई अलग आ्वंटन और धन जारी नहीं किया गया था । 2021-22 से , एसटी लाभार्थियों की पहचान की गई और एसटी लाभार्थियों के लिए अलग से धन का आ्वंटन किया गया । डबलयूडीसी-पीएमकेएस्वाई एक क्ेत् ठ्वकास कार्यक्रम है और कार्यक्रम के तहत किए गए प्रयासों से अनुसूचित जाति ( एससी ), अनुसूचित जनजाति ( एसटी ) और अलपसंखयक समुदायों सहित परियोजना क्ेत्ों के सभी लोग लाभान्वित होते हैं ।
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