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किये हैं । मैं सिर्फ रक्ा और आंतरिक रतुरक्ा के बारे मे बताता हूँ । 370 .... फिर CAA , इसके बाद उत्र-पू्व्स के अंदर आतंक्वाद कको खतम करने के लिए ढेर सारे समझौते किये , ब्ू- पतुन्व्सरन , कारबी-ओंगिोंग शांति समझौता , बकोिको समझौता , नक्रि्वाद पर नकेल कसने के लिए एक मलटी- डायमेंशनल रणनीति का इपम्िमेनटेशन करना । उनहोंने , रतुरक्ा के क्ेत्र मे , आर्थिक क्ेत्र के अंदर , सामाजिक नयाय की दिशा में ढेर सारे परर्वत्सन किये । समाज कलयाण और गरीबी उनमूिन की दिशा मे भी बहतुत सारे परर्वत्सन किये । इसी प्कार से ककृतर कको प्ायकोरीटी देना , मैं मानता हूँ ये देश के लिए बहतुत बड़ा ररररॉम्स है । इसके आला्वा भी बजट में बढ़कोतरी आप देख लिजिये , कितनी बड़ी बढ़कोतरी बजट मे ककृतर क्ेत्र के लिए हतुईं है । आर्थिक रतुिारों की बहतुत बड़ी सूची है बैंकिंग से लेकर , FDI परॉतिसी , GST , कॉर्पोरेट टैक्स घटाने , इनशयतुरेंस , डिफेनर FDI का परर्वत्सन करके , ओिटीनेनर फैक्ट्ी बकोिटि का कॉर्पोरेटाइजेशन और सहकारिता मंत्रालय के गठन तक । आज आपकको अगर रिफंड लेना है तको किसी इनकम टैक्स ऑफिस या िरॉयर ऑफिस मे जाने की जरूरत नहीं , बपलक ्वको सीधे आपके एकाउंट मे आ जायेगा । ककोई कमपनी रजिसटर करनी है तको कहीं जाने की जरुरत नहीं , ऑन-लाइन ही कंपनी रजिसटर हको जाती है । जिसके लिए पहले अरबों खरबों रूपये घूस लिया जाता , छकोटी-छकोटी हकोती थी मगर उसका क्यतुतमिेतट्व इफरेक्ट अर्थतंत्र पर काले धन के अर्जन मे बहतुत बड़ी हकोती थी ।
आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इण्डिया पर फोकस
ये जको दको कांसे्ट हैं -आतमतनभ्सर भारत और मेक इन इण्िया – इसके लिए पीएलआई सकीम लाना , कसटम ड्ूटी कको ऊपर नीचे करके भारत के अनदर उतपादन के लिए माहौल बनाना , त्वश्व की सपिा्स मे खड़े रहने के लिए गतुण्वत्ा कको अचछी करने के लिए सरकारी यकोजनायें बनाना , किन-किन चीजों मे हम दतुतनया के बाजार मे
अचछे से जा सकते हैं उसकको आइडेंटीफाई करके उसके लिये सपेशल पैकेज बनाना , सपेशल एरिया आइडेटीफिकेशन , इस प्कार के निर्णय किये गये हैं । अप्रेल पार्क का , बड़े टेक्सटाइल पार्क के निर्माण से हमारी ककृतर भी बेहतर हकोगी , रकोजगार भी मिलेगा और एक्सपकोटटि भी बढ़ने ्वाला है । ऐसे ढेर सारे रिफार्म मकोदी जी ने किये हैं । छ साल मे अर्थव्यवसथाओं मे हम गयारह्वे से छठे पायदान पर पहतुंचे हैं , पांच-छ मे ऊपर-नीचे हकोता रहता है . एक लाख सत्रह हजार करकोड़ का GST .... और डायरेक्ट टैक्स मे इतनी बढ़कोतरी ... टैक्स देने ्वाले करदाताओं मे इतनी बढ़कोतरी , हर पैमाने से देखिये । ये जको रतुिार किये हैं , चाहे NCLT का कानून हको , चाहे बैंक के पसट्क्ट नामर्स बनाने की बात हों , चाहे ्याज दर मे कमी करने का , हर चीज का परिणाम अब मिलने लगा है । ककोरकोना का गतिरकोि अगर न आया हकोता तको आज हम बहतुत अचछी जगह हकोते , लेकिन ये पतुरी दतुतनया के लिए है फिर भी हम
सबसे पहले ककोरकोना के गतिरकोि से उबरने ्वाले अर्थतंत्र हैं । आज हम प्ी-ककोरकोना सटेज मे ऑलमकोसट पहतुँच चतुके हैं । लगभग 54 मंत्रालयों की अलग-अलग यकोजनायें हैं जको जनता के लिए हैं , गरीबों के लिए , ्वंचितों के लिए , पिछड़ों के लिए , दलितों-आतद्वासियों के लिए हैं । आज तैतालिस करकोड़ बैंक खातों में इन सारी यकोजनाओं के लाभार्थियों कको उनकी धनराशि DBT के माधयम से एक भी बिचौलिए के बिना सीधा चेक पांच तारीख कको उसकको बैंक खाते मे मिल जाता है । इससे बड़ा भला उस गरीब का क्या हको सकता है ? उस बतुतढया कको जिसकको छ सौ रुपया पाने के लिए पचास रुपया छीन जाता था ...... बच्े के ्वजीफे से 10 परसेंट ककोई काट लेता था .... आज ्वे सारी चीजें खतम हको गई हैं । ये सब करने के बाद भी कॉर्पोरेट टैक्स घटाकर यहाँ इन्वेसटमेंट का माहौल बनाया है , हम इसे 17 प्तिशत पर ले आये हैं ।
हर समस्ा का हो रहा
14 दलित आं दोलन पत्रिका uoacj 2021